होम / बिजनेस / मुकेश अंबानी ने जिस अमेरिकी कंपनी से मिलाया हाथ, उसने चीन से समेट लिया कारोबार!
मुकेश अंबानी ने जिस अमेरिकी कंपनी से मिलाया हाथ, उसने चीन से समेट लिया कारोबार!
अमेरिकी फैशन ब्रैंड ने चीन और ताइवान से अपना कारोबार समेटने का फैसला लिया है. इस बिजनेस को चीन की कंपनी खरीद रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
मुकेश अंबानी ने जिस अमेरिकी फैशन ब्रैंड 'गैप इंक' से हाथ मिलाया है, उसने चीन से अपना कारोबार समेटने का फैसला लिया है. कंपनी चीन और ताइवान का अपना कारोबार बेच रही है. चीनी ई-कॉमर्स सर्विस प्रोवाइडर Baozun ने इस डील में दिलचस्पी दिखाई है. डील के फाइनल होते ही गैप इंक का चीन में 12 सालों का सफर खत्म हो जाएगा. 'वॉल स्ट्रीट जनरल' की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह सौदा करीब 50 मिलियन डॉलर में हो सकता है.
जल्द फाइनल होगी डील
रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों कंपनियों के बीच बातचीत अंतिम चरण में है और अगले साल की शुरुआत में डील फाइनल हो सकती है. चीनी कंपनी Baozun नैस्डैक और हांगकांग दोनों में सूचीबद्ध, जो 2007 में अस्तित्व में आई थी. 'गैप इंक' के लिए चीन में पिछले 12 साल का अनुभव मिला-जुला रहा है. कंपनी को जितनी उम्मीद थी, वैसे परिणाम नहीं मिले और रही-सही कसर कोरोना महामारी ने पूरी कर दी. पूरी दुनिया जहां सामान्य स्थिति में लौट चुकी है, वहीं चीन में कई जगहों पर कोरोना पाबंदियां जारी हैं. इसकी वजह से भी कई कंपनियों को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा है.
सेल में आ रही गिरावट
GAP ने Baozun के साथ अपनी डील पर एक बयान भी जारी किया है. कंपनी का कहना है कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो एक फ्रैंचाइज़ी समझौते के तहत ग्रेटर चीन में Baozun उसके स्टोर संचालित करेगी. GAP की तरफ से यह भी कहा गया है कि ये फैसला दुनियाभर में फैसले उसके व्यवसाय की रणनीतिक समीक्षा का परिणाम है, जिसकी शुरुआत दो साल पहले हुई थी. अमेरिकी कंपनी GAP बीते कुछ समय से बिक्री में गिरावट का सामना कर रही है और यह गिरावट केवल चीन तक ही सीमित नहीं है. GAP क्लोथिंग कंपनी Old Navy की पैरेंट कंपनी भी है, जो कई तरह की परेशानियों से घिरी हुई है. GAP के कुल रिवेन्यु में ओल्ड नेवी का करीब 50% योगदान है.
भारत में की साझेदारी
हाल ही में खबर आई थी कि रिलायंस रिटेल भारत में गैप ब्रैंड का आधिकारिक रिटेलर बन गया है. कंपनी अपने एक्सक्लूसिव ब्रैंड स्टोर, मल्टी-ब्रैंड स्टोर्स और डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से इंडियन कंज्यूमर्स को गैप ब्रैंड के फैशन आइटम्स उपलब्ध कराएगी. गैप की बात करें तो यह अमेरिका का प्रतिष्ठित फैशन ब्रैंड है. गैप पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए कपड़े, एक्सेसरीज और पर्सनल केयर जैसे विशेष प्रोडक्ट्स बनाता है. यह कंपनी 1969 में सैन फ्रांसिस्को में अस्तित्व में आई थी. GAP को दुनिया भर में अपने डेनिम-बेस्ड फैशन के लिए जाना जाता है.
पहले भी की थी एंट्री
भारत एक बहुत बड़ा बाजार है और यहां पैर जमने का मतलब है बड़ा मुनाफा. यही वजह है कि तमाम अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां भारत में एंट्री के लिए साझेदारी कर रही हैं. GAP ने इससे पहले भी भारतीय उपभोक्ताओं को आकर्षित करने का प्रयास किया था, लेकिन वो अनुभव कंपनी के लिए अच्छा नहीं रहा. GAP ने अरविंद फैशन के साथ 2020 में हाथ मिलाया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते स्थितियां तेजी से बिगड़ गईं. लॉकडाउन लगा, उसके बाद शॉपिंग मॉल जैसे स्थानों से लोगों ने दूरी बनाई, जिसके परिणामस्वरूप गैप ने डील को रद्द कर दिया.
टैग्स