इन बदलावों के बाद अब किसी भी जगह पर मोबाइल टावर लगाने को लेकर टेलीकॉम लाइसेंसी को किसी भी सरकारी अथॉरिटी से कोई परमिशन लेने की जरूरत नहीं होगी.
नई दिल्ली : देश में 5G सेवाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार के टेलीकॉम मंत्रालय ने मोबाइल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े नियमों में बड़े बदलाव किए हैं. इनमें सबसे बड़ा बदलाव मोबाइल टावर लगाने को लेकर ली जाने वाली परमिशन को लेकर है. केन्द्र सरकार ने ROW 2016 में बड़े बदलाव किए हैं.
किसी भी सरकारी अथॉरिटी से नहीं लेनी होगी परमिशन
इन बदलावों के बाद अब किसी भी जगह पर मोबाइल टावर लगाने को लेकर टेलीकॉम लाइसेंसी को किसी भी सरकारी अथॉरिटी से कोई परमिशन लेने की जरूरत नहीं होगी. ऐसे मामलों में अब टेलीकॉम लाइसेंसी को उस अथॉरिटी को स्ट्रक्चरल सर्टिफिकेट के साथ प्रायर इंटीमेशन देना होगा, जिसके बाद वो टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्टर को लगा सकेगा.
केंद्रीय मंत्री ने नए नियम बताए
नए नियमों के बारे में जानकारी देते हुए केन्द्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "5जी को रोलआउट करने के लिए नए पोल, नए टावर लगाने की इंडस्ट्री को बहुत जरूरत होती है, जिसके लिए इंडस्ट्री को बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर को रोलआउट करना पड़ेगा. उसमें तेजी लाने के लिए तीन चार महीने पहले हमने एक ROW पोर्टल बनाया था, जिसमें आज सभी राज्य जुड़ चुके हैं."
सबकुछ शॉटआउट
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस इंफ्रास्ट्रक्चर को जल्द से जल्द लगाने के लिए परमिशन मिले, इसे लेकर स्टेट में कई तरह के सवाल थे, लेकिन सभी के साथ विचार-विमर्श के बाद अब सबकुछ शॉटआउट कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि पहले किसी टावर को लगाने के लिए 343 दिन लगते थे, लेकिन अब वो 22 दिन में ही लग जाया करेगा. पिछली जुलाई में इसका औसत 16 दिन था.
पहले टावर लगाने के लिए चाहिए होती थी अनुमति
पहले अगर किसी भी कंपनी को किसी भी इलाके में अपना टावर लगाना होता था तो उसे उसके लिए लोकल प्रशासन जैसे वहां के नगर निगम या दूसरी एजेंसी की अनुमति की जरूरत होती थी. जब तक वो अनुमति नहीं मिलती थी, तब तक वो टावर नहीं लग पाता था. यही नहीं, जब मोबाइल से रेडिएशन निकलने का मामला सामने आया तो इसे और अनिवार्य कर दिया गया. रेडिएशन के डर के कारण लोगों में डर ऐसा फैला कि उन्होंने खुद इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया, लेकिन अब केन्द्र सरकार ने इसकी बाध्यता को खत्म कर दिया है.
किन किन नियमों में दी गई है छूट
दूरसंचार मंत्रालय ने 5जी को देश में तेजी से रोलआउट कराने के लिए स्मॉल सेल के लिए जिन नियमों में सुधार किया है, उसके अनुसार अब टेलीकॉम लाइसेंसी नॉमिनल रेट पर स्ट्रीट इंफ्रास्ट्रक्चर को इंस्टाल करने के लिए गांवों में 150 रूपये सालाना और शहरों में 300 रूपये सालाना का इस्तेमाल कर सकता है.
- ओवरग्राउंड फाइबर लाइन बिछाने के लिए 100 रुपये प्रतिवर्ष का चार्ज तय कर दिया गया है.
- जिस किसी स्ट्रक्चर की ऊंचाई 8 मीटर से ज्यादा होगी, उसे इन सुधारों में पोल कहा गया है और उसे इंस्टाल करने के लिए मिनिमम रेग्यूलेटरी परमिशन की आवश्यकता होगी.
- अब किसी भी तरह की अनुमति के लिए उसे अलग-अलग जगहों पर आवेदन देने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि उसे गतिशक्ति प्लेटफार्म पर ही सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए अनुमति मिल जाएगी.
- टेलीकॉम लाइसेंसी को पोल्स लगाने के लिए किसी भी तरह से कंपेनशेसन देने की आवश्यकता नहीं होगी.
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Samsung Galaxy F55 5G का इंतजार भारतीय काफी समय से कर रहे हैं. लेकिन अब इंतजार खत्म होगा और 27 मई को ये फोन भारतीय ग्राहकों के लिए लॉन्च कर दिया जाएगा.
