Voda-Idea के FPO में पैसा लगा सकती हैं ये दिग्गज इन्वेस्टमेंट फर्म, इतना कर सकते हैं निवेश

वोडाफोन-आइडिया ने FPO के लिए प्राइस बैंड 10-11 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. वोडाफोन-आइडिया, रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बाद भारत की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम ऑपरेटर है.

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Saturday, 13 April, 2024
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टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया 18,000 करोड़ रुपये तक का FPO (Follow on Offer) ला रही है. यह 18 अप्रैल को खुलकर 22 अप्रैल को बंद होगा. अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने के बाद दिग्गज इनवेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स, टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया पर बड़ा दांव लगाने की तैयारी में है. इनवेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड (SBI MF), वोडाफोन आइडिया के 2.16 बिलियन डॉलर (18000 करोड़ रुपये) के शेयर सेल में 800 मिलियन डॉलर (करीब 6500 करोड़ रुपये) लगाने पर विचार कर रहे हैं. 

6500 करोड़ रुपये का कर सकते हैं निवेश

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की GQG भारत में जन्मे एग्जीक्यूटिव राजीव जैन के संचालन वाली कंपनी है. इसने वोडाफोन आइडिया के FPO में लगभग 50 करोड़ डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है. वहीं एसबीआई म्यूचुअल फंड इस FPO में 20-30 करोड़ डॉलर के निवेश पर विचार कर रही है. Vodafone Idea के FPO के लिए प्राइस बैंड 10-11 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. निवेशक न्यूनतम 1,298 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं. इसके बाद 1,298 इक्विटी शेयरों के मल्टीपल में बोली लगाई जा सकती है.

सीमेंट कारोबार का किंग बनने की तैयारी में Adani Group, बनाया ये खास प्लान

इंस्टीट्यूशनल कोटा के तहत लगा सकते हैं पैसा

जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) और SBI MF इंस्टीट्यूशनल कोटा के तहत निवेश करने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि अभी तक निवेश को लेकर अंतिम फैसला नहीं हुआ है. वोडोफोन-आइडिया ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि वह अपने 4G नेटवर्क का विस्तार करने, 5G नेटवर्क स्थापित करने, टैक्स और बकाया का भुगतान करने के लिए पैसे का इस्तेमाल करने की योजना बन रही है.

क्या होता है FPO?

FPO एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके जरिए एक कंपनी जो पहले से ही शेयर बाजार में लिस्ट है, निवेशकों या मौजूदा शेयरधारकों, आम तौर पर प्रमोटरों को नए शेयर जारी करती है और अतिरिक्त फंड जुटाती है. कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया साल 2018 में अस्तित्व में आई थी, जब वोडाफोन ग्रुप ने 23 अरब डॉलर के सौदे में अपने भारतीय कारोबार को आइडिया सेल्युलर के साथ मर्ज कर दिया था. वोडाफोन आइडिया में वोडाफोन की 25% से अधिक हिस्सेदारी है. यह, रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बाद भारत की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम ऑपरेटर है. 
 


Zomato वाले दीपेन्‍दर गोयल ने 79 करोड़ में खरीदी जमीन, जानिए किस पॉश इलाके में है प्‍लॉट

जोमैटो के मालिक दीपेन्‍दर गोयल ने दिल्‍ली के एक पॉश इलाके में जमीन खरीदी है. उनकी इस डील की जानकारी जैसे ही सोशल मीडिया पर आई तो उनके फैन्‍स ने उन्‍हें बधाई देने में देर नहीं लगाई.

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Thursday, 02 May, 2024
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Zomato के मालिक दीपेन्‍दर गोयल ने साउथ दिल्‍ली में जमीन खरीदी है. दीपेन्‍दर ने मेहरौली के छतरपुर इलाके में ये जमीन खरीदी है वो पॉश इलाके में स्थित है.  उनके इस जमीन के सौदे की खबर आते ही सोशल मीडिया पर मैसेज की झड़ी लग गई है. कोई जहां इस पर खुशी जता रहा है तो कोई नाराजगी जता रहा है. एक यूजर ने तो ये तो ये तक लिख दिया कि मुझे इसमें हिस्‍सा चाहिए. इस यूजर ने ये क्‍यों लिखा वो आपको स्‍टोरी में बताएंगे. दीपेन्‍दर मलिक ने इस डील के लिए 79 करोड़ रुपये चुकाए हैं और इसकी रजिस्‍ट्री भी हो गई है. 

आखिर क्‍या है इस डील की पूरी जानकारी 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, CRE Matrix की रिपोर्ट कहती है कि दीपेन्‍दर गोयल ने जो जमीन खरीदी है वो 2.5 एकड़ के दो प्‍लॉट हैं. ये दोनों सौदे अलग-अलग तारीख पर हुए हैं. दीपेन्‍दर गोयल की इस जमीन की पहली डील 28 मार्च 2023 को हुई है. जबकि दूसरी डील 1 सितंबर 2023 को हुई है. दोनों प्‍लॉट छत्‍तरपुर के डेरा मंडी गांव मे हैं. पहली जमीन दीपेन्‍दर गोयल ने लक्‍जलॉन बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड से खरीदी है जबकि दूसरी जमीन रवि कपूर नाम के प्‍लॉट होल्‍डर से खरीदी है. इस जमीन के लिए दीपेन्‍दर गोयल ने 3.5 करोड़ रुपये की स्‍टॉम्‍प ड्यूटी चुकाई है. हालांकि इस बारे में जमीन खरीदने वाले और बेचने वालों से संपर्क नहीं हो पाया है. 

