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खर्च कम करने के लिए ब्रिटेनवासियों ने निकाला 'नायाब' तरीका, तेजी से बढ़ रहा ये ट्रेंड
पूरी दुनिया तेजी से कैशलेस की ओर बढ़ रही है, पर ब्रिटेनवासी एक बार फिर कैश से पेमेंट करने लगे हैं. वहां डिजिटल ट्रांजैक्शन कम होने लगा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्ली: महंगाई ने सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की कमर तोड़ रखी है. ब्रिटेन में हालत तो भारत के मुकाबले बहुत बुरा है. वहां लोग पैसे बचाने और खर्च कम करने के लिए नई-नई तरकीब निकाल रहे हैं. महंगाई से लड़ने के लिए इन दिनों ब्रिटेन में एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है- 'पेन ऑफ पेइंग'.
क्या है 'पेन ऑफ पेइंग'
जब हम कैश से पेमेंट करते हैं तो कुछ चीजों के भगुतान के दौरान बहुत बुरा लगता है. कैश पेमेंट करने पर उन चीजों के भुगतान में कई बार हमारा दिल दुखता है. इस वजह से हम अनावश्यक खर्च से कई बार बचते हैं. इसे ही 'पेन ऑफ पेइंग' कहते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ कॉर्नेगी के ओफेर जेलरमेयर ने अपनी थीसिस में ये बातें लिखी हैं.
डिजिटल ट्रांजैक्शन कम हो रहा
पूरी दुनिया तेजी से कैशलेस की ओर बढ़ रही है, पर ब्रिटेनवासी एक बार फिर कैश से पेमेंट करने लगे हैं. वहां डिजिटल ट्रांजैक्शन कम होने लगा है. उनका ऐसा मानना है कि कैश से पेमेंट के दौरान वे 'पेन ऑफ पेइंग' से गुजरते हैं. इस वजह से वे अपने खर्च को कंट्रोल कर रहे हैं. उनका मानना है कि जब वे डिजिटल पेमेंट करते हैं तो खर्च होने का दर्द उन्हें महसूस ही नहीं हो पाता, इसलिए वे खर्च पर कंट्रोल नहीं कर पाते. ब्रिटेनवासियों का मानना है कि यदि वे पेमेंट कैश से करते हैं तो कई बार सोचते हैं, क्योंकि तब उन्हें ऐसा लगता है कि उनके पास रखा पैसा खर्च हो रहा है और वलेट खाली हो रहा है. ऐसे में बहुत जरूरी चीजों पर ही खर्च करते हैं.
9 हजार करोड़ रुपये का कैश से लेन-देन
लेटेस्ट डाटा के अनुसार, ब्रिटेन के पोस्ट ऑफिस में अगस्त महीने में 9 हजार करोड़ रुपये का कैश से लेन-देन हुआ, जो अब तक किसी भी महीने का सर्वाधिक आंकड़ा है. यह भी उम्मीद जताई गई कि जैसे-जैसे महंगाई बढ़ रही है, वैसे-वैसे ये रिकॉर्ड भी बहुत जल्द टूट जाएगा, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में ब्रिटेन में कैश ट्रांजैक्शन तेजी से बढ़ा है.
'पेन ऑन मोबाइल पेमेंट्स' क्या है?
जेलरमेयर ने जो थ्योरी दी है, उसपर और भी रिसर्च हुआ है, जिसमें एक है- 'पेन ऑन मोबाइल पेमेंट्स'. इस रिसर्च में ये बात सामने आई कि ग्राहकों को खर्च करने का सबसे कम दर्द मोबाइल से पेमेंट करने पर होता है. इसलिए मोबाइल से पेमेंट करने वाले ग्राहक अपने खर्च कम नहीं कर पाते, क्योंकि उन्हें अहसास ही नहीं होता कि उनका पैसा खर्च हो रहा है. उससे ज्यादा दर्द कार्ड से पेमेंट करने पर होता है, जबकि सबसे अधिक तकलीफ कैश से पेमेंट करने पर होती है और यही तकलीफ हमें बचत की ओर प्रेरित करती है.
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