अगर आप Samsung Galaxy F55 5G के लॉन्च होने का इंतजार कर रहे हैं, तो अब ये इंतजार खत्म होने वाला है. साल की शुरूआत से ही सैमसैंग के जिस फोन की चर्चा हो रही है, आखिरकार उसकी लॉन्च डेट सामने आ गई है. सैमसंग गैलेक्सी F55 5G का टीजर फ्लिपकार्ट पर लाइव हो गया है. ऐसे में जानकारी सामने आ गई है कि ये फोन अब 27 मई दोपहर 1 बजे फोन लॉन्च किया जाएगा. तो चलिए आपको इस फोन की कीमत और फीचर्स की जानकारी देते है.
टीजर में नजर आया फोन का क्लासी लुक
हाल में Samsung द्वारा जारी टीजर में ये जानकारी सामने आई थी कि ये Galaxy F55 5G वीगन लेदर डिजाइन के साथ एंट्री करेगा. टीजर में फोन का लुक और डिजाइन भी बेहद आकर्षक नजर आया. ये फोन ऑरेंज कलर और ब्लैक कलर ऑप्शन में मिलेगा और इसे एक्सक्लूसिव तौर पर फ्लिपकार्ट पर सेल के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. कंपनी का दावा है कि ये अपने सेगमेंट का सबसे स्लिम फोन होगा.
ये मिलेंगे फीचर्स
सैमसंग गैलेक्सी F55 5G को 8जीबी रैम, 256जीबी के साथ आएगा. इसमें FHD+ रेजोल्यूशन वाला 6.7 इंच का बड़ा Super AMOLED Plus डिस्प्ले होने की बात सामने आई है. ये फोन पंच-होल स्क्रीन और इसे 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ पेश किया जाएगा. ये फोन बैटरी बचाने और समय और अलर्ट दिखाने के लिए ऑलवेज-ऑन फीचर को भी सपोर्ट करेगा. इस फोन में स्नैपड्रैगन 7 जेन 1 चिपसेट क्वालकॉम प्रोसेसर मिल सकता है, और इसके साथ एड्रीनो GPU भी होगा. पावर के लिए फोन 5000mAh की बैटरी दिए जाने की बात सामने आई है और ये 45W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आएगी.
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कैमरा भी जबरदस्त
इस फोन में 50 मेगापिक्सल का प्राइमेरी लेंस, 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड लेंस और 2 मेगापिक्सल का मैक्रो सेंसर के साथ पीछे की तरफ ट्रिपल-रियर कैमरा सिस्टम होगा. मेन लेंस में ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइजेशन (OIS) सपोर्ट होने की बात सामने आई है. सेल्फी के लिए फोन में 50 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया जाएगा. इसके कैमरे से 4K वीडियो शूट की जा सकेगी.
ये होगी कीमत
सैमसंग ने ट्वीट कर इस फोन की कीमत को लेकर संकेत दिए हैं. सैमसंग ने अपने ट्वीट में कहा है कि इसकी शुरुआती कीमत 2X999 हो सकती है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस फोन को 20 हजार रुपये से लेकर 29,999 रुपये के बीच में लॉन्च किया जा सकता है.
This device is also power-packed with features including 120Hz sAMOLED+ display, 4 gen of Android upgrades and 5 years of security updates. After all, it’s #CraftedByTheMasters. Coming soon. Starting at ₹ 2X999*. *T&C apply. Get notified: https://t.co/mrsgUmCxsB#Samsung
— Samsung India (@SamsungIndia) May 17, 2024
व्हाट्सऐप (WhatsApp) अपने यूजर्स को लिंक्ड डिवाइस पर चैट लॉक का फीचर देने जा रहा है. इस फीचर में यूजर्स सीक्रेड कोड के जरिए अपनी चैट को सुरक्षित रख पाएंगे.
इन दिनों व्हाट्सऐप (WhatsApp) अपने यूजर्स के लिए नए-नए फीचर रोल आउट कर रहा है. कुछ समय पहले वॉट्सऐप ने यूजर्स को अपने चैट को लॉक करने का फीचर दिया था. वहीं, अब व्हाट्सऐप जल्द ही यूजर्स को लिंक्ड डिवाइस चैट के लिए भी लॉक चैट फीचर देने जा रहा है. कंपनी फिलहाल बीटा यूजर्स के साथ इस फीचर को टेस्ट कर रहा है. कंपनी इस फीचर को जल्द ही सभी यूजर्स के लिए रोलआउट कर सकता है. तो चलिए जानते हैं ये फीचर कैसे आपकी चैट को सुरक्षित रखेगा?
लिंक्ड डिवाइस पर मिलेगा चैट लॉक फीचर
अगर आप एक से ज्यादा डिवाइस में व्हाट्सऐप (WhatsApp) अकाउंट चलते हैं तो आपके काम की खबर है. कंपनी यूजर्स के लिए एक सिक्योरिटी अपडेट रोलआउट करने वाली है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार व्हाट्सऐप पर जल्द ही लिंक्ड डिवाइस के लिए चैट लॉक फीचर को जोड़ने वाला है. जानकारी के अनुसार यह फीचर अभी एंड्रॉइड बीटा टेस्टर के लिए आया है. ये फीचर ऐप वर्जन नंबर 2.24.11.9 पर उपलब्ध है.
क्या है इस फीचर का फायदा?
