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Walmart ने भारत को लेकर बनाई ये बड़ी योजना, 'हमें' इस तरह पहुंचेगा फायदा
रिवेन्यु के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी Walmart भारत से अपने निर्यात को 2027 तक बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करना चाहती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को भारत न केवल बड़े बाजार के तौर पर दिख रहा है. बल्कि वो भारतीय सामान से अपने बाजार भी गुलजार कर रही हैं. अब वॉलमार्ट (Walmart) ने भारत को लेकर एक बड़ी योजना तैयार की है. कंपनी भारत से बड़े पैमाने पर माल खरीदकर दूसरे बाजारों में बेचेगी और मोटा मुनाफा कमाएगी. रिवेन्यु के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी Walmart भारत से अपने निर्यात को 2027 तक बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करना चाहती है.
इन Products पर फोकस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) भारतीय सप्लायर्स से खिलौनों के साथ-साथ जूते और साइकिल खरीदने पर विचार कर रही है. इसके अलावा, कंपनी फार्मास्युटिकल्स, फूड, मेडिकल और कपड़े आदि कैटेगरी में भी नए सप्लायर तैयार करेगी. Ikea जैसी ग्लोबल खुदरा कंपनियां पहले से ही अपने अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए भारत से खिलौनों आदि खरीद रही हैं. अब Walmart भी इस लिस्ट में शामिल होकर मुनाफा कमाना चाहती है.
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उद्योगों को मिलेगा फायदा
वॉलमार्ट के अधिकारियों ने घरेलू खिलौना निर्माताओं से इस संबंध में बातचीत भी की है. उन्होंने खिलौने तैयार करने वालों को अपनी जरूरतों और अपेक्षित गुणवत्ता मानकों के बारे में बताया. दरअसल, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) वॉलमार्ट और खिलौना संघ को एकसाथ लाने का काम कर रहा है. उसी की पहल पर दोनों पक्षों में बैठक हुई हैं. वॉलमार्ट अब खिलौने खरीदने के लिए निर्माताओं से सीधे संपर्क में है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि वॉलमार्ट के इस कदम से भारतीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा. माल की डिमांड बढ़ेगी, तो प्रोडक्शन बढ़ाना होगा और इससे नए रोजगार भी निर्मित होंगे.
निर्यात में आई है कमी
भारत से खिलौने का बड़े पैमाने पर निर्यात होता है, लेकिन अप्रैल-दिसंबर, 2022-23 के दौरान इसमें कमी दर्ज की गई है. अप्रैल-दिसंबर, 2022-23 में भारत ने 1017 करोड़ रुपए के खिलौनों का निर्यात किया. जबकि 2021-22 में यह आंकड़ा 2601 करोड़ रुपए था. अप्रैल-दिसंबर 2013-14 में देश से 167 करोड़ रुपए के खिलौने बाहर भेजे गए थे. बता दें कि फरवरी 2020 में सरकार ने खिलौनों पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाई थी. इसे 20% के बजाए 60 प्रतिशत कर दिया गया था और इस साल इसे 70% कर दिया गया है. इस कवायद का मकसद घरेलू खिलौना उद्योग को बढ़ावा देना है.
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