किशोर बियानी के फ्यूचर ग्रुप को लेकर अब इस समूह का नाम आया सामने, क्‍या हो पाएगी डील लॉक 

किशोर बियानी की इस इंसाल्‍वेंसी प्रक्रिया में उनकी कंपनी पर रिलायंस के प्रमुख मुकेश अंबानी भी दिलचस्‍पी दिखा चुके हैं. लेकिन अब खबर में जिंदल समूह का नाम सामने आ रहा है. 

Last Modified:
Monday, 13 November, 2023
Big Bazaar

किशोर बियानी के फ्यूचर समूह को लेकर अब तक भले ही कई बिजनेस हाउसेस का नाम उसके खरीददार के तौर पर सामने आता रहा हो, लेकिन अब जिंदल समूह का नाम प्रमुख तौर पर उभर कर आ रहा है.  खबर ये सामने आ रही है कि इनसॉल्‍वेंसी को लेकर सभी कर्जदाताओं को केवल जिंदल समूह की योजना को पेश किया गया है. इसकी आखिरी तारीख 10 नवंबर थी. 

क्‍या है ये नया डेवलपमेंट? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीसी जिंदल समूह के पार्ट जिंदल इंडिया फ्यूचर ग्रुप के लिए एकमात्र बोलीकर्ता के रूप में सामने आया है. जिंदल इंडिया ही वो कंपनी बनकर सामने आई है, जिसका नाम फ्यूचर ग्रुप के सभी कर्जदाताओं को सौंपा गया है. अब सभी कर्जदाता जिंदल समूह की योजना का अध्‍ययन करेंगे और उसके बाद वो अपनी राय इस पर बताएंगे. फ्यूचर ग्रुप के लिए इससे पहले मुकेश अंबानी का रिलायंस समूह भी बोली लगा चुका है. लेकिन इसके लिए उसने 30 अक्‍टूबर तक का समय मांगा था. 

योजना पेश करने की आखिरी तारीख 10 नवंबर थी. 
फ्यूचर ग्रुप के खिलाफ चल रही है इंसाल्‍वेंसी प्रक्रिया के लिए समाधान पेश करने की आखिरी तारीख 10 नवंबर थी. इसके लिए नाम तो कई लोगों ने दिए थे लेकिन आखिरी नाम जिंदल समूह का ही सामने आया था. ग्रुप के खिलाफ कर्ज की किश्‍त न भर पाने के कारण उसके कर्जदाताओं के द्वारा इंसाल्‍वेंसी की प्रक्रिया शुरू की गई है. किशोर बियानी के इस समूह ने बांड के रूप में कर्ज लिया हुआ है. इसी कर्ज को लेकर कई कर्जदाताओं की ओर से इस प्रक्रिया को शुरू किया गया है. 

फ्यूचर ग्रुप की कितनी है देनदारी? 
फ्यूचर ग्रुप पर उसके कर्जदाताओं का 12665 करोड़ रुपये का बकाया है. कर्जदाताओं में सबसे ज्‍यादा कर्ज सेटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज का है. इसका सबसे ज्‍यादा 3344 करोड़ रुपये बकाया है. इसके बाद एक्सिस ट्रस्‍टी सर्विसेज का 1341 करोड़ रुपये और विस्‍ट्रा आईटीसीएल का 210 करोड़ रुपये का बकाया है. इस साल जुलाई में फ्यूचर ग्रुप ने स्‍टॉक एक्‍सचेंज को ये जानकारी दी थी कि उसकी समाधान प्रक्रिया के लिए रिलायंस और कपड़ा कारोबारी डोनियर इंडस्‍ट्रीज के स्‍वामित्‍व वाली जीबीटीएल ने दिलचस्‍पी दिखाई है. इससे पहले 27 फरवरी को अदालत ने फ्यूचर ग्रुप की इंसाल्‍वेंसी की प्रक्रिया को स्‍वीकार कर लिया था और समाधान योजना के लिए किसी कंपनी का नाम देने को कहा था. इसके बाद जून में कंपनी की ओर से अपनी सभी  संपत्तियों के लिए इंटरेस्‍ट इनवाइट किया गया था, जिसमें कई कंपनियों ने दिलचस्‍पी तो दिखाई लेकिन अब जिंदल समूह का नाम ही अंतिम तौर पर उभर कर सामने आ रहा है. 
 


Jet Airways के चेयरमैन की पत्‍नी का निधन, मनीलॉन्ड्रिंग मामले में हो चुकी थी गिरफ्तार

उनकी पत्‍नी कंपनी के कामकाज में सक्रिय रूप से शामिल थी. वो कंपनी में अहम जिम्‍मेदारी पर थी. उनके पास ऑपरेशंस की जिम्‍मेदारी थी. 

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल के लिए गुरुवार को दुख भरी खबर निकलकर सामने आई. नरेश गोयल की पत्‍नी अनीता गोयल का निधन हो गया है. अनीता गोयल कैंसर की बीमारी से जूझ रही थी. जेट एयरवेज को लेकर चल रहे मनीलॉन्ड्रिंग  के मामले में पति पत्‍नी दोनों को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य के आधार पर पहले पत्‍नी को और उसके बाद पति को जमानत मिली थी. नरेश गोयल का स्‍वास्‍थ्‍य भी ठीक नहीं है. 

