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देश की ये कंपनी दे रही है अपने सीईओ को सबसे ज्यादा वेतन, जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे
सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ का सालाना वेतन 82 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वो बीते तीन दशक से आईटी सेक्टर में काम कर रहे हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
वेतन हमेशा से ही सभी नौकरीपेशा लोगों की पसंदीदा चर्चा का विषय रहता है, सिर्फ चर्चा का ही नहीं बल्कि हर नौकरीपेशा एक अच्छे वेतन की चाहत की उम्मीद भी रखता है. लेकिन जब कभी भी बात सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले की होती है तो हर कोई जानना चाहता है कि आखिर वो कौन शख्स है जो सबसे ज्यादा वेतन पा रहा है. यही नहीं कई लोग ये जानने में भी दिलचस्पी रखते हैं कि आखिर वो कौन सी कंपनी है जो अपने सीईओ को सबसे ज्यादा वेतन देती है.
ये कंपनी दे रही है सबसे ज्यादा वेतन
आईटी सेक्टर में ज्यादा वेतन देने वाली तो कई कंपनियां हैं लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो अपने सीईओ को सबसे ज्यादा वेतन देती हैं. सबसे ज्यादा वेतन देने वाली कंपनियों में शामिल है नामी टेक कंपनी विप्रो(Wipro). विप्रो अपने सीईओं को सबसे ज्यादा वेतन दे रही है. Wipro अपने विदेशी CEO को 82 करोड़ रुपये से ज्यादा का वेतन दे रही है. इसी कड़ी में दूसरे नंबर पर शामिल है आईटी कंपनी इंफोसिस(Infosys). इंफोसिस अपने सीईओ सलिल पारेख को 54.45 करोड़ रुपये का वेतन देती है. इसी तरह एचसीएल अपने सीईओ 24.8 करोड़ रुपये का वेतन देती है.
तीन दशक से ज्यादा का है अनुभव
विप्रो के मौजूदा सीईओ थिएरी डेलापोर्ट बीते तीन दशक से इस इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं. विप्रो का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन 93400 करोड़ है. वित्त वर्ष 2023 में उनकी सालाना सैलरी 82 करोड़ रुपये से ज्यादा रही है. सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले डेलापोर्ट विप्रो को ज्वॉइन करने से पहले फ्रांस की आईटी कंपनी कैपजेमिनी में चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी का पद संभाल रहे थे. उन्हें जुलाई 2020 में विप्रो की कमान मिली.
कहां से हुई है डेलापोट की पढ़ाई?
सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ थिएरी डेलापोर्ट की पढ़ाई फ्रांस की पब्लिक यूनिवर्सिटी साइंसेस से हुई है. उन्होंने इकोनॉमी एंड फाइनेंस में स्नातक की पढ़ाई की है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1992 में आर्थर एंडरसन एंड कंपनी से की. उन्होंने इस कंपनी में एक्सटर्नल ऑडिटर के पद से काम करना शुरू किया. इस कंपनी में तीन साल तक कुशलता से काम करने के बाद उन्होंने कैपजेमिनी को ज्वॉइन कर लिया. वहां 25 सालों तक काम करने के बाद उन्होंने विप्रो ज्वॉइन कर ली.
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