ये भी पढ़ें: खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही हैं Byju’s की समस्‍या, अब इस कंपनी ने दायर की याचिका

सोशल मीडिया पर लोगों ने कही ये बात 
Zomato के मालिक दीपेन्‍दर गोयल सोशल मीडिया पर बड़े सक्रिय हैं. इस जमीन सौदे की जानकारी जैसे ही उनके फैंश को मिली उसके बाद तुरंत कई लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने में देरी नहीं लगाई. कई लोगों ने जहां उन्‍हें इस सौदे के लिए बधाई दी तो वहीं कई सोशल मीडिया फैंश ने लिखा कि इनको देखकर प्रेरणा मिलती है. एक अन्‍य यूजर ने लिखा ‘बधाई हो मिस्‍टर जोमैटो’. जबकि कई लोग उनसे डिलीवरी के लिए एक्‍सट्रा चार्ज न करने का अनुरोध कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि कल ही आपके एक राइडर ने मेरे 600 रुपये ले लिए और खाना भी नहीं दिया. अब मुझे आपसे जमीन में हिस्‍सा चाहिए. 

जानते हैं कितनी है दीपेन्‍दर गोयल की नेटवर्थ? 
वहीं अगर दीपेन्‍दर गोयल की नेटवर्थ पर नजर डालें तो उनके पास 2570 करोड़ रुपये की संपत्ति है. वहीं गुरुवार को जोमैटो के शेयर की स्थिति पर नजर डालें तो शेयर 193.60 रुपये पर खुला जबकि दोपहर में खबर लिखे जाने तक ये शेयर 195 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. इस शेयर का 52 हफ्तों का सबसे अधिकतम मूल्‍य 199.70 रुपये था जबकि 52 हफ्तों का सबसे कम मूल्‍य 60.30 रुपये था. जोमैटो के तीसरी तिमाही के नतीजों पर नजर डालें तो उसके रेवेन्‍यू में 69 प्रतिशत का इजाफा हुआ था, जिसके बाद ये 3288 करोड़ रुपये रहा है. जोमैटो ने एक साल में 63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. 


Google में फिर छंटनी से हाहाकार लेकिन भारत को होगा फायदा, आखिर कैसे?

Google ने अपनी कोर टीम से लगभग 200 कर्मचारियों के पदों में कटौती की है. इससे पहले गूगल पूरी पायथन टीम को नौकरी से निकालने को लेकर चर्चा में था.

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Thursday, 02 May, 2024
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दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन और टेक दिग्गज कंपनी Google में हड़कंप मचा है. Google के कर्मचारी पिछले काफी समय से छंटनी की मार झेल रहे हैं. बीते दिनों पूरी पायथन टीम को निकालने के बाद एक बार फिर से कंपनी में छंटनी की खबर आ रही है. इस बार गूगल की कोर टीम में छंटनी की तलवार चल रही है. इस छंटनी में 200 कर्मचारियों को निकाला गया है. 

तिमाही नतीजों से ठीक पहले ऐलान

Google ने बीते 25 अप्रैल को अपनी पहली तिमाही की धमाकेदार इनकम रिपोर्ट करने से ठीक पहले अपनी कोर टीम में बड़ी छंटनी की थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसके तहत कंपनी ने कम से कम 200 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. गूगल में ये नई छंटनी बीते दिनों फ्लटर, डार्ट और पायथन टीमों से कर्मचारियों को निकालने के बाद देखने को मिली है.

कर्मचारियों को E-Mail भेज दी जानकारी

रिपोर्ट के मुताबिक, Layoff का ऐलान Google डेवलपर इकोसिस्टम के वाइस प्रेसिडेंट असीम हुसैन ने किया और बीते सप्ताह कोर टीम में काम करने वाले अपने कर्मचारियों को इस संबंध में एक ईमेल भेजकर जानकारी दी थी. इसके अलावा उन्होंने एक टाउन हॉल में भी छंटनी और बदलाव को लेकर बात की थी. हुसैन ने कहा था कि यह इस साल उनकी टीम के लिए सबसे बड़ी नियोजित कटौती है.

कैसे भारत को होगा फायदा 

सनीवेल, कैलिफोर्निया में कम से कम 50 इंजीनियरिंग पद समाप्त कर दिए गए. जबकि इंटरनल डॉक्यूमेंट्स बताते हैं कि कोर टीम्स के कई पदों को मैक्सिको और भारत में शिफ्ट कर दिया जाएगा. गूगल के सर्च बॉस प्रभाकर राघवन ने कहा कि वह भारत और ब्राजील जैसे प्रमुख बाजारों में यूजर्स के करीब टीम्स बनाने की योजना बना रहे हैं, जहां श्रम लागत कम है.

गूगल में इस साल और भी हुईं छंटनी

गूगल ने इन छंटनियों की पुष्टि पिछले हफ्ते ही कर दी थी. 2024 में एक झटके में इतने लोगों को एक साथ गूगल ने पहली बार बाहर किया गया है. इससे पहले इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में इजराइल की टेक्नीकल मदद करने को लेकर कंपनी का उसके कुछ कर्मचारियों ने विरोध किया था. कंपनी ने उन सभी कर्मचारियों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है. गूगल साल 2023 की शुरुआत से ही अपने वर्कफोर्स में कमी ला रहा है. कंपनी ने तब अपने कर्मचारियों की संख्या में 6 प्रतिशत तक कमी लाने का ऐलान किया था. कंपनी ने तब 12,000 लोगों को नौकरी से निकालने की घोषणा की थी.
 