अनीता गोयल ने कहां ली अंतिम सांस 
जेट एयरवेज के चेयरमैन अनीता गोयल लंबे समय से मुंबई के एक अस्‍तपाल में अपना इलाज करा रही थी. लेकिन आज सुबह 3.30 बजे उन्‍होंने आखिरी सांस ली. अनीता गोयल भी जेट एयरवेज में सक्रिय भूमिका निभा रही थी. वो बाकायदा लंबे समय से कंपनी से जुड़ी हुई थी और मौजूदा समय में वाइस प्रेसीडेंट के पद पर थीं. वो कंपनी के ऑपरेशंस से जुड़े हुए थे. नरेश गोयल ने फरवरी में जमानत के लिए आवेदन किया था लेकिन अदालत ने उनकी याचिका को ठुकरा दिया था. लेकिन इलाज के लिए प्राइवेट अस्‍पताल में इलाज कराने की अनुमति दे दी थी. 

ये भी पढ़ें: डेस्कटॉप-लैपटॉप नहीं, अब ट्रेडिंग के लिए मोबाइल है ट्रेंड में; आंकड़े दे रहे गवाही

नरेश गोयल को 6 मई को मिली थी जमानत 
फरवरी में जमानत याचिका को ठुकराने के बाद 6 मई को अदालत ने उन्‍हें 2 महीने की अंतरिम जमानत दे दी थी. उनके वकील ने अदालत में कहा था कि उन्‍होंने अब जीने की उम्‍मीद खो दी है. इस पूरे मामले को सुनने के बाद अदालत ने जमानत पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और उन्‍हें 6 मई तक अस्‍तपाल से डिस्‍चार्ज न करने का आदेश दिया था. इसके बाद 6 मई को अदालत ने उन्‍हें दो महीने की अंतरिम जमानत दे दी थी. 

1991 में शुरु हुई थी जेट एयरवेज 
नरेश गोयल ने जेट एयरवेज की शुरूआत 1991 में एयरटैक्‍सी से की थी. नरेश गोयल को केनरा बैंक ने कंपनी के लिए 568.62 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था. इस कर्ज की हेराफेरी और मनीलॉन्ड्रिंग के मामले को देखते हुए उन्‍हें ईडी ने गिरफ्तार किया था. ईडी ने इस मामले में उनकी पत्‍नी अनीता गोयल को भी गिरफ्तार किया था. लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य कारणों के चलते उन्‍हें बाद में अदालत ने जमानत दे दी थी. लेकिन एक साल में ही उन्‍होंने चार विमानों का बेड़ा तैयार कर लिया और जेट एयरक्राफ्ट की पहली उड़ान शुरू हो गई. 2007 में एयर सहारा को टेकओवर करने के बाद जेट एयरवेज सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई थी. लेकिन बाद कंपनी की मुसीबतें बढी और 2019 में कंपनी का संचालन बंद हो गया. 
 


अब थियेटर बनेंगे स्टेडियम, फिल्म के साथ लीजिए क्रिकेट का मजा

कोरोना काल से थिएटर इंडस्ट्री दर्शकों की कमी से जूझ रही हैं. ऐसे में PVR Inox ने मुनाफा बढ़ाने के लिए नई तरकीब सोची है.

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

कोरोना काल से थिएटर इंडस्ट्री दर्शकों की कमी से जूझ रही है जिससे सिनेमाघरों को काफी नुकसान हो रहा है. भारत का सबसे बड़ा सिनेमा ऑपरेटर PVR Inox भी दर्शकों की बेरुखी के दर्द को झेल रहा है. हाल ही में PVR ने अपने चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए थे. कंपनी को इस दौरान 130 करोड़ का घाटा हुआ है. ऐसे में कंपनी ने अब कमाई करने के लिए क्रिकेट का सहारा लेने की सोची है. दर्शकों को आकर्षित करने के लिए PVR Inox ने T20 वर्ल्ड कप के खास मैच दिखाने की तैयारी कर रहा है. आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 2 जून को होगी.

क्रिकेट से दर्शकों को लुभाएगा PVR

कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी नितिन सूद ने बताया कि कंपनी अगले महीने से शुरू हो रहे टी20 विश्व कप के अहम मैच दिखाएगी. उनका मानना है कि भारत में बेहद लोकप्रिय टी20 क्रिकेट पिछले साल अक्टूबर में हुए एक दिवसीय विश्व कप की तुलना में सिनेमाघरों में ज्यादा दर्शक खींचेगा. इसके अलावा भारतीय दर्शकों को लुभाने के लिए के-पॉप परफॉरमेंस लाने पर भी विचार किया जा रहा है. 

ये भी पढ़ें- आम लोगों को सरकार ने दी राहत, इन बीमारियों की 41 दवाईयां होंगी सस्ती

कई और भी ऑफर लाई है कंपनी

PVR Inox ने पीवीआर आईनॉक्स पासपोर्ट जैसे लॉयल्टी प्रोग्राम पेश किए हैं, जिसके जरिए लोगों को वीकडे की स्क्रीनिंग के लिए सस्ते टिकट मिल सकते हैं, क्योंकि यह दर्शकों को आकर्षित करने का काम करता है. मूवी चेन दर्शकों की पसंदीदा फिल्मों को भी फिर से लॉन्च कर रही है और फिल्म फेस्टिवल की मेजबानी करने का प्लान बना रही है.

