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आखिरी चरण के चुनाव से पहले लौटा National Herald का भूत, सीज हुई इतने करोड़ की प्रॉपर्टी
23 नवंबर को राजस्थान में मतदान होना है जबकि 30 नवंबर को तेलंगाना में मतदान होना है. 3 दिसंबर को पांच राज्यों में चुनावों के नतीजे सामने आएंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में तीन राज्यों में चुनाव निपट चुके हैं जबकि अब गुरुवार 23 नवंबर को राजस्थान में चुनाव होना है उसके बाद 30 नवंबर को तेलंगाना में चुनाव होना है. लेकिन एक बार फिर उससे पहले नेशनल हेराल्ड मामला लौट आया है. इस मामले में ED ने नेशनल हेराल्ड की 791 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी को सीज कर दिया है. ED इस मामले में एसोसिएट जर्नल और यंग इंडिया की जांच कर रही है.
ये है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में यंग इंडिया और एसोसिएट जर्नल के खिलाफ जांच कर रही है. अब इसी मामले में ईडी ने 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति जप्त की है. इस मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि यंग इंडिया ने बाकी आरोपियों के साथ मिलकर आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, संपत्ति की बेईमानी से दुरुपयोग और आपराधिक साजिश जैसे अपराध किए हैं.
कहां-कहां है एसोसिएट जर्नल के पास है प्रॉपर्टी?
ED ने जब इस मामले की जांच की तो पाया कि एसोसिएट जर्नल के पास दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में फैली अचल संपत्तियों के रूप में 691 करोड़ रुपये की आपराधिक आय है. कंपनी के पास इक्विटी शेयरों के रूप में 90.21 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर हैं. ED को जांच में ये भी पता चला कि एजेएल ने यंग इंडिया के जरिए आपराधिक साजिश रची. एजेएल को यंग इंडिया के जरिए न्यूजपेपर चलाने के लिए रियायती दरों पर जमीन मिली थी लेकिन उसने 2008 में यंग इंडिया का संचालन बंद कर दिया और इसका व्यवसायिक इस्तेमाल शुरू कर दिया है.
ED की कार्रवाई पर गरमाई सियासत
ED की कार्रवाई पर कांग्रेस पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया देने में देरी नहीं लगाई. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि भाजपा ने चुनावों में अपनी हार से ध्यान भटकाने के लिए ये सब किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई शिकायतकर्ता नहीं था जिसने धोखाधड़ी का दावा किया हो. सिंघवी ने ये भी कहा कि धन शोधन अधिनियम 2002 के तहत कार्रवाई केवल अपराध के संकेत की उपस्थिति में की जा सकती है लेकिन यहां किसी भी तरह का स्थानांतरण नहीं हुआ है ना ही किसी भी तरह की आय को अपराध से उत्पन्न किया गया था.
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