Godrej Group के बंटवारे का लिस्टेड कंपनियों पर हुआ क्या असर, कैसी है शेयरों की चाल?

127 साल पुराने गोदरेज समूह का हाल ही में बंटवारा हो गया है. समूह की प्रॉपर्टी को दो हिस्सों में बांटा गया है.

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Thursday, 02 May, 2024
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गोदरेज समूह (Godrej Group) का हाल ही में बंटवारा हुआ है. 27 साल पुराने गोदरेज समूह को संस्थापक परिवार की दो शाखाओं के बीच बांटा गया है. एक हिस्सा 82 वर्षीय आदि गोदरेज और उनके 73 साल के भाई नादिर को मिलेगा. दूसरा हिस्सा उनके चचेरे भाई-बहन जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज को मिलेगा. गोदरेज समूह की 5 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं. जबकि गोदरेज एंड बॉयस फिलहाल बाजार में सूचीबद्ध नहीं है. बंटवारे की खबर का असर समूह की लिस्टेड कंपनियों पर भी पड़ा है. 

इनमें आई इतनी गिरावट 
समूह की प्रमुख कंपनी Godrej Industries को शायद बंटवारा रास नहीं आया है. कंपनी के शेयरों में आज जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है. शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर सात प्रतिशत से ज्यादा लुढ़क चुके हैं. खबर लिखे जाने तक गोदरेज इंडस्ट्रीज के शेयर करीबी 68 रुपए के नुकसान के साथ 892.90 रुपए पर कारोबार कर रहे थे. जबकि बीते 5 सत्रों में यह शेयर 4.67% और इस साल अब तक 15.01% का रिटर्न दे चुका है. इसी तरह, Godrej Properties के शेयरों में भी गिरावट आई है. आज दोपहर साढ़े 12 बजे तक यह 4 प्रतिशत से अधिक की नरमी के साथ 2,520.60 रुपए पर पहुंच गए थे. इस साल अब तक ये शेयर 25.90% चढ़ चुका है. 

इन्हें मिला बंटवारे से बूस्ट
गोदरेज समूह की Astec LifeSciences भी स्टॉक मार्केट में लाल निशान पर कारोबार कर रही है. कंपनी के शेयर करीब 3% की गिरावट के साथ 1,253.50 रुपए पर कारोबार कर रहे हैं. इस साल अब तक इस शेयर ने अपने निवेशकों को 16.28% का रिटर्न दिया है. इसका 52 वीक का हाई लेवल 1,541.65 रुपए है. हालांकि, समूह की दो कंपनियों को बंटवारे से बूस्ट मिलता नजर आ रहा है. Godrej Consumer Products के शेयरों में अब तक 1.01% की तेजी आ चुकी है. 1,231.80 रुपए के भाव वाले इस शेयर ने पिछले पांच सत्रों में 2 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई है. इसी तरह, Godrej Agrovet के शेयर भी मजबूती के साथ कारोबार कर रहे हैं. खबर लिखे जाने तक यह शेयर 3.65% चढ़कर 564 रुपए पर पहुंच गया था.

यह अभी भी एक सवाल है
बंटवारे के तहत आदि गोदरेज और नादिर के हिस्से में जहां गोदरेज इंडस्ट्रीज आई है. वहीं, आदि गोदरेज के चचेरे भाई-बहन जमशेद और स्मिता को नॉन-लिस्टेड कंपनी गोदरेज एंड बॉयस का मालिकाना हक मिला है. जमशेद और स्मिता के हिस्से में गोदरेज एंड बॉयस से जुड़ी कंपनियों के साथ ही मुंबई में एक प्लॉट और दूसरी महत्वपूर्ण संपत्ति भी मिलेगी. गोदरेज ग्रुप का कारोबार साबुन, होम अप्लायंस से लेकर रियल एएस्टेट तक फैला हुआ है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि गोदरेज एंड बॉयस के तहत समूह की 3000 करोड़ रुपए से अधिक की रियल एस्टेट संपत्ति को दोनों पक्षों के बीच कैसे विभाजित किया जाएगा.  
 

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खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही हैं Byju’s की समस्‍या, अब इस कंपनी ने दायर की याचिका 

कंपनी के लिए संकट का दौर सिर्फ एक फ्रंट पर नहीं है बल्कि कर्मचारियों की सैलरी से लेकर लगातार दायर होती दिवालिया याचिकाएं उसकी सबसे बड़ी समस्‍या हैं. 

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Thursday, 02 May, 2024
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Byju’s की समस्‍याओं का फिलहाल अंत होता नहीं दिख रहा है. अब तक कई कंपनियों की दिवालिया याचिका के बाद कंपनी के खिलाफ अब चीनी इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स कंपनी ओप्‍पो (OPPO) ने NCLT में याचिका दायर कर दी है. OPPO ने दिवालिया याचिका पर नोटिस जारी किया है. गर्मियों की छुटिटयों के कारण कोर्ट के बंद होने के चलते अब इस पर मई के आखिर सप्‍ताह में सुनवाई होने की उम्‍मीद है. 

आखिर क्‍या है ये पूरा मामला? 
दरअसल Byju’s के खिलाफ ओप्‍पो (OPPO) से पहले कई कंपनियां अपने कर्ज को लेकर एनसीएलटी में घसीट चुकी हैं. जिन कंपनियों ने Byju’s के खिलाफ एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍यूनल) में याचिका दायर की है उनमें बीसीसीआई, टर्म बी लोन प्रोवाइडर, फ्रांस स्थित टर्म लोन बी प्रोवाइडर और आईटी सर्विसेज देने वाली सर्फर शामिल है. अब इस कड़ी में ओप्‍पो का नाम भी शामिल हो गया है. यही नहीं टाइगर ग्‍लोबल, आउल वेंचर्स, सहित कई अन्‍य कंपनियां हैं जिन्‍होंने एनसीएलटी में Bayju’s के खिलाफ याचिका दी है. 

