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दाल से जनता न हो बेहाल, इसलिए सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम
केंद्र सरकार ने कम होते स्टॉक को बढ़ाने के लिए मिनिमम एश्योर्ड प्रोक्योरमेंट प्राइस या डायनामिक बफर प्रोक्योरमेंट प्राइस जो भी अधिक हो, उस पर किसानों से अरहर और मसूर दाल खरीदने की योजना बनाई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
जरूंरी खाद्यान्नों की महंगाई पर नियंत्रण के लिए सरकार एक के बाद एक कदम उठा रही है. सबसे पहले सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम की. फिर पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए और अब दालों के दाम बढ़ने न पाएं इसके लिए सरकार ने एक और उपाय किया है. केंद्र सरकार ने बफर स्टॉक के लिए किसानों से सीधे 6 लाख टन दाल खरीदने की योजना बनाई है. इसमें 4 लाख टन कच्ची अरहर दाल और 2 लाख टन मसूर दाल शामिल है.
कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उठाया कदम
केंद्र सरकार ने कम होते स्टॉक को बढ़ाने के लिए मिनिमम एश्योर्ड प्रोक्योरमेंट प्राइस (MAPP) या डायनामिक बफर प्रोक्योरमेंट प्राइस (DBPP) जो भी अधिक हो, उस पर किसानों से सीधे 400,000 टन अरहर और 200,000 टन मसूर दाल खरीदने की योजना बनाई है. एमएपीपी एक जिले में पिछले तीन कारोबारी दिनों का वेटेड एवरेज प्राइस है, जबकि डीबीपीपी(DBPP) खरीद के दिन, तीन पिछले दिनों और तीन बाद के कारोबारी दिनों का वेटेड एवरेज प्राइस है. सरकार ने ये कदम अरहर और कुछ अन्य दालों के कम उत्पादन के कारण बाजार कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सरकारी बफर स्टॉक में गिरावट के कारण उठाया है.
प्री-रजिस्टर्ड किसानों से की जाएगी खरीद
योजना के हिस्से के रूप में इन दोनों दालों की खरीद नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (NAFED) और नेशनल कॉऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) द्वारा सीधे प्री-रजिस्टर्ड किसानों से की जाएगी.
8,000 टन अरहर की खरीद, अब मसूर की बारी
तुअर की खरीद जनवरी में शुरू हुई और अब तक दोनों एजेंसियों ने लगभग 8,000 टन अरहर की खरीद की है. मसूर की खरीदी इसी माह शुरू होने वाली है. जनवरी में, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने एक मल्टीलिंगुअल इलेक्ट्रॉनिक पोर्टल https://esamrikhi.in लॉन्च किया, जिसके माध्यम से किसान दो सरकारी खरीद एजेंसियों को तुअर दाल बेच सकते हैं.
अरहर दाल की कीमत में बढ़ोतरी
मौसम की गड़बड़ी और पिछले सीजन के उत्पादन में गिरावट के कारण अरहर की कीमत काफी अधिक रही है. फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में तुअर का उत्पादन भी कमजोर मानसून के कारण गिरने की आशंका है, कृषि मंत्रालय ने इसे पिछले वर्ष के उत्पादन के बराबर आंका है.
अभी किस भाव पर बिक रही दालें
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 17 मार्च को देश में अरहर दाल की औसत कीमत 150.22 रुपये प्रति किलो है. सबसे अधिक 199 रुपये और सबसे कम 87 रुपये किलो है. चना दाल की औसत कीमत 82.96 रुपये थी तो अधिकतम मूल्य 140, न्यूनतम मूल्य 60 रुपये प्रति किलो है. उड़द दाल का रेट 123.72 रुपये प्रति किलो रहा. अधिकतम 174 रुपये और न्यूनतम 68 रुपये किलो था, उड़द दाल का मॉडल प्राइस 120 रुपये है, इसी तरह मूंग दाल 117.36 रुपये प्रति किलो के औसत रेट से बिकी. इसका अधिकतम मूल्य 166 और न्यूनतम 89 रुपये रहा. मसूर दाल की औसत कीमत 93.63 रुपये प्रति किलो रही. 17 मार्च को सबसे सस्ता मसूर दाल 70 और सबसे महंगा 157 रुपये प्रति किलो के रेट से बिकी.
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