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क्रिप्टोकरेंसी को टक्कर देने की तैयारी पूरी! RBI ने लॉन्च किया डिजिटल रुपये का पहला पायलट
रिजर्व बैंक के सर्कुलर के मुताबिक "इस पायलट का इस्तेमाल सरकारी प्रतिभूतियों का सेकेंडरी मार्केट ट्रांजैक्शन का सेटलमेंट में होगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्ली: डिजिटल रुपये को लॉन्च करने की रिजर्व बैंक की तैयारियां अंतिम दौर में है, आज से रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी का पहला पायलट थोक सेगमेंट (e₹-W) के लिए लॉन्च कर दिया गया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक सर्कुलर के जरिये ये जानकारी दी है.
कैसे होगा इस्तेमाल
रिजर्व बैंक के सर्कुलर के मुताबिक "इस पायलट का इस्तेमाल सरकारी प्रतिभूतियों का सेकेंडरी मार्केट ट्रांजैक्शन का सेटलमेंट में होगा. ई-रुपये के इस्तेमाल से इंटर बैंक के और ज्यादा कुशल बनने की उम्मीद है. केंद्रीय बैंक के पैसे में सेटलमेंट लागत में कमी होगी. सर्कुलर में आगे कहा गया है कि अन्य थोक लेनदेन, और सीमा पार से भुगतान भविष्य के पायलटों का ध्यान इस पायलट से सीखने के आधार पर होगा.
कौन से बैंक शामिल
पायलट में भाग लेने के लिए 9 बैंकों की पहचान की गई है, जिसमें State Bank of India, Bank of Baroda, Union Bank of India, HDFC Bank, ICICI Bank, Kotak Mahindra Bank, Yes Bank, IDFC First Bank और HSBC शामिल हैं. रीटेल सेगमेंट (e₹-R) के लिए डिजिटल रुपया में पहला पायलट एक महीने के भीतर क्लोज्ड यूजर्स ग्रुप में कुच चुनिंदा स्थानों में रोल आउट करने की योजना है जिसमें ग्राहक और व्यापारी शामिल हैं. e₹-R पायलट के संचालन को लेकर डिटेल की जानकारी को एक तय समय बाद बताया जाएगा.
RBI का सर्कुलर
RBI ने सोमवार को भारत के लिए सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर एक कॉन्सेप्ट नोट भी जारी किया. इस कॉन्सेप्ट नोट को जारी करने के पीछे का उद्देश्य सामान्य रूप से CBDC और विशेष रूप से डिजिटल रुपये की नियोजित विशेषताओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है.
यह भारत में CBDC जारी करने के उद्देश्यों, विकल्पों, लाभों और जोखिमों की व्याख्या करता है. यह नोट CBDC की शुरुआत के प्रति रिज़र्व बैंक के दृष्टिकोण की व्याख्या करने का भी प्रयास करता है.
7 अक्टूबर को जारी एक कॉन्सेप्ट नोट में रिजर्व बैंक ने कहा था कि वह जल्द ही विशिष्ट यूज केस के लिए डिजिटल रुपये के पायलट लॉन्च शुरू करेगा. आरबीआई ने निजी क्रिप्टोकरेंसी जैसे कि बिटकॉइन, ईथर और अन्य को मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फाइनेंसिंग और कर चोरी के लिए इस्तेमाल किए जाने के बारे में बार-बार चिंता व्यक्त की है, इसलिए अपने स्वयं की डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल की शुरुआत में फरवरी में कहा था कि रिजर्व बैंक 2022-23 में एक डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा, CBDC की शुरुआत से डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और यह ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगा.
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