ये भी पढ़ें: देश और विदेश में निवेश करेगा Jindal Stainless, कंपनी ने बनाया फ्यूचर प्लान

कंपनी के खिलाफ 6 ऑपरेशनल क्रेडिटर्स ने दायर की है याचिका 
Byju’s के खिलाफ 6 ऑपरेशनल क्रेडिटर्स और एक फाइनेंशियल क्रेडिटर्स ने याचिका दायर की है. ऑपरेशनल क्रेडिटर्स वो होते हैं जो किसी भी कंपनी को कोई सर्विस मुहैया कराते हैं जबकि फाइनेंशियल क्रेडिटर्स वो होते हैं जो किसी भी कंपनी को कर्ज मुहैया कराते हैं. Byju’s के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर करने वालों में ऑपरेशनल क्रेडिटर्स ज्‍यादा हैं. हालांकि ओप्‍पो की ओर से अपने कर्ज को लेकर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है. 

कई तरह की परेशानियों से जूझ रही है कंपनी 
Byju’s की परेशानियां खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही हैं. सबसे बड़ी समस्‍या यही नहीं हैं कि उसके कर्जदार उसके खिलाफ दिवालिया याचिका दायर कर रहे हैं. बल्कि कंपनी को अपने कर्मचारियों के स्‍तर पर भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जहां अब तक कई कर्मचारियों को निकाला जा चुका है वहीं दूसरी ओर जो लोग काम कर रहे हैं उनकी सैलरी को लेकर भी कंपनी को संकट का सामना करना पड़ रहा है. 


देश और विदेश में निवेश करेगा Jindal Stainless, कंपनी ने बनाया फ्यूचर प्लान

Jindal Stainless ने रणीतिक निवेश और क्षमता विस्तार के लिए 3 बड़े एलान किए है. कंपनी ने इंडोनेशिया की एक कंपनी के साथ भी जॉइंट वेंचर का एलान किया है.

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Thursday, 02 May, 2024
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देश की बड़ी स्टील मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Jindal Stainless ने आज बड़े स्तर पर विस्तार और अधिग्रहण योजना का एलान किया. कंपनी ने यह एलान मेल्टिंग और डाउनस्ट्रीम क्षमता को बढ़ावा देने के लिए किया है. इसे योजना के लागू करने के बाद ये कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है. Jindal Stainless ने इसके लिए इंडोनेशिया की स्टेनलेस स्टील मेल्ट शॉप (SMS) के साथ जॉइंट वेंचर का एलान किया है. दोनों कंपनियों की इस JV का कुल प्रोडक्शन सालाना स्तर पर करीब 12 लाख टन (MTPA) होगा. इसके बाद कंपनी नेट मेल्टिंग क्षमता 40% बढ़कर 42 लाख तक पहुंचा जाएगा. इसके लिए करीब ₹700 करोड़ का निवेश होगा.

इंफ्रा फैसिलिटी में भी करेगी विस्तार 

इसके साथ ही कंपनी ने जयपुर, ओडिशा में डाउनस्ट्रीम लाइन के विस्तार के लिए ₹1,900 करोड़ का निवेश करेगी ताकि मेल्टिंग क्षमता के प्रोसेस को बढ़ाया जा सके. साथ ही कंपनी रेलवे साइडिंग, स्टेनेबिलिटी प्रोजेक्ट्स और रिन्युएबल एनर्जी जेनरेशन जैसी इंफ्रास्ट्रक्चरल फैसिलिटी से जुड़े काम पर ₹1,450 करोड़ खर्च करेगी.

इस कंपनी में 54% हिस्सा खरीदेगी

कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में यह भी बताया कि वो Chromeni Steels (CSPL) में 54% हिस्सा का अधिग्रहण करेगी, जिसके पास गुजरात के मुंद्रा में 0.6 MTPA कोल्ड रोलिंग मिल है. इस लेनदेन में ₹1,340 करोड़ का निवेश होगा, जिसमें मौजूदा समय का ₹1,295 करोड़ के कर्ज का टेकओवर है. इक्विटी पर्चेज भी ₹45 करोड़ भी शामिल है.

कंपनी ने विकास योजना की तैयार

Jindal Stainless के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से मंजूरी प्राप्त ऐतिहासिक फैसलों को लेकर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए Jindal Stainless के मैनेजिंग डायरेक्टर अभ्युदय जिंदल ने कहा कि इन अधिग्रहणों और निवेशों के साथ हमने अग्रणी कंपनियों में शुमार होने के लिए एक स्पष्ट विकास योजना तैयार की है. इंडोनेशियाई जेवी (JV) संयुक्त उद्यम से हमें सर्वोतम गति और कच्चे माल की सुरक्षा मिलेगी. जाजपुर लाइनों के विस्तार से घरेलू व विदेशी ग्राहकों को बेहतर मूल्य मिलेगा. क्रोमेनी की कोल्ड रोलिंग मिल से भारत के साथ विदेश में भी हमारी पहुंच बढ़ेगी. लॉन्ग टर्म वैल्यू एडेड सेगमेंट में हमारी उपस्थिति मजबूत होगी. 

