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भारत में सबसे फास्ट 5G एक्सपीरियंस दने के लिए Jio ने खड़ी की टावर्स की फौज
Ookla ने रिपोर्ट में कहा है कि, भारत में 5G को आये हुए 4 महीनों से ज्यादा का समय हो चुका है और अभी से ही यह देश में मोबाइल के क्षेत्र पर काफी बड़ा प्रभाव डाल रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
डिपार्टमेंट ऑफ टेली-कम्युनिकेशन्स (DoT) द्वारा हाल ही में रिलीज किये गए डाटा की मानें तो भारतीय अरबपति मुकेश अम्बानी की कंपनी रिलायंस जिओ (Reliance Jio) ने भारत के सबसे तेज और अच्छी कवरेज वाले 5G नेटवर्क को देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए लगभग 1 लाख टेलिकॉम टावर्स खड़े कर दिए हैं. कंपनी द्वारा बनाये गए इन टावर्स की संख्या उसके सबसे बड़ी विरोधी कंपनी से भी पांच गुना ज्यादा है और कंपनी द्वारा यह कदम अल्ट्रा-हाई स्पीड इन्टरनेट प्रदान करने के लिए उठाया गया है.
एयरटेल से आगे है जिओ
DoT के राष्ट्रिय EMF पोर्टल द्वारा हाल ही में जारी की गयी डेली स्टेटस रिपोर्ट की मानें तो जिओ ने अपनी ही दो फ्रिक्वेन्सिस (700 MHz और 3500 MHz) पर 99,897 बेस ट्रांसिवर स्टेशन्स (BTS) बनाये हैं. दूसरी तरफ भारती एयरटेल के पास 22,219 BTS मौजूद हैं. इन्टरनेट की तेज स्पीड को अक्सर ज्यादा सेल टावर्स और सेल साइट्स से जोड़कर देखा जाता है. नेटवर्क इंटेलिजेंस और कनेक्टिविटी इनसाइट के ग्लोबल लीडर Ookla ने 28 फरवरी को रिपोर्ट जारी कर बताया था कि जिओ की बेस्ट मीडियन स्पीड 506 Mbps (मेगाबाइट्स पर सेकंड) है वहीं एयरटेल की मीडियन स्पीड 268 Mbps है.
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी इन्टरनेट मार्केट है भारत
Ookla ने रिपोर्ट में कहा है कि, भारत में 5G को आये हुए 4 महीनों से ज्यादा का समय हो चुका है और अभी से ही यह देश में मोबाइल के क्षेत्र पर काफी बड़ा प्रभाव डाल रहा है. स्पीड टेस्ट इंटेलिजेंस डाटा से पता चलता है कि, भारत में मीडियन डाउनलोड की स्पीड्स में 115% से ज्यादा की वृद्धि देखने को मिली है. 5G लॉन्च होने से पहले जहां 13.87 Mbps की मीडियन डाउनलोड स्पीड देखने को मिलती थी वहीं 5G लॉन्च होने के बाद जनवरी 2023 में यह स्पीड 29.85 Mbps पहुंच गयी थी. चीन के बाद भारत ही विश्व का दूसरा सबसे बड़ा इन्टरनेट मार्केट है और भारत में इन्टरनेट यूजर्स की संख्या 500 मिलियन के आस पास है.
आकाश अम्बानी संभालते हैं जिओ का बिजनेस
जुलाई 2022 में Mukesh Ambani ने रिलायंस जिओ के डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उनके बड़े बेटे आकाश अम्बानी को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का चेयरमैन बना दिया गया था. 30 वर्षीय आकाश अम्बानी रिलायंस जिओ के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं और वो उन टीमों का हिस्सा थे जिन्होंने रिलायंस में Meta इनकॉर्पोरेशन की इन्वेस्टमेंट के लिए बात की थी. आकाश ने अपनी बहन ईशा अम्बानी के साथ मिलकर भारत में जिओ की 4G सुविधाओं के लॉन्च की अध्यक्षता की थी और साथ ही साल 2017 में JioPhone के लॉन्च के लिए भी बहुत काम किया था.
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