दिल्ली टू पटना सिर्फ 9 घंटे में! जानें क्या है सरकार का प्लान?

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बिहार तक ले जाने की संभावनाएं तलाश रहा है.

Last Modified:
Wednesday, 17 August, 2022
फाइल फोटो

अगर सबकुछ ठीक रहा, तो दिल्ली से बिहार ज्यादा दूर नहीं रह जाएगा. सरकार एक महत्वपूर्ण योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत सड़क मार्ग से देश की राजधानी से पटना की दूरी कम हो जाएगी. कहने का मतलब है कि पटना पहुंचने में अभी जो समय लगता है, वो काफी कम हो जाएगा. अगले दो सालों में इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की संभावना है. 

ये है सरकार की योजना
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बिहार तक ले जाने की संभावनाएं तलाश रहा है. सरकार की योजना पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिए देश की राजधानी से बिहार की राजधानी पटना को जोड़ने की है. यदि ऐसा संभव होता है, तो दिल्ली से पटना का सफर 8 से 9 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. जबकि अभी इसमें 15 से 16 घंटे लगते हैं.

लोगों को मिलेगी राहत
दिल्ली में बड़े पैमाने पर बिहार के लोग रहते हैं. त्यौहार आदि के मौके पर उन्हें बिहार जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि ट्रेनें अपेक्षाकृत फुल रहती हैं. ऐसे में यदि सड़क मार्ग से दिल्ली टू पटना का सफर 8-9 घंटे में पूरा हो जाता है, तो यह उनके लिए बहुत बड़ी राहत होगी. 

आसान हो जाएगा सफर
बिहार में पटना बक्सर फोर लेन और बक्सर-हैदरिया फोर लेन तैयार करने का काम जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है. बताया जा रहा है कि पटना बक्सर फोर लेन और बक्सर हैदरिया फोर लेन बनने के बाद पटना-आरा-बक्सर-भरौली-हैदरिया होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिए लखनऊ-आगरा-नोएडा और दिल्ली जाना आसान हो जाएगा.

सरकार को भी फायदा
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ दिनों पहले संसद में बताया था कि बक्सर-हैदरिया फोर लेन का काम जल्द पूरा हो जाएगा. वहीं, पटना बक्सर फोर लेन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है. करीब 125 किलोमीटर की यह सड़क जल्द शुरू हो सकती है. गौरतलब है कि हाईवे की लगातार बेहतर होती स्थिति के चलते अब लोग सड़क मार्ग से जाना ज्यादा पसंद करने लगे हैं. लेकिन दूरी कभी-कभी इसमें रुकावट खड़ी कर देती है. ऐसे में यदि दिल्ली से पटना जाने में लगने वाला समय कम होता है, तो लोगों को तो सहूलित होगी कि टोल टैक्स के रूप में सरकार की कमाई भी बढ़ेगी.