इंडोनेश‍िया में न‍िवेश जल्‍द

इस अवसर पर सीईओ और होल टाइम डायरेक्टर तरुण खुल्बे ने कहा कि इंडोनेशिया में अपस्ट्रीम सुविधाओं में निवेश जल्द होगा. इसकी साइट पर मौजूदा औ‌द्योगिकी पार्क सुविधाओं को देखते हुए अगले 24 महीने में संचालन शुरू होने की उम्मीद की जा सकती है. लॉजिस्टिक्स और ऊर्जा लागत इंडोनेशिया को ऐसे निवेश के लिए और अधिक अनुकूल बनाती है. इसके अलावा, इंडोनेशिया सरकार ने निकेल धातु के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. वह लॉन्ग टर्म टैक्स छूटों के माध्यम से डाउनस्ट्रीम सुविधाओं में निवेश को बढ़ावा दे रही है. क्रोमेनी का अधिग्रहण हमारे अलग-अलग उत्पादों में कोल्ड रोल उत्पादों को विस्तार देने की हमारी रणनीति के अनुरूप है.

इसके साथ ही इस बारे में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और ग्रुप सीएफओ अनुराग मंत्री ने कहा कि यह निवेश विशेष रूप से हमारी डाउनस्ट्रीम कोल्ड रोल्ड क्षमताओं को संतुलित करने में योगदान देकर इन्हें वैश्विक मानकों के करीब ले जाएगा. इंडोनेशिया में उत्पादन का वैकल्पिक मार्ग खुलने से कच्चे माल को लेकर जोखिम में कमी आएगी. हम इन निवेशों को आंतरिक संसाधनों और ऋण के संयोजन के माध्यम से वित्तपोषित करेंगे और लीवरेज अनुपात पर नजर रखेंगे.
 


ये है दुनिया का सबसे अमीर कैदी, दौलत इनती की गिनती भूल जाएंगे आप

क्या आप जानते हैं दुनिया का सबसे अमीर कैदी कौन है? अगर नहीं आइए आज हम आपको बताते हैं उस अमीर कैदी के बारे में और कितनी उसके पास दौलत है.

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Thursday, 02 May, 2024
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क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाईनेंस (Binance) के पूर्व सीईओ चेंगपेंग झाओ को चार महीने की कैद हो गई. दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के फाउंडर चेंगपेंग को पिछले साल अमेरिकी एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और सैंक्शंस से जुड़े कानूनों के उल्लंघन के लिए दोषी ठहराया गया था. अब इस मामले में उन्हें चार महीने की कैद हुई है तो वह न सिर्फ अमेरिका के बल्कि दुनिया के सबसे अमीर कैदी हो गए हैं. एफटीएक्स (FTX) के सैम बैंकमन-फ्रायड (Sam Bankman-Fried) के बाद जेल जाने वाले किसी क्रिप्टो एक्सचेंज के दूसरे अहम मालिक हैं. 

कई मामलों में हैं आरोपी

Binance के संस्थापक चांगपेंग झाओ पर साइबर क्रिमिनल्स, टेररिस्ट ग्रुप्स और चाइल्ड एब्यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म से ट्रेड करने की इजाजत देने जैसे कई अन्य आरोप भी हैं. बता दें कि अमेरिकी कोर्ट के जज रिचर्ड जोन्स ने यह सजा सुनाई है सजा सुनाए जाने से पहले कोर्ट में झाओ ने कहा कि मैं यहां विफल रहा, मुझे अपनी नाकामी पर गहरा अफसोस और इस बात का खेद है. अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि झाओ ने जानबूझकर बाल यौन शोषण, अवैध नशीली दवाओं के व्यापार और आतंकवाद का समर्थन करने वाले लोगों को अपने प्लेफार्म से व्यापार करने की अनुमति दी.

कितनी दौलत के मालिक हैं चैंगपेंग झाओ

चैंगपेंग झाओ दुनिया के सबसे अमीर कैदी के रूप में दर्ज हो चुके हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सजा के बावजूद उनके पास अभी भी 4300 करोड़ डॉलर (3.6 लाख करोड़ रुपये) की दौलत है. खास बात ये है कि क्रिप्टो मार्केट में तेजी आती है तो चेंगपेंग की दौलत और बढ़ेगी यानी कि वह और अमीर होते जाएंगे. 47 वर्षीय चेंगपेंग ने पिछले साल बाईनेंस के सीईओ का पद छोड़ दिया था. हालांकि कंपनी पर उनका प्रभाव बना हुआ है. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में उनके करीबी दोस्तों का वर्चस्व है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक बाईनेंस में उनकी करीब 90% हिस्सेदारी भी बरकरार है.

तीन साल की सजा की उठाई गई थी मांग

सिएटल में अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज रिचर्ड जोन्स ने चेंगपेंग झाओ को चार महीने की कैद सुनाई है. अभियोजकों (प्रॉसिक्यूटर्स) ने तीन साल के सजा की मांग की थी. इसके अलावा चेंगपेंग की कैद फेडरल गाइडलाइंस के मुताबिक एक से डेढ़ साल की सजा से भी काफी कम है. वहीं दिवालिया हो चुकी FTX के ग्राहकों के 800 करोड़ डॉलर चुराने के मामले में मार्च में सैम-बैंकमन- फ्रायड को 25 साल की सजा हुई थी. सैम अपने ऊपर लगे आरोपों और सजा के खिलाफ अपील कर रहे हैं. 

