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Reliance Capital को मिल रही है बस तारीख पर तारीख, सेकंड राउंड की नीलामी फिर टली
रिलायंस कैपिटल की बिक्री के लिए दिसंबर में ऑनलाइन नीलामी हुई थी, जिसमें टॉरेंट इंवेस्टमेंट ने सबसे ज्यादा बोली लगाई थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
कर्ज के बोझ में दबी अनिल अंबानी (Anil Ambani) की रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कंपनी की नीलामी एक बार फिर से अटक गई है. आज यानी मंगलवार को रिलायंस कैपिटल की दूसरी नीलामी होनी थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कर्जदाताओं की समिति (COC) ने अब तक नई तिथि का ऐलान भी नहीं किया है. यानी दूसरे राउंड की नीलामी कब होगी, फिलहाल कोई नहीं जानता.
पहले भी टली थी नीलामी
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि Reliance Capital की मंगलवार को होने वाली दूसरी नीलामी को कर्जदाताओं ने टाल दिया है. कर्जदाताओं की समिति यानी COC ने कंपनी के लिए दूसरी ऑनलाइन नीलामी की तिथि 11 अप्रैल निर्धारित की थी, लेकिन इसे अब टाल दिया गया है. इसके पहले, पिछले हफ्ते भी सेकंड राउंड की नीलामी 11 अप्रैल तक के लिए टाला गया था. बता दें कि रिलायंस कैपिटल की दिवाला प्रक्रिया शुरुआत से ही कोर्ट-कचहरी में उलझती आई है. इसलिए बात अब तक फाइनल नहीं हो सकी है.
दिसंबर में हुई थी शुरुआत
रिलायंस कैपिटल की बिक्री के लिए दिसंबर में ऑनलाइन नीलामी हुई थी, जिसमें टॉरेंट इंवेस्टमेंट ने सबसे ज्यादा बोली लगाई थी. दूसरे स्थान पर हिंदुजा समूह की कंपनी आईआईएचएल रही थी, जिसने नीलामी के बाद संशोधित बोली लगा दी थी. टॉरेंट इंवेस्टमेंट ने इसके खिलाफ अदालत का रुख किया था. आईआईएचएल ने पहले 8,110 करोड़ की बोली लगाई थी, जिसे बाद में उसने संशोधित कर 9,000 करोड़ रुपए करने का प्रस्ताव रखा था. गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 29 नवंबर, 2021 को रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल को भंग करने के साथ नागेश्वर राव को प्रशासक नियुक्त कर दिया था.
खटाई में पड़ सकती है योजना
बीच में ऐसी खबर आई थी कि टॉरेंट इंवेस्टमेंट और आईआईएचएल यानी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड दूसरे दौर की नीलामी से खुश नहीं हैं. टॉरेंट ने इस बारे में कर्जदाताओं की समिति (COC) को सूचित भी कर दिया था. वहीं, आईआईएचएल ने भी 9,000 करोड़ रुपए की अपनी संशोधित बोली वापस लेने की मंशा जताई है. ऐसी स्थिति में 9,500 करोड़ रुपए के आधार मूल्य के साथ दूसरी नीलामी करने की सीओसी की योजना खटाई में पड़ती दिख रही है. खबर यह भी है कि कॉस्मी फाइनेंशियल और पीरामल के गठजोड़ ने रिलायंस कैपिटल के प्रशासक को पत्र लिखकर नवंबर में जमा की गई 75-75 करोड़ रुपए की बयाना राशि वापस मांगी है. दोनों कंपनियां अब कर्ज समाधान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेना चाहतीं.
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