होम / बिजनेस / ZEE को अच्छे दिनों का इंतजार, Sony के बाद अब Disney Star से भी टूटा रिश्ता!
ZEE को अच्छे दिनों का इंतजार, Sony के बाद अब Disney Star से भी टूटा रिश्ता!
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने हाल ही में ZEEL के साथ 10 अरब डॉलर के विलय समझौते को समाप्त करने की घोषणा की थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
ZEE एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के लिए समय अच्छा नहीं चल रहा है. सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ मर्जर डील खत्म होने के बाद अब ZEE और डिज्नी स्टार का रिश्ता भी टूट गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जी एंटरटेनमेंट ने क्रिकेट मैचों के TV प्रसारण अधिकार के लिए डिज्नी स्टार के साथ 1.4 अरब डॉलर के लाइसेंसिंग समझौते खुद को अलग कर लिया है. बताया जा रहा है कि ZEEL लगभग 20 करोड़ डॉलर की पहली किश्त नहीं दे पाई है. लिहाजा अब कंपनी इस मामले में आगे नहीं बढ़ेगी. दरअसल, डिज्नी स्टार को भुगतान की जाने वाली किश्त Sony Group और ZEE के मर्जर के साथ होने वाले निवेश का ही हिस्सा थी.
इतना करना था निवेश
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया, जिसे अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट कहा जाता है, ने सोमवार को ZEEL के साथ 10 अरब डॉलर के विलय समझौते को समाप्त करने की घोषणा की थी. इतना ही नहीं, सोनी ने शर्तों के उल्लंघन के लिए 9 करोड़ डॉलर की मांग भी है. विलय समझौते के मुताबिक, जापान की कंपनी कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट को विलय की गई इकाई में 1.56 अरब डॉलर का निवेश करना था. इस निवेश के साथ मर्जर के बाद अस्तित्व में आने वाली कंपनी में उसकी बहुसंख्यक हिस्सेदारी हो जाती. लेकिन लंबे समय से चले आ रहे उतार-चढ़ाव के बाद अब आखिर ये समझौता टूट गया है.
ये भी पढ़ें - Foxconn के सीईओ Young Liu को पद्म भूषण, चीन को मिर्ची लगना तय
2 साल पहले हुई थी डील
ZEEL का कहना है कि उसने डील को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया, लेकिन कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट ने समझौते को रद्द कर दिया. अब वह Sony के फैसले को अदालत में चुनौती देगी. ZEE और Sony के बीच करीब 2 साल पहले मर्जर के लिए डील हुई थी और इससे देश की सबसे बड़ी ब्रॉडकास्टिंग कंपनी बननी थी. हालांकि, अब ऐसा संभव नहीं हो पाएगा. Zee Entertainment के प्रमोटर सुभाष चंद्रा को शायद पहले ही यह इल्म हो गया था कि ZEE-Sony मर्जर परवान नहीं चढ़ पाएगा. इसलिए उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था. सुभाष चंद्रा ने अपने पत्र में बाजार नियामक सेबी (SEBI) की भूमिका पर सवाल उठाते हुए वित्त मंत्री से अनुरोध किया था कि ZEE एंटरटेनमेंट के माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स के हितों की रक्षा के लिए कुछ कदम उठाएं.
टाइमिंग पर उठाया सवाल
इस डील को तमाम तरह की अड़चनें आ रही थीं. बाजार नियामक SEBI की कार्रवाई से डील पर संशय के बादल मंडराने लगे थे. इसी के मद्देनजर सुभाष चंद्रा ने वित्त मंत्री से गुहार लगाईं थी. उन्होंने अपने पत्र में लिखा था - ZEE और सोनी के विलय को रोकने की लगातार कोशिशें हो रही हैं. हमें बाजार नियामक सेबी के जांच की कोई चिंता नहीं है, लेकिन नए नोटिस की टाइमिंग को लेकर जरूर है. हम किसी भी संदेह को लेकर सेबी की जांच रोकने के लिए नहीं कह रहे हैं, लेकिन नए नोटिस में ऐसा कोई पॉइंट हीं नहीं है जो पहले से ही कंपनी के रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं है. जो भी पॉइंट हैं, उसकी सारी डिटेल्स पहले ही सेबी को दी जा चुकी है.
टैग्स