चैट लॉक फीचर यूजर्स को एडिशनल प्राइवेसी और सिक्योरिटी लेयर ऑफर करता है. इसकी मदद से यूजर्स लिंक्ड डिवाइसेस पर अपनी चैट प्रोटेक्ट कर पाएंगे. इसके बाद आप अपनी सीक्रेट चैट, जो किसी के भी साथ शेयर नहीं करना चाहते, उसे सिक्योर कर पाएंगे. साथ ही आपको बार बार डिवाइस से व्हाट्सऐप लॉग आउट करने का झंझट भी खत्म होगा. आप चाहें, तो चैट लॉक करके व्हाट्सऐप बिना लॉग आउट किए अपने डिवाइस को छोड़ सकते हैं, क्योंकि चैट लॉक होने के बाद कोई भी दूसरा व्यक्ति आपकी चैट नहीं देख पाएगा. इसमें एक ये अधिक चैट भी लॉक की जा सकती है. लिंक्ड डिवाइस के लिए लॉक्ड चैट फीचर फिलहाल बीटा टेस्टर के लिए उपलब्ध है, जिन्होंने गूगल प्ले स्टोर से वॉट्सऐप के एंड्रॉइड बीटा वर्जन को इंस्टॉल किया है. आने वाले कुछ दिन में इसे सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
ऐसे काम करेगा लिंक्ड डिवाइस चैट लॉक फीचर
1. व्हाट्सऐप यूजर्स लिंक्ड डिवाइस पर अपनी चैट सिक्योर कर पाएंगे.
2. लिंक्ड डिवाइस पर चैट एक्सेस करने के लिए यूजर को सीक्रेट कोट डालना होगा. इस सीक्रेट कोड को अपने फोन से बनाना होगा.
3. जैसे ही कोड सेटअप होगा, प्रोटेक्टेड चैट रेगुलर चैट के साथ नहीं दिखेंगी. इन चैट को लॉक चैट स्क्रीन पर एक्सेस किया जा सकता है.
4. इन चैट को देखने के लिए आपको सीक्रेट कोड डालना होगा.
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रेगुलर चैट से अलग हो जाएगी सेंसिटिव चैट
जानकारी के अनुसार यह फीचर यूजर्स की सेंसिटिव चैट को रेगुलर चैट से अलग रखता है, जो एक्सीडेंटली चैट रिवील होने से बचाने में सहायक है. एक बार जैसे ही आप चैट में इस फीचर को एक्टिवेट करते हैं तो यह सभी लिंक्ड डिवाइस पर इनेबल हो जाता है.
एलन मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter का नाम और लोगो बदलने के साथ ही अब इसका वेब एड्रेस भी बदल दिया है.
एलन मस्क (Elon Musk) ने अब ट्विटर की पहचान को पूरी तरह खत्म कर दिया है. ऐसे में अब आप भी एक्स को ट्विटर बोलने की आदत भूल जाइए, क्योंकि अब माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter के नाम, लोगो (Logo) के साथ उसका URL एड्रेस भी बदल चुका है. दरअसल, ट्विटर का नाम और लोगो तो एलन मस्क पहले ही बदल चुके हैं, लेकिन शुक्रवार यानी 17 मई से अब इसका URL भी नया (x.com) हो गया है.
मस्क ने एक्स पर पोस्ट के जरिए दी जानकारी
ट्विटर (अब X) की वेबसाइट में बड़ा बदलाव हुआ है. एलन मस्क लगातार इस प्लेटफॉर्म में बदलाव कर रहे थे. वहीं, अब इसकी वेबसाइट का यूआरएल एड्रेस बदल गया है. अब ट्विटर डॉट कॉम (Twitter.com) की जगह एक्स डॉट कॉम (X.com) लिखा नजर आ रहा है. इसे लेकर एलन मस्क ने शुक्रवार को अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट से पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है कि अब पूरा कोर सिस्टम एक्स डॉट कॉम पर होगा. यह दिखाता है कि मस्क ने ट्विटर से लगभग पूरी तरह पीछा छुड़ा लिया है.
All core systems are now on https://t.co/bOUOek5Cvy pic.twitter.com/cwWu3h2vzr
— Elon Musk (@elonmusk) May 17, 2024
44 अरब डॉलर में खरीदा था ट्विटर
एलन मस्क ने अक्टूबर 2022 को ट्विटर का अधिग्रहण किया था और 23 जुलाई 2023 को इसका नाम बदलकर एक्स कर दिया था. हालांकि एक्स अभी तक ट्विटर डॉट कॉम यूआरएल पर ही चल रहा था और अब भी लोग इसे ट्विटर के नाम से बुलाते हैं. एलन मस्क ने इसे 44 अरब डॉलर में खरीदा था.
X में बदलाव पर क्या बोली कंपनी?
अपनी वेबसाइट के एड्रेस में से ट्विटर को हटाकर एक्स अब एक्स डॉट कॉम पर शिफ्ट हो गया है. एक्स की वेबसाइट के अनुसार कंपनी ने कहा कि हम आपको बताना चाहते हैं कि हम अपना URL बदल रहे हैं, लेकिन आपकी प्राइवेसी और डेटा प्रोटेक्शन सेटिंग्स पहले के जैसी रहेंगी. इसके अलावा एक्स की वेबसाइट पर प्राइवेसी पॉलिसी देखने का लिंक भी दिया गया है.