2017 में की थी बाइनेंस की शुरुआत

चांगपेंग झाओ ने बाइनेंस की शुरुआत 2017 में की थी. यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्‍टोकरेंसी एक्‍सचेंज है. बाइनेंस की स्‍थापना के बाद झाओ ने कई क्रिप्‍टोएक्‍सचेंज का अधिग्रहण किया. अब वे सब इसके इकोसिस्टम का हिस्‍सा है. इसके अलावा बायनेंस के पास खुद की क्रिप्टोकरेंसी, कई क्रिप्टो वॉलेट और नई क्रिप्टोकरेंसी को लॉन्च करने वाला एक लॉन्चपैड भी है.
 


दौलत के पहाड़ पर बैठे हैं Google के इंडियन बॉस, Pichai की संपत्ति जान पैरों तले खिसक जाएगी जमीन  

गूगल के शेयरों के भारी उछाल ने सुंदर पिचाई को दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई वाले सीईओ की लिस्ट में शामिल कर दिया है.

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Thursday, 02 May, 2024
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गूगल के इंडियन बॉस सुंदर पिचाई (Google Boss Sundar Pichai) ने अपने टैलेंट का ऐसा जलवा बिखेरा है कि कंपनी सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंच गई है. पिचाई के कार्यकाल में गूगल के शेयरों में 400 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज हुई है. कंपनी की आर्थिक सेहत भी पहले से बेहतर हुई है. जाहिर है, इसका फायदा सुंदर पिचाई को भी हुआ है. उनकी दौलत का पहाड़ अब और भी ज्यादा ऊंचा हो गया है. पिचाई दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सीईओ में शुमार हैं. 

AI को दिया है बढ़ावा 
पिचाई ने गूगल में AI को बढ़ावा दिया है, जिसकी वजह से कंपनी की आर्थिक ग्रोथ तेज हो गई है. निवेशक कंपनी पर पहले से ज्यादा विश्वास करने लगे हैं. सुंदर पिचाई अगस्त 2015 में गूगल के सीईओ बने थे. तब से अब तक कंपनी के शेयरों में 400 फीसदी से अधिक उछाल आ गया है. Google का शेयर एसएंडपी 500 और नैस्डैक से बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है. शेयरों के भारी उछाल ने सुंदर पिचाई को दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सीईओ की लिस्ट में शामिल कर दिया है. उनकी संपत्ति लगभग एक अरब डॉलर हो गई है.  

पिचाई के पास इतने शेयर
पिचाई की कुल संपत्ति में मौजूदा शेयरों का मूल्य 424 मिलियन डॉलर है. उन्होंने CEO बनने के बाद जो शेयर बेचे थे उनका मूल्य लगभग 600 मिलियन डॉलर था. माना जाता है कि बेचे गए शेयरों पर टैक्स चुकाने के बाद उन्हें फिर से शेयर बाजार में निवेश कर दिया गया. पिचाई के CEO बनने के बाद से Google के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में लगातार विस्तार हुआ है. इसमें Google Assistant, Google Home, Google Pixel और Google Workspace शामिल हैं. सुंदर AI को अपनाने वालों में सबसे आगे रहे हैं, जिसका फायदा कंपनी को मिला है. हालांकि, उनके AI प्रोजेक्ट की आलोचना भी हुई है और OpenAI के साथ प्रतिस्पर्धा करने की उनकी काबिलियत पर सवाल भी उठे हैं. लेकिन पिछले हफ्ते की कमाई ने संकेत दिया कि कंपनी को AI में किए गए निवेश का अब फायदा मिलना शुरू हो गया है.

आलीशान घर के मालिक 
भारतीय मूल के सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदरराजन है. तमिलनाडु के मदुरै में 1972 में जन्मे पिचाई चेन्नई में पले-बढ़े. उनकी मां लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर और पिता रघुनाथ पिचाई इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे. उनका परिवार एक छोटे से दो कमरों वाले अपार्टमेंट में रहता था. उनके पास टेलीविजन या कार जैसी सुविधाएं नहीं थीं. कभी-कभी उनके घर में पानी भी नहीं होता था. आज उनके पास दौलत की कोई कमी नहीं है. वह कैलिफोर्निया के लॉस अल्टोस में सांता क्लारा की पहाड़ी पर स्थित आलीशान घर में रहते हैं. करीब 31.17 एकड़ में फैले इस घर का शानदार इंटीरियर सभी को आकर्षित करता है. घर का इंटीरियर उनकी पत्नी अंजलि पिचाई द्वारा डिजाइन किया गया था. एक अनुमान के मुताबिक, पिचाई के घर की कीमत 40 मिलियन डॉलर के आसपास है.

लग्जरी कारों का कलेक्शन
सुंदर पिचाई के पास कई लग्जरी कारें हैं. इसमें Mercedes-Maybach S650 भी शामिल है, जिसकी कीमत 3.21 करोड़ है. इसके अलावा उनकी कारों के कलेक्शन में पोर्श, बीएमडब्ल्यू और रेंज रोवर भी शामिल हैं. बता दें कि IIT खड़गपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, सुंदर पिचाई को अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से स्कॉलरशिप मिली थी. उन्होंने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से MBA किया है. मैककिन्से में सलाहकार के रूप में काम करने के बाद 2004 में पिचाई प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में Google से जुड़े और यहां से उनकी जिंदगी बदलती चली गई. अपने इस प्रोफाइल में उन्होंने Google टूलबार और Google Chrome के लिए काम किया था.