OTT ने बढ़ाई थिएटरों की मुश्किलें

ओवर द टॉप यानी OTT कोरोना काल से काफी लोकप्रिय हो गया है. ऐसे में दर्शकों ने सिनेमाघरों से दूरी बना ली. नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम जैसे प्लेटफॉर्म अच्छी फिल्मों के राइट्स खरीद रहा है. साथ ही कम बजट में फिल्में और शो दे रही हैं. ऐसे में थिएटर की इंडस्ट्री की मुश्किलें बढ़ी हैं. इसी को देखते हुए अब PVR Inox केवल फिल्‍मों पर ही निर्भर नहीं रहना चाहता. कमाई के लिए वह क्रिकेट मैच और कंसर्ट भी सिनेमाघरों में दिखाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है.

चौथी तिमाही में हुआ 130 करोड़ रुपये का घाटा

वित्‍त वर्ष की 2024 की चौथी तिमाही में कपंनी को 130 करोड़ का घाटा हुआ है. हालांकि एक साल पहले के मुकाबले में मार्च तिमाही के घाटे में कमी आई है. PVR INOX का एकीकृत घाटा सालाना आधार पर 333 करोड़ रुपये से घटकर 130 करोड़ रुपये हो गया है. इसी तरह आय 1143 करोड़ रुपये से बढ़कर 1256 करोड़ रुपये (YoY) पर आ गया है. कामकाजी मुनाफा 264 करोड़ से बढ़कर 278 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी का मार्जिन वित्‍त वर्ष 2022-23 के 23.1% से घटकर 22.1% फीसदी रहा.
 


HDFC लाइफ इंश्योरेंस ने की बड़े बोनस की घोषणा, पॉलिसीहोल्डर्स का बन गया दिन   

अपने अब तक के सबसे बड़े बोनस की घोषणा करते हुए कंपनी ने कहा है कि वो ग्राहकों के लिए बेस्ट उत्पाद बनाना जारी रखेगी.

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

प्राइवेट सेक्टर की बीमा कंपनी एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस (HDFC Life Insurance) ने अपने पॉलिसीहोल्डर्स को अब तक का सबसे ज्यादा बोनस देने का ऐलान किया है. कंपनी पार्टिसिपेटिंग प्लान पर 3,722 करोड़ रुपए का बोनस देने जा रही है. इसका लाभ 22.23 लाख पॉलिसीधारकों को मिलेगा. मालूम हो कि पार्टिसिपेटिंग प्लान या पार प्लान एक स्पेशल जीवन बीमा पॉलिसी है, जो पॉलिसीधारकों को कंपनी के लाभ में साझेदारी की अनुमति देती है. 

इस तरह होगा डिस्ट्रीब्यूट
एचडीएफसी लाइफ के अनुसार, कुल बोनस राशि में से 2,798 करोड़ चालू वित्त वर्ष में पॉलिसीधारकों को मेच्योरिटी बोनस या नकद बोनस के रूप में वितरित किए जाएंगे. जबकि बाकी बोनस भविष्य में Policy Maturity, मृत्यु या पॉलिसी सरेंडर करने पर देय होगा. HDFC लाइफ की एमडी और सीईओ विभा पडलकर (Vibha Padalkar) ने कहा कि हमें इस वर्ष अपने पॉलिसीधारकों के लिए बोनस में बढ़ोतरी की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. जीवन बीमा पॉलिसी लंबी अवधि के लिए डिजाइन की जाती हैं और बोनस, पॉलिसी अवधि के दौरान पॉलिसीधारकों की लॉयल्टी के लिए एक रिवॉर्ड के तौर पर काम करता है. हम अपने पॉलिसीधारकों को सबसे अच्छे प्रोडक्ट और सर्विस प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.  

99.7% क्लेम सेटलमेंट
2000 में स्थापित, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड भारत में एक लीडिंग, सूचीबद्ध, दीर्घकालिक जीवन बीमा समाधान प्रदाता कंपनी है, जो व्यक्तिगत और समूह बीमा समाधानों की एक श्रृंखला पेश करती है. कंपनी के पोर्टफोलियो में 80 से अधिक उत्पाद (व्यक्तिगत और समूह उत्पादों सहित) और ऑप्शनल राइडर्स हैं, जो ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करते हैं. वित्त वर्ष 2024 में, एचडीएफसी लाइफ का क्लेम सेटलमेंट रेशियो 99.7% था और इस अवधि के दौरान कंपनी ने 66 मिलियन से अधिक लोगों को सुरक्षित किया है.

TAGS bw-hindi

चुनावी मौसम में हिचकोले खा रहे बाजार में आज ये शेयर दे सकते हैं मुस्कुराने का मौका

शेयर बाजार की तेजी पर बुधवार को ब्रेक लग गया. आज भी बाजार से मिलीजुली प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है.

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

चुनावी मौसम में शेयर बाजार (Stock Market) लगातार हिचकोले खा रहा है. बुधवार को बाजार एक बार फिर डुबकी लगा गया. रिलायंस इंडस्ट्रीज और HDFC बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में बिकवाली के दबाव और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के लगातार बिकवाल बने रहने से स्टॉक मार्केट में गिरावट आई. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 117.58 अंक गिरकर 72,987.03 पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 17.30 अंकों की कमजोरी के साथ 22,200.55 के लेवल पर पहुंच गया. चलिए जानते हैं कि आज कौनसे शेयर खबरों में रह सकते हैं.