URL बदलने से आपको नहीं होगी कोई परेशानी
एक्स का यूआरएल बदलने से इसे चलाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी. लेकिन जब आप कुछ पोस्ट करेंगे, तो उस पोस्ट के यूआरएल में बदलाव नजर आएगा. पोस्ट के यूआरएल में ‘twitter.com’ की जगह ‘x.com’ हो गया है. अब सबकी पोस्ट के यूआरएल में ‘x.com’ ही शामिल रहेगा.
आईटेल (Itel) भारत में अपनी यूनिकॉर्न सीरिज के साथ एक नई यूनिकॉर्न स्मार्टवॉच लॉन्च करने जा रहा है. ये खासतौर पर नई जेनरेशन के लिए तैयार की गई है.
आईटेल (Itel जल्द भारत में अपनी यूनिकॉर्न सीरिज के साथ एक नई यूनिकॉर्न स्मार्टवॉच लॉन्च करने जा रहा है. आईटेल यूनिकॉर्न भारत की पहली पेंडेंट स्मार्टवॉच होगी. ये वॉच खासतौर पर युवा पीढ़ी को आकर्षित करने के लिए तैयार की गई है. इसके फीचर्स और डिजाइन भी नई जेनेरेशन की पसंद को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं. तो चलिए आपको इसके फीचर्स और कीमत की जानकारी देते हैं.
टू इन वन होगी वॉच
स्मार्टवॉच और पेंडेंट की फीचर को मिलाकर इस एक्सेसरीज को कलाई पर या पेंडेंट के रूप में गले में पहना जा सकता है. इस वॉच में 1.43 AMOLLED डिस्पले और फास्ट चार्जिंग की सुविधा होगी.
क्या है खास?
आईटेल की अपकमिंग पेंडेंट स्मार्टवॉच में इनोवेटिव और स्टाइलिश स्मार्ट किफायती कीमत में प्रीमियम फीचर के साथ आएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आईटेल की क्रिस्टल क्लियर डिस्प्ले विजिबिल्टी ऑफर करती है. इसमें डुअल-कोर प्रोसेसर और 1000 निट्स तक की ब्राइटनेस वाला AMOLED डिस्प्ले है. आपकी आवाज पहचानने की क्षमताओं के साथ इसमें वॉयस कमांड के जरिए वॉच को नियंत्रित करने की सुविधा भी मिलेगी. वॉच में एक बड़ा डिस्प्ले दिया जाएगा. वॉच में आपको डेली यूज के फीचर्स के साथ रोटेटिंग क्राउन बटन दिया जाएगा. इसके अलावा वॉच लंबी बैटरी लाइफ के साथ आएगी. वॉच में हेल्थ और फिटनेस फीचर्स दिए जाएंगे. इसके अलावा यूजर्स को कई सारे वॉच फेस दिए जाएंगे.
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टेक्नोलॉजी और फैशन दोनों में बेस्ट
कंपनी द्वारा जारी टीजर पोस्टर में नजर आई पेंडेंट स्मार्टवॉच में एक गोलाकार डॉयल, सोने के रंग की चेनऔर पावर बटन के रूप में काम करने वाला एक घूमता हुआ क्राउन, एक लटकन जैसा डिजाइन दिखाया गया है. यूनिकॉर्न पेंडेंट वॉच टेक्नोलॉजी और फैशन दोनों में ही बेस्ट रहने वाली है. इस वॉच में मेटल बॉडी, आईपी 68 रेटिंग, स्पोर्ट्स टैकिंग और ब्लूटूथ कॉलिंग आदि फीचर्स शामिल है. जानकारी के अनुसार इस पेंडेंट स्मार्टवॉच की कीमत 3,799 रुपये से शुरू होगी.
एप्पल (Apple) ने अपने आईफोन में एक नए एक्सेसिबिलिटी फीचर को रोल आउट करने की घोषणा की है. इस फीचर के जरिए यूजर अपने फोन को अपनी आंखों से कंट्रोल कर सकेंगे.
एप्पल (Apple) अपने आईफोन (Iphone) यूजर्स के लिए जल्द ही एक गजब का फीचर लाने जा रहा है. इससे यूजर्स अपने फोन को आंखों के इशारों से कंट्रोल कर सकेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि ये फीचर आईफोन को यूज करने का तरीका ही बदल देगा. तो चलिए जनाते हैं क्या है ये फीचर और ये कैसे काम करेगा?
Eyes To Scroll एंड Navigate फीचर
जल्द ही आप अपने आईफोन को आंखों के इशारों पर चला सकेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी Eyes To Scroll एंड Navigate फीचर ला रही है. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) का इस्तेमाल किया गया है. नॉर्मल यूजर्स के साथ-साथ ये फीचर दिव्यांग लोगों की काफी ज्यादा मदद करेगा. इसमें आप अपने iPhone पर नेविगेट करने और स्क्रॉल करने के लिए अपनी आंखों का यूज कर सकते हैं. खास बात यह है कि कंपनी इस फीचर को iPad के लिए भी ला रही है.
