होम / बिजनेस / अपनी सफलता से सबको चौंकाने वाली WeWork हुई दिवालिया, क्या भारत में कारोबार पर पड़ेगा असर?
अपनी सफलता से सबको चौंकाने वाली WeWork हुई दिवालिया, क्या भारत में कारोबार पर पड़ेगा असर?
अमेरिका के न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली WeWork ने दिवाला समाधान के लिए आवेदन किया है. कंपनी काफी समय से वित्तीय परेशानियों में घिरी थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 6 months ago
फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस प्रोवाइडर WeWork ने अमेरिका में बैंकरप्सी प्रोटेक्शन के लिए अप्लाई किया है. किसी जमाने में 47 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन वाली इस को पिछले काफी समय से वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. WeWork की सफलता ने जिस तरह से पूरी दुनिया को चौंका दिया था, ठीक वैसे ही इसकी बर्बादी से हर कोई हैरान है. WeWork में सॉफ्टबैंक की करीब 60% हिस्सेदारी है. सॉफ्टबैंक ने वीवर्क को मुश्किल हालात से बाहर निकालने के लिए अरबों डॉलर निवेश किया, लेकिन खास फायदा नहीं हुआ.
Neumann ने की थी शुरुआत
पिछले कुछ वक्त में WeWork ने कई कॉर्पोरेट क्लाइंट्स खोए हैं, इसकी एक वजह महंगे लीज रेट्स भी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2023 की दूसरी तिमाही में वीवर्क के रिवेन्यु में स्पेस लीज की 74% हिस्सेदारी थी. कंपनी ने बैंकरप्सी फाइलिंग में अपनी एसेट और लायबिलिटी 10 अरब से 50 अरब डॉलर बताई है. एक जमाने में वीवर्क अमेरिकी का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप बन गया था. इसका वैल्यूएशन 47 अरब डॉलर तक और इसमें कई बड़े इनवेस्टर्स ने पैसा लगाया था. न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली इस कंपनी की शुरुआत Adam Neumann ने की थी.
WeWork India is a separate entity from WeWork Global. The recent Chapter 11 filing will not impact our members and stakeholders in India. We will continue to operate and serve our members, landlords, and partners as usual. Committed to the growth and success of our business. pic.twitter.com/92KeXB1X4I
— WeWork India (@WeWorkIndia) November 7, 2023
भारत पर नहीं पड़ेगा असर
वहीं, WeWork की बैंकरप्सी फाइलिंग पर WeWork India ने बयान जारी करते हुए कहा है कि इसका कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कंपनी की तरफ से कहा गया है कि WeWork India, WeWork Global से एक अलग इकाई है. उसकी दिवाला प्रक्रिया का भारत में हमारे सदस्यों और हितधारकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हम हमेशा की तरह अपने सदस्यों, मकान मालिकों और भागीदारों का संचालन और सेवा करना जारी रखेंगे. हम अपने व्यवसाय की वृद्धि और सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं. कुछ वक्त पहले आई एक रिपोर्ट के अनुसार, WeWork इंडिया में, बेंगलुरु स्थित रियल एस्टेट फर्म एम्बेसी ग्रुप की 73% हिस्सेदारी है, जबकि WeWork Global की 27% हिस्सेदारी है. जून 2021 में, WeWork Global ने WeWork India में 750 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया था. WeWork India के पोर्टफोलियो में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद में 48 स्थानों पर 6.5 मिलियन वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र है.
कोरोना ने बिगाड़ दिया खेल
कई दूसरी कंपनियों की तरह ही WeWork Global के लिए भी कोरोना महामारी काल बनकर आई. कंपनी की IPO लाकर फंड जुटाने की कोशिशों को कोरोना की वजह से बड़ा झटका लगा. तमाम कोशिशों के बाद 2021 में बहुत कम वैल्युएशन पर कंपनी अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने में कामयाब रही. हालांकि, उसे उम्मीद के अनुरूप परिणाम नहीं मिले. WeWork ने सॉफ्टबैंक, ब्लैकरॉक, इनसाइट पार्टनर्स और गोल्डमैन सैश जैसे निवेशकों से 22 बिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटाई थी. 30 जून तक WeWork के रियल एस्टेट पोर्टफोलियो में 39 देशों में 777 स्थान शामिल थे. कोरोना के दौर में कई कंपनियों ने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा था. ऐसे में खर्चों में कटौती करने के लिए उन्होंने WeWork के साथ लीज एग्रीमेंट खत्म कर दिए और कंपनी की वित्तीय स्थिति लगातार खराब होती चली गई.
टैग्स