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OTT प्लेटफॉर्म के बढ़ते क्रेज के बावजूद पिछड़ रहा Netflix, अब रणनीति बदलेगी कंपनी
एशिया में पहली तिमाही के नतीजे कंपनी के लिए अच्छे नहीं रहे हैं. यही वजह है कि चिंतित कंपनी अब अपनी रणनीति में बदलाव कर रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
ऐसे वक्त में जब OTT प्लेटफ़ॉर्म की तरफ लोगों का झुकाव ज्यादा है, बड़े फिल्म मेकर भी थिएटर के बजाए OTT का रुख कर रहे हैं, बाजार पर नेटफ्लिक्स की पकड़ ढीली हो रही है. खासकर एशिया में पहली तिमाही के नतीजे कंपनी के लिए अच्छे नहीं रहे हैं. यही वजह है कि चिंतित कंपनी अब एशिया और विशेष रूप से भारत को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव कर रही है.
बढ़ता रहेगा निवेश
एशिया पैसिफिक के लिए बिज़नेस डेवलपमेंट के वाइस-प्रेसिडेंट Tony Zameczkowski का कहना है कि खर्चों पर अंकुश लगाने के बावजूद एशिया में निवेश बढ़ता रहेगा. इसमें स्थानीय फिल्म और सीरीज निर्माण के लिए फाइनेंसिंग भी शामिल है. इसके अलावा, कंपनी एशिया में अपना कस्टमर बेस बढ़ाने के लिए और ज्यादा वायरलेस ऑपरेटरों, डिजिटल पेमेंट कंपनियों से पार्टनरशिप कर रही है.
20% की आई कमी
दुनिया का सबसे बड़ा स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म Netflix मुश्किल दौर से गुजर रहा है. लगभग एक दशक में कंपनी को पहली बार बड़े पैमाने पर कस्टमर लॉस का सामना करना पड़ा है. नेटफ्लिक्स के दुनिया भर में 221.6 मिलियन सब्सक्राइबर हैं और इसमें एशिया पैसिफिक रीजन की हिस्सेदारी 15% है. नेटफ्लिक्स के एशिया पैसिफिक में नए यूजर्स पहली तिमाही में कुल 1.1 मिलियन थे, जो एक साल पहले की तुलना में 20% कम हैं. इसी के चलते कंपनी पर इस क्षेत्र पर ज्यादा फोकस कर रही है.
क्या है गिरावट की वजह?
भारत जैसे एशियाई देशों में नेटफ्लिक्स की कमजोर होती पकड़ की कई वजह हैं. इसमें सबसे प्रमुख है, ज्यादा सब्सक्रिप्शन प्राइज़ और लिमिटेड पेमेंट ऑप्शन.
हाई प्राइज़
कंपनी ने पिछले साल दिसंबर में भारत के लिए अपने सभी प्लान की प्राइज़ कम की थीं, लेकिन फिर भी वह ज्यादा ही है. नेटफ्लिक्स का मोबाइल प्लान 149 रुपए प्रति माह है, इसके बाद आता है बेसिक प्लान 199, स्टैण्डर्ड प्लान 499 और फिर प्रीमियम प्लान 649 रुपए प्रति माह. जबकि दूसरे OTT प्लेटफ़ॉर्म इससे ज्यादा आकर्षक प्लान ऑफर कर रहे हैं.
लैस पेमेंट ऑप्शन
इसके अलावा, नेटफ्लिक्स ज्यादा पेमेंट ऑप्शन भी नहीं देता. इसके सब्सक्रिप्शन के लिए क्रेडिट कार्ड ज़रूरी है, जो हर किसी के पास होना संभव नहीं. कंपनी को भी अब यह समझ आने लगा है, इसलिए क्रेडिट कार्ड के साथ ही दूसरे ऑप्शन उपलब्ध कराने पर भी काम चल रहा है.
देसी कंटेंट की कमी
OTT पर लोगों को देसी कंटेंट देखना ज्यादा पसंद है, लेकिन नेटफ्लिक्स इस मामले में दूसरों से पीछे है. यह भी एक वजह है कि भारत में कंपनी को उम्मीद अनुरूप सफलता नहीं मिल पा रही है. एक तरफ जहां, अमेज़न प्राइम जैसे प्लेटफ़ॉर्म भारतीय ऑडियंस की ज़रूरत के अनुसार तेजी से देसी कंटेंट उपलब्ध करा रहे हैं, वहीं, नेटफ्लिक्स की रफ़्तार धीमी है.
इतने हैं सब्सक्राइबर
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में नेटफ्लिक्स सब्सक्राइबर्स बेस के मामले में तीसरे स्थान पर है. देश में उसके सब्सक्राइबर्स की संख्या 5.5 मिलियन है. Disney + Hotstar और Amazon Prime Video उससे कहीं आगे हैं. Disney + Hotstar के 46 और Amazon के 22 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं.
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