इनमें मिले हैं तेजी के संकेत
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने Symphony, BEML, Honeywell Automation, HG Infra Engineering और Happy Forgings में तेजी के संकेत दिए हैं. यानी कि इन शेयरों में आज उछाल देखने को मिल सकता है. जाहिर है यदि इन शेयरों के भाव उछलेंगे, तो इन पर दांव लगाने वाले मुनाफा कमाने की स्थिति में भी आ जाएंगे. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श जरूर कर लें, अन्यथा आपको आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. Symphony के शेयर कल के गिरावट वाले बाजार में तेजी के साथ 995.05 रुपए पर बंद हुए थे.

इनमें आ सकती है गिरावट
MACD ने तेजी के साथ ही कुछ शेयरों में मंदी का भी संकेत दिया है. इस लिस्ट में Axis Bank, Carborundum Universal, Colgate-Palmolive (India) और Kirloskar Pneumatic Company का नाम शामिल है. इस संकेत का मतलब है कि आज इन स्टॉक में गिरावट देखने को मिल सकती है. लिहाजा, इनमें निवेश को लेकर सावधान रहें. इन शेयरों के कल के प्रदर्शन की बात करें, तो प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक के शेयर कल तेजी के साथ 1,128 रुपए पर बंद हुए. इस शेयर की चाल खास अच्छी नहीं है. इस साल अब तक इसने महज 2.76% का ही रिटर्न दिया है. Carborundum Universal के शेयरों में कल 3 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया. 1,535.95 रुपए के भाव पर मिल रहा ये शेयर इस साल अब तक 37.53% का रिटर्न दे चुका है. वहीं, Colgate-Palmolive कल 5.21% के नुकसान में रहा. 

इनमें है मजबूत खरीदारी 
अब उन शेयरों के बारे में जानते हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में Thermax, Siemens Ltd, Timken India, ABB Power, Linde India, CG Power और Vijaya Diagnostic का नाम शामिल है. इनमें से कुछ ने अपना 52 वीक का हाई लेवल पार कर लिया है. Thermax Limited के शेयर बुधवार को 8 प्रतिशत से ज्यादा उछले 5,080 रुपए मूल्य का ये शेयर बीते पांच दिनों में 8.97% चढ़ा है. Siemens के लिए भी कल का गिरावट वाला बाजार अच्छा रहा. इस दौरान, कंपनी के शेयर साढ़े छह प्रतिशत की तेजी के साथ 7,082 रुपए पर पहुंच गए. इसका बीते 5 सत्रों का रिकॉर्ड भी अच्छा है. इसी तरह, ABB Power, Linde India, CG Power और Vijaya Diagnostic में भी तेजी देखने को मिली.

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).


क्‍या जल्‍द ही खत्‍म होने वाली है देश की कोयले पर निर्भरता…सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा 

रिपोर्ट बताती है कि भारत में सरकार की नीतियों और रेग्‍यूलेटर के समर्थन के कारण रिन्‍यूएबल एनर्जी के उत्‍पादन में तेजी से इजाफा हो रहा है. 

Last Modified:
Wednesday, 15 May, 2024
BWHindia

कोयले का इस्‍तेमाल भारत में आज से नहीं बल्कि आजादी के पहले से ही अपनी जरूरतों को पूरा करने के भरपूर मात्रा में किया जाता रहा है. आंकड़े बताते हैं कि कोयले का दोहन वक्‍त के साथ पहली बार बढ़ा है. लेकिन पर्यावरण के लिए खतरनाक कोयले के दोहन को लेकर एक सकारात्‍मक खबर सामने आई है. बिजली के लिए कोयले के इस्‍तेमाल के शेयर में कमी आई है. जबकि कोयला बिजली बनाने के काम में अभी भी सबसे बड़े शेयर के साथ टॉप पर बना हुआ है. रिपोर्ट बता रही है कि कोयले के शेयर में कमी रिन्‍यूएबल एनर्जी के उत्‍पादन में लगातार हो रहे इजाफे के कारण हुई है. 

आखिर क्‍या कह रहे हैं कोयला इस्‍तेमाल के आंकड़े? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रिपोर्ट के आंकड़े कह रहे हैं कि हमारे देश में बनने वाली बिजली के शेयर में कोयले की हिस्‍सेदारी 50 प्रतिशत से नीचे चली गई है. हालांकि हमारे देश पावर के लिए कोयले पर निर्भरता अभी भी 70 प्रतिशत बनी हुई है. जबकि रिन्‍यूएबल एनर्जी बिजली उत्‍पादन के लिए 71.5 प्रतिशत जिम्‍मेदार है जिससे आज देश में 13669 मेगावाट बिजली का उत्‍पादन हो रहा है. ये वो पावर है जो 2024 के पहले क्‍वॉर्टर में जोड़ी गई है. IEEFA की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, देश में बड़े पैमाने पर रिन्‍यूएबल एनर्जी के प्‍लांट स्‍थापित किए जा रहे हैं जिनकी क्षमता अब तक 69 गीगावाट तक पहुंच चुकी है. ये सरकार की 50 गीगावाट की क्षमता के लक्ष्‍य को पार कर चुकी है. 