फ्रांस के इस बैंकिंग समूह ने बताया Bharat के लिए क्यों जरूरी है Modi 3.0 

देश इस समय लोकसभा चुनाव से गुजर रहा है. 7 चरणों के इस चुनाव के 2 चरण हो चुके हैं. इसके नतीजे 4 जून को आएंगे.

Last Modified:
Thursday, 02 May, 2024
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मोदी सरकार (Modi Govt) की वापसी यानी Modi 3.0 की आस केवल बीजेपी या उसके समर्थकों को ही नहीं है, बल्कि तमाम एक्सपर्ट्स और वैश्विक संस्थाएं मानते हैं कि भारत के आर्थिक विकास के लिए मोदी का सत्ता में लौटना जरूरी है. उन्हें लगता है कि आर्थिक सुधारों की दिशा में मोदी सरकार ने अब तक जो काम किए हैं, उन्हें गति देने के लिए उनका सत्ता में लौटना जरूरी है. 

इस तरह मिलेगा फायदा
मोदी सरकार भारत को मैन्युफैक्चरिंग बनाने की दिशा में काम कर रही है. विदेशी कंपनियों को लुभाने के साथ ही सरकार स्थानीय कंपनियों के हितों का भी ख्याल रख रही है और उसमें उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI Scheme) योजना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. तमाम निवेशकों को लगता है कि इस योजना को और बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए मोदी को तीसरा कार्यकाल मिलना चाहिए. फ्रांस के बैंकिंग समूह सोसियाते जेनेराली (Societe Generale) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि पीएलआई बेहतर ढंग से लागू होने पर भारत एक्सपोर्ट हब बन सकेगा. साथ ही सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में वृद्धि होगी और सरकार संचालित उद्यमों का निजीकरण होगा.

...तो आ सकती है गिरावट 
सोसियाते जेनेराली को भी लगता है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिलेगी. उसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि जनमत सर्वेक्षणों में आम सहमति से BJP के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की उम्मीद जताई गई है. शेयर बाजार भी इसी उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहा है. लेकिन यदि सरकार में बदलाव होता है, तो 2004 की तरह अल्प अवधि में शेयर बाजार में गिरावट आ सकती है. ऐसे में महत्त्वपूर्ण यह है कि मध्यम अवधि के लिए सरकार स्थिर रहे.

सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धि
फ्रांस के बैंकिंग समूह ने कहा कि 2018-19 के बाद निवेश चक्र में बदलाव जारी है. हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान 2020 और 2021 में इसमें जरूर  बाधा आई थी. Societe Generale में कहा गया है कि यह मोदी सरकार की महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है कि उसने पिछले चार साल में पूंजीगत व्यय को करीब 100% बढ़ा दिया है. आने वाले समय में सरकार को राजकोषीय घाटे को 3% के दायरे में रखने के लिए वृद्धि की दर को कम करना पड़ सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, पीएलआई योजना से करीब 100 अरब डॉलर की बिक्री की गई है. हालांकि, यह बिक्री इस योजना की शुरुआत के अनुमान से करीब 20 फीसदी कम है. वैसे Apple आईफोन के अच्छे निर्यात और टेस्ला से संभावित बातचीत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरकार की कुछ उल्लेखनीय सफलताएं हैं. 

2020 में हुई थी शुरुआत 
बता दें कि भारत एक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के प्रमुख स्थान के रूप में उभर रहा है. इस क्षेत्र से जुड़ीं दुनियाभर की कंपनियां भारत आ रही हैं. मोबाइल फोन के लिए PLI योजना की सफलता को देखते हुए पिछले साल आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 को मंजूरी दी गई थी. देश में मोबाइल फोन उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार ने पहली बार 2020 में PLI योजना की शुरुआत की थी. इससे इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिला है. भारत आज दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता है और इसमें PLI योजना का बड़ा योगदान है. मोबाइल फोन का निर्यात इस साल 11 अरब अमेरिकी डॉलर यानी करीब 90 हजार करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया है.

आखिर क्या है PLI योजना?
मोदी सरकार ने घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और आयात बिल कम करने के लिए 2020 में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम यानी PLI योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत सरकार कंपनियों को भारत में बने उत्पाद की बिक्री के आधार पर इंसेंटिव देती है. योजना का उद्देश्य घरेलू कंपनियों को देश में अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है. इस योजना के तहत विदेशी कंपनियों को भारत में अपना कारोबार स्थापित करने के लिए विशेष रियायत दी जाती है. विदेशी कंपनियों को कैश इंसेंटिव प्राप्त होता है.


Stock Market: बाजार की चाल का तो नहीं पता, लेकिन आज ये शेयर करा सकते हैं कमाई!

शेयर बाजार की चाल आज कैसी रहेगी सटीक तौर पर कहना मुश्किल है, लेकिन कुछ शेयरों में तेजी के संकेत जरूर मिले हैं.

Last Modified:
Thursday, 02 May, 2024
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शेयर बाजार (Stock Market) पिछले कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ था. उसके बाद यानी कल महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में बाजार में छुट्टी रही. गुरुवार और शुक्रवार इन 2 दिन बाजार में ट्रेडिंग होगी. फिर शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा. मंगलवार को बाजार के हाल की बात करें, तो शुरुआत में मार्केट तेजी से भागता नजर आया, लेकिन बाद में उसने बढ़त गंवा दी. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 188.50 अंक फिसलकर 74482.78 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 38.55 अंक कमजोर होकर 22,604.85 पर पहुंच गया. इस दौरान, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन एंड टुब्रो और JSW स्टील जैसे दिग्गज शेयरों में भी गिरावट दर्ज हुई. आज बाजार से मिलीजुली प्रतिक्रिया की उम्मीद है. चलिए जानते हैं कि आज कौनसे शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं.

