होम / बिजनेस / उड़ान भर रहे SpiceJet के शेयर हुए क्रैश, इस एक आदेश का दिखा असर
उड़ान भर रहे SpiceJet के शेयर हुए क्रैश, इस एक आदेश का दिखा असर
स्पाइसजेट को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. अदालत ने कंपनी को तीन जनवरी तक 3.7 करोड़ रुपए चुकाने का आदेश दिया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
संकट में घिरी एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) को खरीदने की योजना बना रही स्पाइसजेट (SpiceJet) को तगड़ा झटका लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली हाई कोर्ट ने उसे 4,50,000 डॉलर (लगभग 3.7 करोड़ रुपए) का बकाया चुकाने का निर्देश दिया है. इस रकम का भुगतान स्पाइसजेट को इंजन कंपनियों - टीम फ्रांस और सनबर्ड फ्रांस को करना होगा. स्पाइसजेट के लिए मुश्किल वाली बात ये है कि अदालत ने इतने भारी-भरकम पेमेंट के लिए ज्यादा समय भी नहीं दिया है. कंपनी को इसका भुगतान आगामी 3 जनवरी तक करना होगा. बता दें कि स्पाइसजेट ने इन दोनों कंपनियों से विमानों के इंजन किराए पर लिए हैं.
स्पाइसजेट की पेशकश ठुकराई
हाई कोर्ट ने स्पाइसजेट को एक हफ्ते के भीतर एक हलफनामा दायर करने का भी निर्देश दिया है, जिसमें यह बताया जाए कि वह बकाया राशि का भुगतान कैसे करेगी. मामले सुनवाई के दौरान जस्टिस रेखा ने कहा कि स्पाइसजेट अदालत को इंजनों के इस्तेमाल को रोकने के लिए आदेश पारित करने के लिए मजबूर कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि किसी के इंजन का आप सालों से इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें भुगतान नहीं कर रहे हैं. यदि आप भुगतान में असमर्थ हैं, तो उनके इंजन वापस कर दें. स्पाइसजेट ने 29 दिसंबर तक कुल राशि का 2 प्रतिशत भुगतान करने की पेशकश की थी, लेकिन कोर्ट ने इससे साफ इंकार करते हुए 3 जनवरी तक 3.7 करोड़ रुपए चुकाने का निर्देश दिया. वहीं, कोर्ट के इस आदेश के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. बुधवार को कंपनी के शेयर 8.85% की गिरावट के साथ 60.23 रुपए पर बंद हुए.
ये भी पढ़ें - आसमान से जमीन पर आई Go First को खरीदना चाहती हैं ये कंपनियां, 3 नाम आए सामने!
जांच-पड़ताल के बाद फैसला
स्पाइसजेट उन तीन कंपनियों में शामिल है, जिन्होंने गो फर्स्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है. स्पाइसजेट ने मंगलवार को कहा था कि उसने गो फर्स्ट का अधिग्रहण करने में रुचि दर्शाई है. कंपनी ने कहा कि वह दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही गो-फर्स्ट की उचित जांच-पड़ताल के बाद अपना प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रही है. गौरतलब है कि 3 मई 2023 से Go First के विमान जमीन पर खड़े हैं. कंपनी ने अपने इस हाल के लिए 'प्रैट एंड व्हिटनी' को जिम्मेदार ठहराया है. गो फर्स्ट का कहना है कि प्रैट एंड व्हिटनी ने समय पर इंजनों की आपूर्ति नहीं की, और जो इंजन दिए उनमें भी खराबी थी जिसकी वजह से उसकी समस्या बढ़ती चली गई.
टैग्स