ये भी पढ़ें:  देश में एक्‍सपोर्ट-इंपोर्ट में हुआ इजाफा,इस चौंकाने वाले आंकड़े पर पहुंचा वित्‍तीय घाटा

क्‍या बोले IEEFA के डॉयरेक्‍टर? 
इस रिपोर्ट को जारी करते हुए IEEFA के डॉयरेक्‍टर विभूति गर्ग ने कहा कि 2019 से लेकर 2022 तक पिछले कुछ कारणों के चलते जिनमें आपूर्ति-श्रृंखला(स्‍प्‍लाई चेन) के मुद्दों, कोविड-19 महामारी और रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी के कारण बिजली उत्पादन क्षमता में कमी आई है. इस दौरान 2019 से 2022 तक मंदी का भी सामना उत्‍पादन से जुड़ी ईकाइयों को देखने पड़ा. उन्‍होंने कहा कि इस मामले में निवेशकों की दिलचस्‍पी बढ़ रही है और सरकार से लेकर रेग्‍यूलेटर के समर्थन के कारण इसका बाजार तेजी से उभर रहा है. 

दुनिया के टॉप सोलर प्रोडक्‍शन देशों में शामिल है भारत 
भारत में जिस तेजी से सोलर ऊर्जा का उत्‍पादन हो रहा है उससे आज हम दुनिया के कई टॉप देशों में शामिल हो गए हैं. आज भारत में रिन्‍यूएबल एनर्जी का जिस तेजी से उत्‍पादन हो रहा है उससे भारत तीन टॉप देशों में शामिल हो गया है. अमेरिका और चीन के बाद भारत ऐसा देश है जो सोलर ऊर्जा के उत्‍पादन को लेकर काम कर रहा है. इस दिशा में हाल ही एंबर की रिपोर्ट जारी हुई है जिसमें भारत की इस स्थिति का जिक्र किया गया है. जबकि भारत 2015 में इस टेली में 9वें नंबर पर था. भारत ने इस टेली में जापान को भी पीछे छोड़ दिया है. वहीं अगर 2023 के आंकड़ों के अनुसार देश में ऊर्जा उत्‍पादन के आंकड़ों को देखें तो भारत में 18 टेरावॉट घंटे प्रति TWH रहा है. जबकि अमेरिका में +33 टेरावॉट घंटे प्रति TWH, चीन में +156 टेरावाट घंटे प्रति TWH और ब्राजील में +22Twh टेरावाट शामिल है. 


SBI ग्राहकों के लिए खुशखबरी, अब बैंक में जमा रुपयों पर मिलेगा अधिक ब्याज

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने FD पर मिलने वाले ब्याज दर को बढ़ा दिया है. नई एफडी दरें आज (15 मई) से प्रभावी होंगी.

Last Modified:
Wednesday, 15 May, 2024
BWHindia

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने रीटेल डिपॉजिट (2 करोड़ रुपये तक) और बल्क डिपॉजिट (2 करोड़ रुपये से अधिक) पर निश्चित अवधि के लिए अपनी सावधि जमा ब्याज दरें बढ़ा दी हैं. नई एफडी दरें 15 मई, 2024 से प्रभावी होंगी. वहीं इससे पहले बैंक ने आखिरी बार 27 दिसंबर 2023 को एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी. तो चलिए जानते हैं अब आपको एफडी पर बैंक कितना ब्याज देगा?

2 करोड़ रुपये से कम की FD पर मिलेगा इतना ब्याज
बैंक ने 46 दिनों से 179 दिनों के बीच मैच्योर होने वाले डिपॉजिट पर अपनी एफडी ब्याज दरों में 75 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़ोतरी की है, जो 4.75 से बढ़कर 5.50 प्रतिशत हो गई है. सीनियर सिटीजन के लिए बैंक ने समान अवधि पर ब्याज दर 5.25 से बढ़ाकर 6 प्रतिशत कर दिया है. वहीं, एसबीआई ने सामान्य नागरिकों के लिए 180 दिनों से 210 दिनों की अवधि पर ब्याज दर 25 बीपीएस बढ़ाकर 5.75 से 6 प्रतिशत कर दिया है. वहीं, बैंक ने 211 दिनों से लेकर 1 वर्ष से कम अवधि पर एफडी रेट में 25 बीपीएस की बढ़ोतरी की है, सामान्य नागरिकों के लिए इसे 6 से बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.50 से 6.75 प्रतिशत कर दिया है.

इसे भी पढ़ें-लॉन्च होने जा रहा है दुनिया का सबसे तगड़ा प्रोसेसर वाला फोन, मिलेंगे ये फीचर

बल्क डिपॉजिट पर ब्याज
बैंक ने 7 से 45 दिनों की अवधि के लिए बल्क डिपॉजिट पर ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की वृद्धि की है, जिससे सामान्य नागरिकों के लिए दर 5 से बढ़कर 5.25 प्रतिशत हो गई है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंक ने समान अवधि पर 5.50 से बढ़ाकर 5.75 प्रतिशत कर दिया है. 46 दिनों से 179 दिनों के बीच कार्यकाल वाले सामान्य नागरिकों के लिए बैंक ने दरों में 5.75 से 6.25 प्रतिशत तक 50 बीपीएस की बढ़ोतरी की है. बैंक ने समान अवधि पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर 6.25 से बढ़ाकर 6.75 प्रतिशत कर दी है. वहीं, बैंक ने सामान्य नागरिकों के लिए 180 दिन से 210 दिन के कार्यकाल पर 10 बीपीएस की बढ़ोतरी 6.50 से बढ़ाकर 6.60 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7 से 7.10 प्रतिशत कर दी है. बैंक ने 1 वर्ष से 2 वर्ष से कम अवधि के लिए सावधि जमा ब्याज दर में 20 बीपीएस की बढ़ोतरी कर इसे 6.80 से 7 प्रतिशत कर दिया है. 2 साल से 3 साल से कम के कार्यकाल के लिए बैंक ने सामान्य नागरिकों के लिए 6.75 से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंक ने 7.25 से बढ़ाकर 7.50 प्रतिशत कर दिया है.