इनमें हैं तेजी के संकेत 
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए Jubilant FoodWorks, Ceat, Narayana Hrudayalaya, IGL,  Cholamandalam Investment & Finance, और Sundram Fasteners में तेजी के संकेत दिए हैं. यदि MACD संकेतों के हिसाब से इन कंपनियों के शेयर ऊपर की तरफ जाते हैं, तो आपके लिए मुनाफे वाली बात हो सकती है. कहने का मतलब है कि आप दांव लगाकर प्रॉफिट कमा सकते हैं. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श जरूर कर लें, अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.  

इनमें आ सकती है मंदी
MACD ने BSE, Galaxy Surfactants, BEML, SBI Card, IDFC First Bank और KPR Mill में मंदी का रुख दर्शाया है. इसका मतलब है कि इन शेयरों में गिरावट देखने को मिल सकती है. BSE के शेयर कल करीब 1 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2,788 रुपए पर बंद हुए थे. पिछले 5 कारोबारी सत्रों में यह शेयर 12.93% लुढ़क चुका है. यह गिरावट बाजार नियामक SEBI के एक फैसले की वजह से आई थी. गैलेक्सी के शेयर कल करीब 2% उछाल के साथ 2,615 रुपए पर पहुंच गए. 3,512.95 रुपए के भाव पर मिल रहे BEML के लिए भी कल का दिन अच्छा रहा. KPR Mill को छोड़कर बाकी दोनों शेयर भी बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे थे.

इनमें है मजबूत खरीदारी
कुछ शेयर ऐसे भी हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में SBI, ICICI Bank, M&M, Power Grid, Eicher Motors और Grasim Industries का नाम शामिल है. हालांकि, ये बात अलग है कि SBI और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में मंगलवार को गिरावट आई थी. जबकि एक्सिस बैंक के शेयर बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे. इस प्राइवेट बैंक का शेयर 0.28% की मजबूती के साथ 1,162.45 रुपए पर बंद हुआ था. वहीं, Mahindra And Mahindra के शेयर पिछले सत्र में करीब 5 प्रतिशत उछल गए थे. 2,159.90 रुपए के भाव वाला ये शेयर बीते 5 सत्रों में 26.81%
का रिटर्न दे चुका है.    


TATA की इस कंपनी को मिला टैक्‍स नोटिस, जानते हैं क्‍यों हुआ है सरकार का ये एक्‍शन? 

टाटा मोटर्स टाटा समूह की वो कंपनी है जो लगातार बेहतरीन परफॉर्म कर रही है. कंपनी का शेयर भी अपने निवेशकों को 90 प्रतिशत से ज्‍यादा का रिटर्न दे चुका है. 

Last Modified:
Wednesday, 01 May, 2024
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टाटा समूह की वैसे तो सभी कंपनियां बेहतरीन परफॉर्मेंस करती हैं लेकिन टाटा की ऑटोमोबाइल सेक्‍टर में काम करने वाली टाटा मोटर्स को सरकार की ओर से नोटिस मिला है. टाटा मोटर्स को टैक्‍स का भुगतान कम करने पर टैक्‍स नोटिस मिला है. कंपनी की ओर से स्‍टॉक एक्‍सचेंज को दी गई सूचना में ये बताया है कि उसे सेल्‍स टैक्‍स ऑफिसर क्‍लॉस 2/AVTO वार्ड 204 जोन 11 दिल्‍ली ने एक आदेश पारित किया है. 

जानिए क्‍या है इस नोटिस को मिलने की वजह 
टाटा मोटर्स को इस नोटिस को मिलने की वजह उसके द्वारा कम कर का भुगतान करने से लेकर ज्‍यादा आधार क्रेडिट लेने के कारण किया गया है. कंपनी पर इसे लेकर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. कंपनी को ये नोटिस 30 अप्रैल को जारी किया गया है जो उसे 1 मई को मिला है.इस नोटिस में सरकार की ओर से CGST/SGST अधिनियम 2017 की धारा 73 के तहत इस 25 करोड़ के कर की मांग की गई है. 

कंपनी की ओर से इस पर क्‍या कहा गया? 
इस मामले में कंपनी की ओर से कहा गया है कि वो इस नोटिस का अध्‍ययन कर रही है और इसे लेकर अपील दायर करेगी. इस नोटिस के कारण कंपनी के फाइनेंशियल और ऑपरेशनल लेवल पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा. सेल्‍स विभाग की ओर से जो 25 करोड़ रुपये की पेनल्‍टी लगाई गई है उसमें 142568173 करोड़ रुपये टैक्‍स अमाउंट है जबकि 91415704 करोड़ रुपये ब्‍याज और 14256815 करोड़ रुपये जुर्माना है. 

अप्रैल में कैसे रहे सेल्‍स के आंकड़े? 
 टाटा मोटर्स टाटा समूह की एक बड़ी कंपनी है, जो पिछले लंबे समय से अच्‍छा परफॉर्म कर रही है. कंपनी के अप्रैल के सेल्‍स आंकड़ों पर नजर डालें तो सालाना आधार पर कुल थोक बिक्री में 11.5 प्रतिशत के इजाफे के बाद 77521 यूनिट हो गई है. इसी तरह अप्रैल 2023 में ये 69599 यूनिट थी. कंपनी की सेल में पिछले महीने 12 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला था. जो बढ़कर 76399 यूनिट हो गई थी. जबकि अप्रैल में ये 68514 थी. 

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