होम / पर्सनल फाइनेंस / Post Office की इस स्कीम से बन सकते हैं लखपति, बोनस में मिलेंगे 9.6 लाख रुपये
Post Office की इस स्कीम से बन सकते हैं लखपति, बोनस में मिलेंगे 9.6 लाख रुपये
एंटीसिपिटेड एंडाउमेंट एश्योरेंस के लिए पॉलिसी टर्म 15 और 20 साल का है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः पोस्ट ऑफिस में ऐसी कई सारी स्कीम्स चलती हैं जिनके बारे में आम आदमी को पता नहीं होता है. ऐसी ही एक स्कीम है एंटीसिपिटेड एंडाउमेंट एश्योरेंस स्कीम, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. इस स्कीम के तहत आदमी जल्द लखपति बन सकता है और उसको बोनस के तौर पर 9.6 लाख रुपये मिलेंगे.
हर महीने इतना करना होगा जमा
अगर आप इस स्कीम में हर महीने 5 हजार रुपये जमा करते हैं तो मैच्यौरिटी से पहले तीन बार 2-2 लाख रुपये मनी बैक के तौर पर मिलेंगे. मैच्यौर होने पर स्कीम में बोनस के तौर पर 9.6 लाख रुपये मिलेंगे. पोस्ट ऑफिस की एंटीसिपेटेड एंडाउमेंट एश्योरेंस स्कीम को सुमंगल प्लान के नाम से भी जाना जाता है. यह पोस्ट लाइफ इंश्योरेंस का एक प्लान है. इसे पोस्ट ऑफिस के मनी बैक पॉलिसी के रूप में भी जाना जाता है.
अधिकतम 50 लाख रुपये का सम एश्योर्ड
इस स्कीम में अधिकतम सम एश्योर्ड 50 लाख रुपये का है. श्योर्ड इंडिविजुअल पॉलिसी पीरियड के दौरान जिंदा रहता है तो उसे मनीबैक के अलावा मैच्योरिटी पर बोनस का लाभ मिलेगा.एंटीसिपिटेड एंडाउमेंट एश्योरेंस के लिए पॉलिसी टर्म 15 और 20 साल का है. पॉलिसी को खरीदने के लिए कम से कम 19 वर्ष का होना जरूरी है.
20 साल के पॉलिसी टर्म पर उसे 8, 12 और 16वें साल में 2-2-2 लाख रुपए का मनीबैक मिलेगा. 20 सालों में बोनस की कुल राशि 9.6 लाख रुपए होगी. 20 साल बाद जब पॉलिसी मैच्योर होगी तो पॉलिसी होल्डर को सम अश्योर्ड का बकाया 4 लाख और बोनस का 9.6 लाख मिलाकर कुल 13.6 लाख रुपए मिलेंगे.
45 साल में खरीदने पर टर्म 15 साल का
अधिकतम 45 साल की उम्र तक इस पॉलिसी को खरीदा जा सकता है. 40 साल की उम्र में खरीदते हैं तो पॉलिसी टर्म 20 साल तक का हो सकता है. अगर 45 साल की उम्र में पॉलिसी खरीदते हैं तो केवल 15 साल का पॉलिसी टर्म होगा. इंश्योर्ड इंडिविजुअल की पॉलिसी पीरियड के दौरान मौत हो जाती है तो नॉमिनी को बोनस समेत लाभ मिलेगा. इस दौरान जो राशि मनीबैक के रूप में मिल चुकी है, उसका दोबारा विचार नहीं किया जाएगा. नॉमिनी को पूरे सम अश्योर्ड का लाभ दिया जाएगा.
VIDEO: ग्लोबल मंदी में मार्केटिंग कितनी चैलेजिंग
टैग्स