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नए आईफोन पर खर्च करने की नहीं है जरूरत
यह फीचर आपके iPhone या iPad के फ्रंट कैमरे का यूज करके काम करेगा और आपको यह जानकर खुशी होगी कि Apple का ये जबरदस्त फीचर नए और पुराने सभी iPhone और iPad यूजर्स को भी मिलेगा. इस फीचर के लिए आपको नए आईफोन पर खर्च करने की जरूरत नहीं होगी. वहीं कंपनी के अनुसार इस फीचर को साल के अंत तक अपडेट किया जाएगा.
ऐसे काम करेगा फीचर
Apple का कहना है कि ये नया एक्सेसिबिलिटी फीचर आपको A12 चिपसेट या उसके बाद के सभी iPhone या iPad पर मिल जाएगा. इस आई ट्रैकिंग पीचर का यूज करने के लिए किसी एक्स्ट्रा हार्डवेयर या टूल की भी जरूरत नहीं है. ये कई लोगों के लिए इफेक्टिव हैंड्स-फ्री सुविधा देगा. iPhone यूजर्स इस फीचर का यूज करके स्क्रीन पर किसी चीज को सेलेक्ट भी कर सकेंगे. इससे किसी भी ऐप में घूम सकते हैं. ड्वेल कंट्रोल (Dwell Control) का उपयोग करके अलग अलग पार्ट्स को एक्टिवेट कर सकते हैं, बटन दबा सकते हैं और स्वाइप भी कर सकते हैं.
ओप्पो (Oppo) जल्द ही अपनी Reno 12 सीरीज के स्मार्टफोन्स को लॉन्च करने जा रहा है. इसमें यूजर्स के लिए कई खास फीचर्स शामिल होंगे.
ओप्पो (Oppo) के नए फोन्स का इंतजार कर रहे यूजर्स को लिए बड़ी खुशखबरी है. कंपनी अपनी Reno 12 सीरीज के स्मार्टफोन्स को लॉन्च करने वाली है. इसे लेकर कंपनी ने एक टीजर भी जारी किया है. जानकारी के अनुसार कंपनी इस सीरीज के दो स्मार्टफोन- Oppo Reno 12 और Oppo Reno 12 Pro को मार्केट में ला सकती है. इन दोनों ही स्मार्टफोन में यूजर्स को कई खास फीचर्स मिलेंगे, तो चलिए आपको इन फीचर्स की जानकारी देते हैं.
कब लॉन्च होगा फोन?
ओप्पो 23 मई 2024 को अपमे ये नए फोन लॉन्च करेगी. कंपनी द्वारा जारी टीजर के अनुसार रेनो 12 सीरीज के फोन सिल्वर कलरटोन में आएंगे. अब तक आई लीक्स के अनुसार रेनो 12 दुनिया का पहला फोन होगा, जिसमें यूजर्स को मीडियाटेक का लेटेस्ट Dimensity 8250 चिपसेट देखने को मिलेगा. वहीं, रेनो 12 प्रो में कंपनी डाइमेंसिटी 9200 स्टार स्पीड एडिशन ऑफर कर सकती है. हालांकि कंपनी ने अभी इन फोन की कीमत को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
रेनो 12 में मिलेंगे ये फीचर्स
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी इस फोन में 1.5K रेजॉलूशन के साथ 6.7 इंच का OLED डिस्प्ले दे सकती है. फोन 12जीबी तक की रैम और 512जीबी तक के इंटरनल स्टोरेज ऑप्शन में आ सकता है. प्रोसेसर के तौर पर फोन में आपको डाइमेंसिटी 8250 चिपसेट देखने को मिल सकता है. फोटोग्राफी के लिए कंपनी इस फोन में एलईडी फ्लैश के साथ तीन रियर कैमरे देने वाली है. इसमें 50 मेगापिक्सल के मेन लेंस के साथ एक 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड ऐंगल लेंस और एक 50 मेगापिक्सल का टेलिफोटो सेंसर शामिल हो सकता है. वहीं, सेल्फी के लिए कंपनी इस फोन में 50 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा और 80 वॉट तक की फास्ट चार्जिंग देने वाली है.
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ओप्पो रेनो 12 प्रो में होंगे ये फीचर्स
कंपनी इस फोन में 2772x1240 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 6.7 इंच का फुल एचडी+ कर्व्ड OLED डिस्प्ले दे सकती है. यह डिस्प्ले 120Hz के रिफ्रेश रेट और 1600 निट्स के पीक ब्राइटनेस लेवल के साथ आ सकता है. कंपनी इस फोन को 16जीबी तक की LPDDR5x रैम और 512जीबी तक के UFS 3.1 स्टोरेज में ला सकती है. प्रोसेसर के तौर पर इसमें आपको डाइमेंसिटी 9200 स्टार स्पीड Catch मिलेगा.फोटोग्राफी के लिए फोन में कंपनी 50 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दे रही है. वहीं, फोन के रियर में कंपनी OIS के साथ 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा, 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड ऐंगल सेंसर और एक 50 मेगापिक्सल का 2x टेलिफोटो कैमरा देने वाली है. फोन में आपको 5000mAh की बैटरी देखने को मिलेगी, जो 80W की SuperVOOC चार्जिंग को सपोर्ट करेगी.
