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जानिए रिटायरमेंट पर कौन सा प्लॉन है बेहतर, किसमें करें निवेश?
ये वो तरीके हैं जिनके जरिए आप अपने रिटायरमेंट को सही तरीके से प्लान कर सकते हैं. एक सही प्लॉनिंग ही आपको रिटायरमेंट पर सही निवेश दिला सकती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
रिटायरमेंट को लेकर हर आदमी कुछ न कुछ बचत करना चाहता है लेकिन सवाल ये है कि आखिर ऐसा कौन सा प्लान चुनें जो आपको उम्र की उस दहलीज पर सही रिटर्न दें. आज अपनी इस स्टोरी में हम आपको यही बताने जा रहे हैं. मौजूदा दौर में ऐसी कौन सी स्कीम हैं जिनमें निवेश करके आप रिटायरमेंट के वक्त सही रिटर्न पा सकते हैं. अपनी इस स्टोरी में आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं.
PPF में निवेश कितना देता है फायदा
पीपीएफ को पब्लिक प्राविडेट फंड कहा जाता है. ये एक 15 साल की स्कीम है उसके बाद इसे 5 साल के ब्लाक में कितना ही बढ़ाया जा सकता है. इसे आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हैं. पीपीएफ का खाता किसी भी उम्र में आसानी से खोला जा सकता है. इसमें 500 रुपये से लेकर 1000 या उससे भी ज्यादा जमा किया जा सकता है. लेकिन इसमें 1.5 लाख रुपये से ज्यादा हर साल जमा नहीं किया जा सकता है. अगर आप इसमें हर महीने का ब्याज पाना चाहते हैं तो आपको इसमें जमा की जाने वाली राशि को 5 तारीख से पहले जमा करना होगा. क्योंकि इस पर ब्याज 5 तारीख को सबसे कम जमा शेष राशि पर ही मिलता है.
NPS में कितना मिलता है रिटर्न?
एनपीएस को राष्ट्रीय पेंशन स्कीम भी कहा जाता है. इस योजना में 18 से 60 साल तक की उम्र का कोई भी आदमी निवेश कर सकता है. इसमें कई तरह के खाते होते हैं जिनमें टियर-1, टियर-2. टियर वन खाते में पैसा निकालना प्रतिबंधित होता है, जबकि टियर टू खाते में निवेश और निकासी की सुविधा मिलती है. इसकी अनुमति तभी दी जाती है जब खाता धारक के पास टियर वन खाता हो.
EPF में कौन कर सकता है निवेश?
ईपीएफ को कर्मचारी भविष्य निधि खाता भी कहा जाता है. हर वेतनभोगी को इसमें अंशदान करना आवश्यक है. इस खाते में जितना अंशदान कर्मचारी करता है उतना ही अंशदान नियोक्ता भी करता है. एक कर्मचारी अपनी सैलरी का 12 प्रतिशत तक इसमें योगदान देता है.जबकि नियोक्ता इसमें 3.67फीसदी का योगदान देता है.
अटल पेंशन योजना में कितनी मिलती है पेंशन?
इस योजना की शुरुआत 9 मई 2015 को हुई थी. इस योजना का मकसद असंगठित क्षेत्र के कामगारों को 60 साल बाद न्यूनतम मासिक पेंशन देना है. इसके तहत 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये और 5000 रुपये तक दिए जाते हैं. 60 साल के बाद पेंशनकर्ता को या उसके नॉमिनी को उसके अंशदान के अनुसार पेंशन दी जाती है. इस योजना में भारत का कोई भी नागरिक शामिल हो सकता है इसमें शामिल होने के लिए जमाकर्ता की आयु 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए. उसका या तो बैंक में या डाक घर में खाता होना चाहिए.
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