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अब Bill के नाम पर Mobile नंबर नहीं मांग सकता दुकानदार
ग्राहकों की तरफ से लगातार मिल रहीं शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
आपने अक्सर नोटिस किया होगा कि शॉपिंग मॉल आदि में अधिकतर दुकानदार बिल बनाते समय आपका फोन नंबर मांगते हैं. कुछ स्टोर्स प्रिंटेड बिल देने के बजाए आपके मोबाइल नंबर पर ही बिल भेजते हैं. कई बार न चाहते हुए भी आपको अपना नंबर देना पड़ता है, लेकिन अब आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि सरकार ने निर्देश दिया है कि दुकानदार ग्राहक पर मोबाइल नंबर देने के लिए दबाव नहीं डाल सकते.
अब नहीं डाल पाएंगे दबाव
हमारे मोबाइल नंबर से बैंक या दूसरे अकाउंट सहित पर्सनल डेटा जुड़ा होता है. ऐसे में हर जगह उसे शेयर करना खतरनाक भी हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने दुकानदारों से किसी भी तरह की सेवाएं देने के लिए ग्राहकों से निजी जानकारी या मोबाइल नंबर लेने पर जोर नहीं देने का निर्देश दिया है. मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यदि ग्राहक फोन नंबर देने में सहज नहीं है, तो उस पर इसके लिए दबाव न डाला जाए. साथ ही मंत्रालय ने लोगों से भी कहा है कि वो ऐसी जगहों पर अपना नंबर शेयर न करें.
धोखाधड़ी के कई मामले
दरअसल, ग्राहकों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि रिटेल विक्रेता बिल के लिए कांटेक्ट नंबर मांगते हैं और नहीं देने पर को बिल न मिलने की धमकी देते हैं. जबकि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत यह मांग पूरी तरह से अनुचित है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां फोन और वॉट्सएप मैसेज के जरिए धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है. साइबर क्रिमिनल कांटेक्ट नंबर के माध्यम से यूजर्स के अकाउंट्स हैक करने में माहिर होते हैं. इसलिए मोबाइल नंबर शेयर करना लोगों को भारी पड़ सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है.
एक्सपर्ट्स ने किया स्वागत
साइबर एक्सपर्ट्स ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है. उनका मानना है कि इससे ग्राहकों के धोखाधड़ी का शिकार बनने की आशंका कम होगी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई बार मॉल या दुकानों पर बिल के लिए ग्राहकों को मोबाइल नंबर शेयर करना होता है. लेकिन अमूमन ऐसी जगहों पर कस्टमर्स के नंबरों की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं होती, लिहाजा नंबर साइबर अपराधियों के हाथों में पहुंचने की आशंका बनी रहती है. ये अपराधी ठग लकी ड्रा या किसी और बहाने से ग्राहक को अपना जाल में फंसा लेते हैं और फिर धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं.
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