दोनों फोन में AI ब्लास्टर
कंपनी के इन दोनों ही फोन में एक आईआर ब्लास्टर, एक इन-स्क्रीन फिंगरप्रिंट स्कैनर, एक आईपी 65-रेटेड चेसिस होगा. ये डिवाइस एंड्रॉयड 14 पर आधारित ColorOS 14 ओएस के साथ आने की उम्मीद है.
हाल ही में कंपनी ने चैटजीपीटी (ChatGPT) का नया वर्जन GPT-4o (जीपीटी-40) लॉन्च हुआ है. यह चैटजीपीटी के मुकाबले दोगुनी स्पीड से काम करेगा.
ओपन एआई (OpenAI) ने नए और पावरफुल AI मॉडल GPT-4o को लॉन्च किया. ChatGPT बनाने वाली कंपनी का यह सबसे एडवांस एआई मॉडल है. नया मॉडल वॉइस, टेक्स्ट और इमेज को बेहतर तरीके से समझ सकता है. इसके अलावा कंपनी ने इसमें इमोशन की भी सपोर्ट दी है, ताकि यह इंसानों की तरह भावनाएं समझे और जवाब दे सके.
आया सबसे पावरफुल वर्जन GPT वजर्न
चैटजीपीटी को दुनिया के सबसे लोकप्रिय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल में से एक माना जाता है. अभी तक कंपनी इसे GPT-4 वर्जन पर चला रही थी. मगर अब सबसे पावरफुल वर्जन GPT-4o आ गया है. इस वर्जन के आने से चैटजीपीटी को और भी ज्यादा मजबूती मिली है. अब ये लोगों की क्वेरी का जवाब जल्दी और बेहतर तरीके से दे पाएगा.
GPT-4o में ये है नया
चैटजीपीटी के नए डेस्कटॉप ऐप के बारे में कई ऐलान किए. इस दौरान उन्होंने कई शानदार AI फीचर्स की जानकारी दी है. ओपनएआई ने GPT-4o के नाम में o जोड़ा है, जिसका मतलब ओमनी मॉडल है. इसमें GPT-4 जितनी इंटेलिजेंस है, लेकिन ये GPT-4 के मुकाबले तेज है. इसमें टेक्स्ट, इमेज, वॉइस की पहचान करने की भी काबिलियत है. इसे लेकर ओपनएआई के ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट भी किया गया है.
Say hello to GPT-4o, our new flagship model which can reason across audio, vision, and text in real time: https://t.co/MYHZB79UqN
— OpenAI (@OpenAI) May 13, 2024
Text and image input rolling out today in API and ChatGPT with voice and video in the coming weeks. pic.twitter.com/uuthKZyzYx
50 प्रतिशत सस्ता भी है ये वर्जन
GPT-4o दोगुनी स्पीड से काम करता है. GPT-4 की तुलना में यह 50 फीसदी सस्ता है और 5 गुना हाई रेट लिमिट के साथ आता है. इसे इस्तेमाल करने पर यूजर्स को एक बेहतरीन अनुभव मिलेगा.
इंसान की तरह बात करेगा GPT-4o
चैटजीपीटी का नया वर्जन वॉइस मोड में पहले से बेहतर रिजल्ट दे सकता है. नए वर्जन में इमोशन सपोर्ट दी गई है. इमोटिव वॉइस मॉड्यूलेशन के साथ यह मॉडल इंसानों की तरह बातचीत कर सकता है. इसमें कई तरह के इमोशन में बात करने की काबिलियत है. आपको ऐसा लगेगा जैसे आप किसी इंसान से बात कर रहे हैं. वहीं, अगर चैटजीपीटी बोल रहा हो, तो भी आप उसे बीच में टोककर अपना प्रश्न पूछ सकते हैं. ऐसा करने के लिए आपको चैटजीपीटी के चुप होने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है.
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दुनियाभर की 50 भाषाओं में काम करेगा ChatGPT-4o
GPT-4o को जल्द ही चैटजीपीटी प्लस और टीम यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा. ओपनएआई का कहना है कि वो जल्द ही इस मॉडल को एंटरप्राइज यूजर्स के लिए जारी करेगी. मुफ्त में चैटजीपीटी चलाने वाले यूजर्स इसका पूरी तरह इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. GPT-4o दुनिया भर की 50 भाषाओं में काम करेगा.
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भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने Google Chrome और Apple यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी है. एजेंसी को इन दोनों ऐप्स में खतरा मिला है.
