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अपने 1 शेयर के 5 टुकड़े करने जा रही है ये कंपनी, आपको ऐसे मिलेगा फायदा
रेफेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के बोर्ड ने स्टॉक स्प्लिट करने को मंजूरी दे दी है. कंपनी के एक शेयर के पांच टुकड़े किए जाएंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
रेफेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Refex Industries Limited) ने अपने शेयरों में विभाजित करने (Stock Split) का फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी की बोर्ड बैठक 24 जनवरी यानी आज हुई, जिसमें स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी मिल गई. एक शेयर को 5 हिस्सों में बांटा जाएगा. कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपए है. इसे कम कर 2 रुपए कर दिया जाएगा.
क्या करती है कंपनी?
Refex Industries Limited रेफ्रिजरेटर से जुड़ी गैस बनाती और रीफिल करती है. कंपनी की मार्केट वैल्यू 1600 करोड़ रुपए के आसपास है. कंपनी ने पिछले साल सितंबर में 2 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड दिया था. Stock Split की खबर सामने आते ही कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली है. Refex Industries के शेयर अपर सर्किट के साथ कारोबार करते रहे. बाजार की समाप्ति पर शेयर 719.70 रुपए पर बंद हुए. इस स्टॉक में एक महीने में 19.47% और एक साल में 177.77% की तेजी आई है. स्टॉक स्प्लिट के बाद आप कंपनी के शेयर सस्ते में खरीद सकेंगे.
क्या होता है स्टॉक स्प्लिट?
अब जब स्टॉक स्प्लिट की बात निकली है, तो यह भी जान लेते हैं कि आखिर ये होता क्या है. जैसा कि नाम से ही समझ आ रहा है स्टॉक स्प्लिट यानी शेयरों का विभाजन. इस प्रक्रिया के तहत स्टॉक एक्सचेंज को सूचित करके एक निर्धारित तिथि पर अपने शेयरों को एक निश्चित अनुपात में बांट देती है. जैसे कि Refex Industries ने 1:5 के रेश्यो में बंटवारे का ऐलान किया है. जिस अनुपात में कंपनी स्टॉक स्प्लिट करती है, उसी अनुपात में शेयरहोल्डर्स के शेयरों में बदलाव हो जाता है. उदाहरण के तौर पर, यदि आपके पास किसी कंपनी के 400 शेयर हैं और कंपनी स्टॉक स्प्लिट लाकर 1 शेयर को 2 में तोड़ देती है, आपके पास कंपनी के 800 शेयर हो जाएंगे. हालांकि, इससे उसकी निवेश की वैल्यू पर कोई असर नहीं होगा.
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क्यों पड़ती है इसकी जरूरत?
जब कंपनी के शेयर की डिमांड काफी ज्यादा होती है, लेकिन उसकी कीमत के चलते छोटे निवेशक ना चाहते हुए भी दूरी बना लेते हैं, तो कंपनी स्टॉक स्प्लिट करती है. इस प्रक्रिया से महंगा शेयर सस्ता हो जाता है और छोटे निवेशक आसानी से निवेश कर सकते हैं. एक सवाल यह भी है कि क्या स्टॉक स्प्लिट से कंपनी के मार्केट कैप पर भी कोई असर पड़ता है? तो इसका जवाब है -ना. चलिए इसे एक उदाहरण के जरिए समझते हैं. पिज्जा अक्सर 4 टुकड़ों में विभाजित होता है, लेकिन यदि आप छह लोग खाने वाले हों तो आप अपने हिसाब से उसे छह हिस्सों में भी बांट सकते हैं. क्या आपके ऐसा करने से पिज्जा का साइज घट या बढ़ जाएगा? निश्चित तौर पर नहीं. ठीक इसी तरह, स्टॉक स्प्लिट से केवल शेयर के टुकड़े होते हैं, इससे कंपनी के मार्केट कैप पर कोई असर नहीं पड़ता. बस शेयरों की संख्या बढ़ जाती है. रही बात निवेशकों के फायदे की, तो शेयरों के विभाजन से उनके पास डिमांड वाले शेयरों को कम कीमत में खरीदने का मौका मिल जाता है.
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