 


समुद्र के बीच इस दिन होगा अनंत-राधिका का दूसरा प्री-वेडिंग, जानिए क्या होगा खास?

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के दूसरे प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इस बार का प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन विदेश में होगा.

Last Modified:
Wednesday, 15 May, 2024
BWHindia

रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक और दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी  के छोटे बेटे अनंत अंबानी का दूसरा प्री-वेडिंग फंक्शन जल्द ही होने जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरा प्री-वेडिंग फंक्शन 28 से 30 मई के बीच होगा. दूसरा प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन समुद्र के बीचों-बीच क्रूज शिप पर होगा. क्रूज शिप इटली के सिटी पोर्ट से रवाना होगा और सदर्न फ्रांस में जाकर इसकी यात्रा खत्म होगी. इस सेलिब्रेशन को लेकर तैयारियां चल रही हैं. अनंत अंबानी और राधिका 12 जुलाई को शादी के बंधन में बंधेंगे.

कितने मेहमानों के आने का है अनुमान

अनंत-राधिका के इस सेलिब्रेशन में करीब 800 मेहमान शामिल होंने का अनुमान है जिसके लिए जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं. मुकेश अंबानी और नीता अंबानी अपने बेटे-बहू के प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन को यादगार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और माना जा रहा है कि इसके लिए क्रूज शिप पर 600 स्टाफ मेंबर्स को तैनात किया जा रहा है जो सिलेब्रिटी मेहमानों के रहने-खाने से लेकर हर जरूरत का खास ख्याल रखेंगे.

प्री वेडिंग में भी लगेगा बॉलीवुड का तड़का

यह सेलिब्रेशन 28 से 30 मई तक होगा. इसमें अंबानी परिवार से जुड़े खास लोग शामिल होंगे. बॉलीवुड से तीनों खान, बच्चन और कपूर फैमिली के पहुंचने के चासेंज हैं. इसके अलावा बिजनेस जगत से भी कई नामचीन हस्तियां इस क्रूज शिप सेलिब्रेशन में शरीक हो सकती हैं. बता दें कि पहले प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन में 1000 से ज्यादा मेहमान जामनगर पहुंचे थे. जहां तक शादी की बात है, तो यह मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में ही जुलाई में हो सकती है.

लॉन्च होने जा रहा है दुनिया का सबसे तगड़ा प्रोसेसर वाला फोन, मिलेंगे ये फीचर

समुद्र के बीच होगा सेलिब्रेशन

यूरोप की कई कंट्रीज समुद्र से कनेक्टेड हैं. UK, इटली, फ्रांस और स्पेन एक-दूसरे से समुद्र से जुड़े हुए हैं. ऐसे में यहां क्रूज शिप टूरिज्म काफी फेमस है. अंबानी का क्रूज शिप इटली से रवाना होकर सदर्न फ्रांस में अपनी यात्रा पूरी करेगा. सदर्न फ्रांस भी अपने आप में काफी फेमस है. ये जगह अपने आकर्षक तट, सुंदर नीले समुद्र और खूबसूरत शहरों के लिए जानी जाती है. अगर किसी व्यक्ति को यहां के किसी साधारण क्रूज शिप पर पार्टी करनी है, तो उसे 500 से 1000 डॉलर यानी लगभग 84,000 हजार रुपए खर्च करने होंगे. 

मार्च में हुआ था पहला प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन

इससे पहले गुजरात के जामनगर में अनंत-राधिका के प्री-वेडिंग फंक्शन रखे गए थे. ये फंक्शन 1 मार्च से 3 मार्च तक चले थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्री-वेडिंग फंक्शन पर 1200 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. अनंत को जामनगर से विशेष लगाव है, इसलिए ये फंक्शन वहां स्थित रिलायंस टाउनशिप में रखे गए थे. इंटरनेशनल स्टार्स रिहाना और एकॉन ने भी यहां परफॉर्म किया था. बिजनेस, राजनीति और बॉलीवुड जगत के लगभग सारे बड़े लोगों का यहां जमावड़ा था.
 


डेस्कटॉप-लैपटॉप नहीं, अब ट्रेडिंग के लिए मोबाइल है ट्रेंड में; आंकड़े दे रहे गवाही 

हर रोज नए निवेशक शेयर बाजार से जुड़ रहे हैं, उसमें मोबाइल पर ट्रेडिंग करने वालों की संख्या ज्यादा है.

Last Modified:
Wednesday, 15 May, 2024
BWHindia

शेयर बाजार (Stock Market) में भले ही लाख जोखिम हों, लेकिन इसमें किस्मत आजमाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. खास बात यह है कि लोग मोबाइल के जरिए ट्रेडिंग को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं. इन आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम का एक-चौथाई हिस्सा मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से आया. कुल ट्रेडिंग में मोबाइल ट्रेडिंग की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है. 