अगर आप गूगल क्रोम (Google Chrome) का इस्तेमाल करते हैं या फिर ऐप्पल (Apple) यूजर हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. दरअसल, भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने दोनों कंपनी के यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है. गूगल क्रोम और Apple iTunes में कुछ गड़बड़ी मिली है. यूजर्स अगर सरकार की इस चेतावनी पर ध्यान नहीं देंगे, तो उनका डिवाइस हैक हो सकता है. तो चलिए जानते हैं कैसे आप अपने डिवाइस सुरक्षित रख सकते हैं?
हैकर्स ऐसे कर सकते हैं आपकी डिवाइस पर कंट्रोल
CERT-In को गूगल क्रोम और एपल आईट्यून्स डेस्कटॉप एप्लिकेशन में खतरे मिले हैं. इन खामियों की वजह से साइबर हैकर्स आपके डिवाइस पर अटैक करके कंट्रोल अपने हाथ में ले सकते हैं. इससे हैकर्स डिवाइस के आर्बिटरेरी कोड पर कंट्रोल हासिल कर सकते हैं. मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत काम करने वाली सरकारी एजेंसी ने इससे बचने का तरीका बताया है.
गूगल क्रोम में मिली ये गड़बड़ी
एजेंसी के अनुसार गूगल क्रोम में कई गड़बड़ियां मिली हैं. Visuals और ANGLE कंपोनेंट जिन्हें यूज-आफ्टर-फ्री कहा जाता है. इनमें एक बग मिला है. इसके जरिए हैकर्स खास तौर पर तैयार किए HTML पेज से अटैक करते हैं, जो हीप करप्शन की वजह बन सकता है. ये खामियां विंडोज और मैक के लिए 124.0.6367.201/.202 वर्जन और लिनक्स के लिए 124.0.6367.201 वर्जन से पहले डेस्कटॉप पर गूगल क्रोम यूजर्स को प्रभावित करती हैं. यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने ब्राउजर को तुरंत अपडेट करें.
Apple iTunes यूजर्स को सॉफ्टफेयर अपडेट करने की सलाह
CERT-In ने कहा है कि Apple iTunes में CoreMedia कंपोनेंट में गलत जांच की वजह से खतरा आया है. एक दूर बैठा हमलावर खास तौर पर तैयार रिक्वेस्ट भेजकर इसका फायदा उठा सकता है. अगर हैकर अटैक करने में सफल होता है तो डिवाइस पर मनमाने कोड डाल सकता है. यह दिक्कत 12.13.2 वर्जन से पहले विंडोज पर ऐप्पल आईट्यून्स के यूजर्स को प्रभावित करती है. CERT-In यूजर्स को एहतियातन सुरक्षा के लिए अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की सलाह देती है.
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व्हाट्सऐप (WhatsApp) पर यूजर्स की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए कई फीचर दिए जाते हैं. इनके इस्तेमाल से आप अपनी प्राइवेसी को सिक्योरकर सकते हैं.
व्हाट्सऐप (WhatsApp) का इस्तेमाल दुनियाभर में करोड़ों यूजर्स करते हैं. यूजर्स की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए कंपनी की ओर से कई फीचर दिए जाते हैं. अगर आप इनका इस्तेमाल करेंगे, तो पहले की तुलना में आपकी व्हाट्सऐप सिक्योरिटी काफी हद तक टाइट हो जाती है. तो चलिए हम आपको इन्हीं फीचर्स और इन्हें इनेबल करने का तरीका बताते हैं.
ऐसे करें प्राइवेसी फीचर का इस्तेमाल
वॉट्सऐप की ओर से यूजर्स की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए एक प्राइवेसी चेकअप फीचर दिया जाता है. लेकिन, अधिकतर यूजर्स को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है. इस फीचर को इनेबल करने के लिए आपको कुछ स्टेप फॉलो करने होंगे.
1. सबसे पहले वॉट्सऐप की सेटिंग में जाएं और फिर प्राइवेसी वाले ऑप्शन पर क्लिक करें.
2. स्टार्ट चेकअप पर टैप करें.
3. यहां यूजर्स के सामने अपनी प्राइवेसी सेटिंग को कस्टमाइज करने का ऑप्शन मिलता है.
4. इस फीचर के इस्तेमाल के बाद आप तय कर पाते हैं कि आपके वॉट्सऐप कौन जुड़ सकता है और कौन आपको मैसेज या कॉल कर सकता है.
5. यहां यूजर्स को अनचाहे मैसेज और कॉल्स को मैनेज करने की सुविधा मिलती है. इसके अलावा बिना आपकी परमिशन कोई ग्रुप में भी एड नहीं कर पाएगा.
सिक्योरिटी हो जाएगी मजबूत
इस फीचर को इनेबल करने के बाद आपकी चैट प्राइवेसी पहले की तुलना में और भी बेहतर हो जाती है. यहां यूजर्स को एंड-टू-एंड एंक्रिप्टिड बैकअप लेने की सुविधा भी मिलती है. सिक्योरिटी को अधिक मजबूत करने के लिए यूजर्स फिंगरप्रिंट व पिन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा चैट लॉक की सुविधा भी वॉट्सऐप पर दी जाती है.
