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Adani-Hindenburg विवाद से सीख लेकर SEBI ने बदले ये नियम!
फिलहाल मार्केट रेगुलेटर SEBI द्वारा ही अडानी-हिंडनबर्ग मामले (Adani-Hindenburg) की जांच की जा रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
इस साल की शुरुआत में भारत के अरबपति बिजनेसमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग (Adani-Hindenburg) द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई थी जिसके बाद गौतम अडानी की अध्यक्षता वाले अडानी ग्रुप को 100 बिलियन डॉलर्स से ज्यादा का नुक्सान उठाना पड़ा था और अभी भी किसी न किसी तरह यह रिपोर्ट अडानी ग्रुप को परेशान किए हुए है.
SEBI ने उठाया ये कदम
भारतीय मार्केट रेगुलेटर SEBI (सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) द्वारा FPIs (फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स) के लिए कुछ अतिरिक्त डिस्क्लोजर नोटिसों को आवश्यक कर दिया है. ये डिस्क्लोजर नोटिस उन फॉरेन इन्वेस्टर्स के लिए आवश्यक किए गए हैं जिनके पास एक कॉर्पोरेट ग्रुप में भारतीय इक्विटी होल्डिंग्स मौजूद हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि SEBI द्वारा ही अडानी-हिंडनबर्ग मामले (Adani-Hindenburg) की जांच की जा रही है.
किसके लिए बदले नियम?
SEBI द्वारा आज एक सर्कुलर जारी किया गया है जिसमें FPIs के लिए कुछ नए नियमों के बारे में जानकारी दी गई है. नए नियम उन फॉरेन इन्वेस्टरों के लिए जारी किए गए हैं जिनके पास किसी एक कॉर्पोरेट ग्रुप के 50% AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) मौजूद हों या फिर ऐसे इन्वेस्टर जिनके पास अपने इन्वेस्टर्स ग्रुप के साथ मिलकर 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के भारतीय स्टॉक मौजूद हों. SEBI द्वारा लागू किए गए नए नियमों को आसान शब्दों में कहें तो अब फॉरेन इन्वेस्टर्स को एक भारतीय कॉर्पोरेट में मौजूद अपनी शेयरहोल्डिंग के लिए ‘डिस्क्लोजर नोटिस’ जारी कर अपनी संपत्ति के बारे में विस्तृत रूप से खुलासा करना होगा.
क्यों उठाया ये कदम?
SEBI द्वारा उठाया गया ये कदम काफी हद तक प्रभावशाली नजर आ रहा है क्योंकि कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बहुत से फॉरेन इन्वेस्टरों के पास अडानी ग्रुप कंपनियों के बहुत सारे शेयर मौजूद हैं जिसकी वजह से वह भारत में अडानी ग्रुप की कंपनियों को प्रभावित कर सकते हैं. इस साल की शुरुआत में रिलीज की गई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में यह दावा भी किया ग्गाया था कि यह इकाइयां केवल सामने दिखाए जाने के लिए हैं और असलियत में प्रमोटर की अपनी इकाइयां ही हैं. अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था.
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