NSE पर भी बढ़ी हिस्सेदारी
साल 2010 में कुल ट्रेडिंग में मोबाइल फोन से होने वाली ट्रेडिंग का हिस्सा मात्र 0.02% था, जो इस साल मार्च में बढ़कर करीब 17% पर आ गया था. वहीं, अप्रैल में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर मोबाइल ट्रेडिंग की हिस्सेदारी लगभग 21% रही. एक्सपर्ट्स का कहना है कि मोबाइल फोन के माध्यम से होने वाली ट्रेडिंग में उछाल के लिए कई फैक्टर्स को जिम्मेदार हैं. इसमें सबसे महत्वपूर्ण है ट्रेडिंग ऐप्स का आसान और इनोवेटिव होना. इन ऐप्स ने ट्रेडिंग को काफी आसान बना दिया है.

ये भी पढ़ें - Brightcom Group को लगा झटका, 15 जून से नहीं कर पाएंगे इस शेयर में ट्रेडिंग

ये भी है उछाल की वजह
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, ट्रेडिंग के लिए मोबाइल की लोकप्रियता रिटेल इनवेस्टर्स के बीच तो बढ़ी ही है, ट्रेडर्स भी बड़ी संख्या में इसका इस्तेमाल करने लगे हैं. उनका कहना है कि मोबाइल प्लेटफॉर्म पर अनुभव अब वैसा ही होता है, जैसा कि डेस्कटॉप या लैपटॉप पर, इसलिए निवेशक इसके इस्तेमाल को तवज्जो देते हैं. यह बात भी सामने आई है कि शेयर बाजार से जुड़ रहे अधिकांश नए निवेशक छोटे शहरों से हैं और वे लैपटॉप-डेस्कटॉप के बजाए मोबाइल के इस्तेमाल में ज्यादा सहज हैं. ऐसे में जब बात ट्रेडिंग की आती है, तो वे मोबाइल को ही प्राथमिकता देते हैं. 

आज ऐसा रहा बाजार का हाल
वहीं, बाजार के हाल की बात करें तो आज स्टॉक मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 117.58 अंकों की नरमी के साथ 72,987.03 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 17.30 अंक फिसलकर 22,200.55 पर बंद हुआ. इस दौरान, HDFC Bank और Reliance Industries जैसे हैवीवेट शेयर भी लाल निशान पर कारोबार करते नजर आए. HDFC बैंक के शेयर 1.38% लुढ़ककर 1,440.80 और रिलायंस के शेयर 0.30% गिरकर 2,831.70 रुपए पर पहुंच गए. पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में भी आज गिरावट आई. जबकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयर 4.04% की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे. यह शेयर 139.05 रुपए के भाव पर मिल रहा है.


देश में एक्‍सपोर्ट-इंपोर्ट में हुआ इजाफा,इस चौंकाने वाले आंकड़े पर पहुंचा वित्‍तीय घाटा 

जिन सेक्‍टरों में ज्‍यादा एक्‍सपोर्ट इंपोर्ट हुआ है उनमें टेलीकम्‍यूनिकेशन, कंप्‍यूटर, और आईटी सेक्‍टर शामिल है. इसी तरह ट्रैवल, और रिक्रिएशनल सर्विसेज, कंस्‍ट्रक्‍शन शामिल हैं.

Last Modified:
Wednesday, 15 May, 2024
BWHindia

अप्रैल महीने के व्‍यापार के आंकड़े सामने आ गए हैं. देश के एक्‍सपोर्ट में जहां पिछले साल के अप्रैल से इस साल बड़ा इजाफा देखने को मिला है. देश में जहां अप्रैल में 64.56 बिलियन डॉलर का एक्‍सपोर्ट हुआ है वहीं इंपोर्ट में भी बड़ा इजाफा हुआ है. इन सभी से परे वित्तिय घाटे के आंकड़े और भी चौंकाने वाले हैं. वित्‍तीय घाटा अप्रैल 24 में 6.51 बिलियन डॉलर रहा है जबकि पिछले साल अप्रैल 23 में ये 2.62 बिलियन डॉलर था. 

पिछले साल से एक्‍सपोर्ट इंपोर्ट में कितना हुआ इजाफा? 
देश में अप्रैल में पिछले साल अप्रैल में जहां एक्‍सपोर्ट 60.40 बिलियन डॉलर था वहीं इस साल अप्रैल में ये 64.56 बिलियन डॉलर रहा है. इसी तरह इंपोर्ट पर नजर डालें तो पिछले साल अप्रैल में 63.02 प्रतिशत था वहीं इस साल अप्रैल में इंपोर्ट 71.07 प्रतिशत रहा है. इंपोर्ट में 8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इसी तरह से वित्तिय घाटे में भी बड़ा इजाफा हुआ है. वित्‍तीय घाटा अप्रैल 24 में 6.51 बिलियन डॉलर रहा है जबकि पिछले साल अप्रैल 23 में ये 2.62 बिलियन डॉलर था. 