अनचाहे ग्रुप्स, काल्स और चैट्स से मिलेगी मुक्ति
अक्सर देखा जाता है कि लोगों को उनके दोस्त या फिर कोई भी अनजान व्यक्ति उनकी अनुमित के बिना ही किसी भी ग्रुप में जोड़ देते हैं. इससे उनका नंबर भी दूसरे लोगों के साथ शेयर हो जाता है और उनमें से कुछ लोग फिर उन्हें मैसेज या कॉल करके परेशान भी करते है, ऐसे में ये फीचर बहुत काम का है. इसमें आप ऐसी सेटिंग भी कर सकते हैं, जिससे कोई भी हमें आपकी अनुमति के बिना किसी भी ग्रुप में नहीं जोड़ पाएगा.
हमारे पहले जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस चैटबॉट हनुमान को बनाने वालों में रिलायंस भी शामिल है.
ChatGPT की बादशाहत को खत्म करने के लिए भारत ने अपना पहला जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस चैटबॉट लॉन्च कर दिया है. Hanooman AI 12 भारतीय भाषाओं सहित 98 वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध है. इसे खासतौर पर उन लोगों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिनका हाथ अंग्रेजी में तंग है. हनुमान AI हिंदी, मराठी, गुजराती, बंगाली, कन्नड़, ओडिया, पंजाबी, असमिया, तमिल, तेलुगु, मलयालम और सिंधी में आपके सवालों का जवाब देगा. इस स्वदेशी AI चैटबॉट को रिलायंस, 7 आईआईटी, SML इंडिया और अबू धाबी की 3AI होल्डिंग ने मिलकर तैयार किया है.
हनुमान पर मिलेगी ये सर्विस
हनुमान AI चैटबॉट अंग्रेजी नहीं जानने वाले यूजर्स के हिसाब से विकसित किया गया है. एंड्रॉयड यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. जबकि आईओएस यूजर्स के लिए यह जल्द ही प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा. Hanooman AI स्पीच टू टेक्स्ट जैसी यूजर फ्रेंडली सर्विस ऑफर करेगा. यानी आप बोलकर या फिर टाइप करके भी अपने सवाल इससे पूछ सकेंगे. इसे LLM मेथड कहा जाता है, इसके तहत चैट बड़ी मात्रा में डेटा से सीखता है और नेचुरल साउंड रिस्पांस जनरेट करता है. हनुमान AI एक नए तरह की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड है और आने वाले दिनों में OpenAI के ChatGPT और Google Gemini AI को टक्कर देगा.
इन सेक्टर्स को मिलेगा फायदा
हनुमान चैटबॉट और BharatGPT के अलावा कई दूसरे AI मॉडल भी डेवलप किए जा रहे हैं. Sarvam और Krutrim जैसी कंपनियां भी AI मॉडल विकसित करने में लगी हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि ये सभी AI मॉडल जल्द लॉन्च हो जाते हैं, तो भारतीय यूजर्स की Open AI और Gemini AI पर निर्भरता काफी हद तक कम हो सकेगी. इसके जरिये गवर्नेंस, मॉडल हेल्थ, एजुकेशन और फाइनेंस सेक्टर को काफी मदद मिलेगी. एसएमएल इंडिया के को-फाउंडर विष्णु वर्धन ने कहा कि ‘हनुमान’ भारत में AI इनोवेशन के एक नए युग का प्रतिनिधित्व करता है. हमारा लक्ष्य एक साल में 20 लाख उपयोगकर्ताओं को इससे फायदा पहुंचाना है. 80 प्रतिशत भारतीयों को अंग्रेजी ठीक से समझ नहीं आती. इसी को ध्यान में रखते हुए ‘हनुमान’ भारतीय भाषाओं का भी समर्थन करता है.
ChatGPT से ऐसे अलग है हनुमान
चलिए अब यह भी जान लेते हैं कि हमारा हनुमान AI, ChatGPT जैसी दूसरे AI चैटबॉट से कितना अलग है. हनुमान और चैटजीपीटी का उद्देश्य भले ही समान हो, लेकिन उनमें बहुत अंतर है. हनुमान भाषाई विविधता और मल्टीमॉडल क्षमता पर जोर देता है, जो इसे दूसरों से अलग बनाता है. वैसे, ChatGPT 50 भाषाओं का समर्थन करता है, जिसमें अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, जर्मन, चीनी, जापानी, अरबी आदि शामिल हैं. लेकिन हनुमान भारत की 12 भाषाओं में जवाब देने की क्षमता रखता है. इसलिए भारत के लोगों के लिए यह बेस्ट चॉइस हो सकता है. इसके अलावा, दोनों में बड़ा अंतर है फीस का. ChatGPT अब प्रीमियम सर्विस है, यानी इसके लिए आपको पैसे देने होते हैं. जबकि हनुमान पूरी तरह फ्री. यदि आने वाले दिनों में इसे प्रीमियम सर्विस बनाया भी जाता है, तो भी फीस ChatGPT से कम हो रहेगी. ChatGPT प्रीमियम सर्विस के लिए हर महीने 20 डॉलर (करीब 1,671 रुपए) देने होते हैं.