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Future group के लिए मुकेश अंबानी सहित इन तीन कंपनियों ने लगाया दांव
बिग बाजार को चलाने वाले Future group के लिए 3 कंपनियों ने अपनी समाधान योजना पेश की है. इनमें एक मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल है जबकि दो अन्य कंपनियां शामिल हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 9 months ago
संकट का सामना कर रहे किशोर बियानी के फ्यूचर ग्रुप Future group को लेकर एक बड़ा अपडेट और सामने आया है. कंपनी की ओर से एक्सचेंज फाइलिंग में उन कंपनियों का नाम बताया गया है, जिन्होंने इंसाल्वेंसी के लिए प्लान दिया है. कंपनी की जानकारी के अनुसार तीन कंपनियों ने इसके लिए अपना प्रपोजल दिया है, इनमें मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल वेंचर Reliance Retail Ventures, जिंदल (इंडिया) लिमिटेड Jindal (India) Limited, और डोनियर इंडस्ट्रीज Donear industries ltd के मालिकाना हक वाली कपड़ा निर्माता कंपनी जीबीटीएल ने इंसाल्वेंसी समाधान योजनाएं पेश की हैं.
NCLT में विवादों में है Future Group
वित्तीय संकट के सामने आने के बाद किशोर बियानी के मालिकाना हक वाले फ्यूचर एंटरप्राइजेज (future enterprises) को 27 फरवरी को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) द्वारा कॉर्पोरेट दिवालियापन के लिए स्वीकार किया कर लिया गया था. ट्रिब्यूनल ने इसके बाद कॉर्पोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था. कोर्ट ने कहा था कि कंपनी के बकाये भुगतान के लिए नीलामी की प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश दिए थे. फ्यूचर एंटरप्राइजेज (future enterprises) की नेटवर्थ एक समय 5,100 करोड़ रुपये थी. मुकेश अंबानी की जिस कंपनी ने फ्यूचर एंटरप्राइजेज (future enterprises) के लिए अपना प्रपोजल दिया है उस रिलायंस रिटेल की प्रमुख ईशा अंबानी हैं.
अब आखिरी में तीन कंपनियों बची हैं दौड़ में
इस मामले में एविल मेन्ज़ को रिज़ॉल्यूशन प्रोफेशनल की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खुद उन्होंने बताया था कि संभावित रिज़ॉल्यूशन आवेदकों की अंतिम सूची' के रूप में तीन संस्थाओं के नाम शामिल हैं. उन्होंने कहा था कि कंपनी पर 12,265 करोड़ रुपये के बकाए के साथ 23 करोड़ रुपये के फिक्स डिपॉजिट की देनदारी है. विशेष रूप से, फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने बॉन्ड के रूप में बड़ी उधारी ली थी. सेंटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज ( centbank financial services ltd) ने 3,344 करोड़ रुपये का दावा दायर किया है, जबकि एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेज (axis trustee services limited) ने 1,341 करोड़ रुपये का दावा दायर किया है. दूसरी ओर, विस्ट्रा आईटीसीएल इंडिया (ICTL India) ने 210 करोड़ रुपये का दावा दायर किया है.
कंपनी नहीं कर सकी है कई भुगतान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 21 जून को फ्यूचर एंटरप्राइजेज (future enterprises) ने कहा कि वह अपने नॉन-ट्रांसफर डिबेंचर के लिए 6.07 करोड़ रुपये के ब्याज का भुगतान जमा नहीं कर पाई है. सिर्फ यही नहीं फ्यूचर एंटरप्राइजेज (future enterprises) ने पिछले कुछ महीनों में कई भुगतानों में चूक की है. कुछ दिन पहले, किशोर बयानी की फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने अपने 29 करोड़ रुपये के नॉन-ट्रांसफरेबल डिबेंचर के लिए 1.41 करोड़ रुपये के ब्याज के भुगतान में चूक की थी.
एफईएल के अलावा, किशोर बयानी की फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (future retail limited), फ्यूचर लाइफस्टाइल्स फैशन लिमिटेड (future lifestyle fashions ltd) और फ्यूचर सप्लाई चेन लिमिटेड (future supply chain solutions ltd) भी दिवालियेपन की प्रोसेस से गुजर रही हैं. मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने किराया न चुकाने पर मार्च 2022 में 900 फ्यूचर रिटेल स्टोर्स future retail store का अधिग्रहण कर लिया था. लेकिन अधिकांश सुरक्षित ऋणदाताओं ने मुकेश अंबानी की कंपनी और फ्यूचर ग्रुप के बीच हुए सौदे को मंजूरी नहीं दी और इसीलिए फ्यूचर ग्रुप की कंपनियों को दिवालिया कार्रवाई के लिए स्वीकार कर लिया गया.
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