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रेल निर्माण को मिलेगी मजबूती, Titagarh Rail और Amber Group के बीच हुआ समझौता!
इस इन्वेस्टमेंट का इस्तेमाल रेलवे के पुर्जों का निर्माण करने और यूरोपीय मार्केटों में कारोबार का विस्तार करने के लिए किया जाएगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
हाल ही में तितागढ़ रेल सिस्टम लिमिटेड (TRSL) और एंबर ग्रुप (Amber Group) के बीच एक डील तय हुई है और माना जा रहा है कि इस डील की बदौलत रेलवे निर्माण क्षेत्र को काफी मजबूती मिलेगी. हाल ही में एंबर ग्रुप और TRSL के बीच भारत और फ्रांस में एक जॉइंट वेंचर को लेकर समझौता तय हुआ है.
कहां इस्तेमाल होगी इन्वेस्टमेंट?
TRSL और एंबर ग्रुप (Amber Group) दोनों ही कंपनियों द्वारा अपनी शाखा, सिडवाल रिफ्रिजेशन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (Sidwal Refrigeration Industries Private Limited) के माध्यम से लगभग 240 करोड़ रुपए इन्वेस्ट करेंगे और जॉइंट वेंचर के बाद सामने आने वाली कंपनी में दोनों ही कंपनियों की 50-50% की हिस्सेदारी होगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दोनों ही कंपनियों द्वारा की जा रही इन्वेस्टमेंट का इस्तेमाल नए सिरे से रेलवे के पुर्जों के व्यापार का निर्माण करने और यूरोपीय मार्केटों में कारोबार का विस्तार करने के लिए किया जाएगा.
रेल का निर्माण करने वाली फैक्ट्री
इस समझौते के तहत भारत में रेल वाहन का निर्माण करने वाली एक फैक्ट्री स्थापित की जायेगी और इस फैक्ट्री में रेलवे के सभी आवश्यक पुर्जों एवं रेलवे के साथ-साथ मेट्रो की बोगी के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सब-सिस्टम का निर्माण भी किया जाएगा. इसके साथ ही तितागढ़ ग्रुप की इटली स्थित शाखा तितागढ़ फिरेमा स्पा में नए सिरे से इक्विटी की इन्वेस्टमेंट भी की जाएगी. इस डील के बारे में बात करते हुए एंबर ग्रुप के जसबीर सिंह ने कहा कि एंबर के लिए यह एक गेमचेंजर है और इससे हमें दुनिया भर में न सिर्फ अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी बल्कि अपना कस्टमर बेस बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.
किन चीजों का होगा निर्माण?
इसके साथ ही दोनों कंपनियां इन पुर्जों के निर्माण करने के लिए आवश्यक टेक्नोलॉजी प्राप्त करने के लिए यूरोप और अन्य देशों में स्थित कंपनियों के साथ बातचीत भी कर रही हैं. हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि कंपनी द्वारा किन विशेष हिस्सों का निर्माण किया जाएगा, लेकिन सामने आ रही जानकारी के अनुसार कंपनी द्वारा कोच के इंटीरियर, शौचालय, किचन, सीटों और रेलवे के सब-सिस्टम में मौजूद अन्य महत्त्वपूर्ण हिस्सों का निर्माण किया जाएगा. इस जॉइंट वेंचर द्वारा कम से कम 20% यानी 150-200 लाख प्रति पैसेंजर बोगी की हिस्सेदारी प्राप्त करने की कोशिश की जायेगी.
TRSL और एंबर ग्रुप
आपको बता दें कि TRSL कलकत्ता स्थित कंपनी है और इस कंपनी द्वारा मालगाड़ी के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों के लिए भी रेलवे रोलिंग स्टॉक का निर्माण किया जाता है. कंपनी द्वारा न सिर्फ ट्रेन और मेट्रो की बोगियां तैयार की जाती हैं बल्कि वन्दे भारत ट्रेन की बोगियों का निर्माण भी फिलहाल कंपनियों द्वारा ही किया जा रहा है. दूसरी तरफ दिल्ली-NCR आधारित एंबर ग्रुप है और यह एक B2B कंपनी है जिसका प्रमुख काम कंज्यूमर ड्यूरेबल इलेक्ट्रॉनिक और रेलवे के सब-सिस्टम का निर्माण करना है.
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