ये भी पढ़ें: शेयर मार्केट ने बढ़ाई वित्त मंत्री की चिंता, इस बात के लिए किया आगाह, जानिए पूरा मामला

इन सेक्‍टरों ने किया है एक्‍सपोर्ट में बेहतरीन प्रदर्शन 
जिन सेक्‍टरों ने एक्‍सपोर्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है उनमें सर्विस सेक्‍टर में टेलीकम्‍यूनिकेशन, कंप्‍यूटर, और आईटी सेक्‍टर शामिल है. इसी तरह ट्रैवल, फाइनेंशियल सर्विसेज, पर्सनल, कल्‍चर और रिक्रिएशनल सर्विसेज, कंस्‍ट्रक्‍शन शामिल हैं. अगर ओवरऑल एक्‍सपोर्ट की बात करें तो 2022;-23 में 776.4 यूएस बिलियन डॉलर रहा है जबकि 2023-24 में ये 778.2 बिलियन डॉलर रहा है. इसी तरह से ओवरऑल मर्चेंडाइज एक्‍सपोर्ट की बात करें तो 2022-23 में ये 451.1 बिलियन डॉलर रहा जबकि 2023-24 में ये 437.1 बिलियन डॉलर रहा है. वहीं सर्विस एक्‍सपोर्ट 2022-23 में ये 325.3 बिलियन डॉलर रहा जबकि 2023-24 में ये 341.1 बिलियन डॉलर रहा है

किन देशों को हुआ इंपोर्ट-एक्‍सपोर्ट? 
अप्रैल महीने का डाटा बता रहा है कि जिन देशों को सबसे ज्‍यादा एक्‍सपोर्ट हुआ है उनमें अमेरिका, नीदरलैंड, सिंगापुर, यूनाइटेड अरब अमीरात, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देश शामिल हैं. जिन देशों में कम एक्‍सपोर्ट हुआ है उनमें जर्मनी, बांग्‍लादेश और चाइना शामिल है. इसी तरह से टॉप इंपोर्ट कंपनियों पर नजर डालें तो उनमें सबसे ज्‍यादा इंपोर्ट स्विटजरलैंड, रूस, चाइना, इराक, यूएई, अमेरिका इंडोनेशिया और सउदी अरब शामिल हैं. 
 


Brightcom Group को लगा झटका, 15 जून से नहीं कर पाएंगे इस शेयर में ट्रेडिंग

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने ब्राइटकॉम ग्रुप (Brightcom Group) के शेयर पर बैन लगाने का फैसला लिया है. अब ट्रेडर्स इसके शेयर में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे.

Last Modified:
Wednesday, 15 May, 2024
BWHindia

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने ब्राइटकॉम ग्रुप (Brightcom Group) को जोरदार झटका दिया है. दरअसल, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने कंपनी के शेयरों में ट्रेडिंग को आगामी 14 जून से सस्पेंड यानी बंद करने का निर्देश जारी किया है. क्या आप जानते हैं एनएसई ने से फैसला क्यों लिया है? अगर नहीं, तो चलिए आपको इसका कारण बताते हैं.

शेयर खरीद व बेच नहीं पाएंगे ट्रेडर्स
एनएसई द्वारा लगाए इस बैन के बाद अब ट्रेडर्स ब्राइटकॉम के शेयर को खरीद या बेच नहीं पाएंगे. एनएसई ने कहा है कि ब्राइटकॉम ग्रुप जब तक उसके मास्टर सर्कुलर का पालन नहीं करता है, तब तक उसके शेय़रों पर बैन जारी रहेगा.

Z कैटेगरी से भी हटाया
एनएसई द्वारा जारी किए सर्कुलर में कहा गया है कि सस्पेंशन के 15 दिनों बाद मास्टर सर्कुलर का पालन नहीं करने वाली कंपनी के शेयरों में अगले 6 महीनों तक हर हफ्ते के पहले कारोबारी दिन ट्रेड फॉर ट्रेड के आधार पर ट्रेड की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही ग्रुप के शेयरों को एनएसई ने Z कैटेगरी में भी डाल दिया है. 

इसे भी पढ़ें-लोन लेकर महंगे फोन खरीदने में आगे भारतीय, जानें किस फोन की हो रही ज्यादा डिमांड?

क्यों लगाया बैन?
एनएसई ने कहा है कि ब्राइटकॉम ने लगातार 2 तिमाहियों यानी सितंबर 2023 और दिसंबर 2023 तिमाही तक सेबी (SEBI) के डिस्क्लोजर नियमों का पालन नहीं किया है. इसलिए ब्राइटकॉम लिमिटिड के शेयरों में 14 जून से कारोबार को सस्पेंड कर दिया जाएगा. इससे पहले फरवरी 2024 में सेबी ने प्रेफरेंशियल आधार पर शेयरों के किए गए अलॉटमेंट में अनियमितता से जुड़े मामले में समूह के प्रमोटर सुरेश कुमार रेड्डी पर शेयर बाजार में लगे बैन को हटाने से इंकार कर दिया था. इसके अलावा प्रमोटर सुरेश कुमार रेड्डी पर शेयर बाजार में सूचीबद्ध किसी भी कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल होने पर भी रोक लगा दी थी.

सेबी की सख्ती के बाद हटाए थे सीएमडी
सेबी की सख्ती के बाद अगस्त 2023 में ग्रुप ने अपने चेयरमैन और एमडी सुरेश कुमार रेड्डी और सीएफओ नारायण राजू को पद से हटा दिया था. सेबी के अनुसार कंपनी ने न सिर्फ अकाउंटिंग फ्रॉड किया है, बल्कि शेयरों के प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट मामले में बैंक अकाउंट स्टेटमेंट में भी हेराफेरी की है. इसके बाद से ही सेबी ने लगातार कंपनी पर सख्ती बनाई हुई है.