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Polycab पर मारे छापे में मिला ये अहम सबूत, इनकम टैक्स ने साझा की महत्त्वपूर्ण जानकारी!
पिछले साल 22 दिसंबर को कंपनी पर छापेमारी के बाद 4 करोड़ से ज्यादा बेहिसाब कैश और 25 से ज्यादा बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
भारतीय इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) की तरफ से इस वक्त एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल हाल ही में इनकम टैक्स विभाग द्वारा केबल एवं वायर निर्माता कंपनी Polycab पर छापेमारी की गई थी और अब विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि विभाग को लगभग 1000 करोड़ रुपए के बेहिसाब कैश की बिक्री मिली है.
50 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी
यह जानकारी CBDT के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मीडिया के साथ साझा की गई है. इसके साथ ही विभाग ने आधिकारिक रूप से बयान देते हुए यह भी बताया है कि पिछले साल 22 दिसंबर को कंपनी पर छापेमारी के बाद 4 करोड़ से ज्यादा बेहिसाब कैश और 25 से ज्यादा बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है. जानकारी के अनुसार मुंबई, पुणे, औरंगाबाद, दमन, हलोल और दिल्ली में मौजूद कंपनी के 50 से ज्यादा ठिकानों पर विभाग के द्वारा छापेमारी की गई थी. इसके साथ ही विभाग ने यह भी बताया है कि इस दौरान Polycab के कुछ वैध डिस्ट्रीब्यूटर्स पर भी छापेमारी की गई थी.
कंपनी ने बताया अफवाह
हालांकि CBDT द्वारा जारी किए गए बयान में कंपनी का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि यहां Polycab India Limited के बारे में ही बात हो रही है. आज दिन की शुरुआत में Polycab ने स्टॉक एक्सचेंजों को सफाई देते हुए मीडिया में जारी इन बातों को अफवाह बताया है और कंपनी ने यह भी कहा है कि वह नियमों और पारदर्शिता से संबंधित सभी बातों का ध्यान रख रही है. साथ ही कंपनी ने अपनी सफाई में यह भी कहा है कि 23 दिसंबर 2023 को हुई छापेमारी में कंपनी द्वारा पूरी तरह से आयकर विभाग के अधिकारियों की सहायता की गई थी. इसके साथ ही अपने बयान में कंपनी ने यह भी कहा है कि छापेमारी के परिणामों को लेकर कंपनी और आयकर विभाग के बीच किसी भी तरह का कोई संचार नहीं हुआ है.
प्राथमिक जांच में ये बात आई सामने
CBDT का कहना है कि बरामद हुए सबूतों में से काफी बड़ी मात्रा कागजात के रूप में मौजूद है और छापेमारी के दौरान डिजिटल डेटा भी बरामद किया गया था. विभाग का कहना है कि इससे कंपनी और वैध डिस्ट्रीब्यूटरों द्वारा मिलकर टैक्स से बचने के लिए अपनाए गए उपाय सामने आते हैं. विभाग ने कहा कि शुरूआती जांच के आधार पर ये कहा जा सकता है कि फ्लैगशिप कंपनी बेहिसाब कैश की बिक्री, कैश भुगतान और बेहिसाब खरीदारियों के लिए कैश में भुगतान करने जैसे कामों में संलग्न थी.
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