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फिर लौटा iPhone हैकिंग का मामला, वाशिंगटन पोस्ट की खबर पर सरकार ने दिया जवाब
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने इस मामले में वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट को तथ्यहीन कहा है और ये भी कहा है कि इसमें एप्पल का जवाब ही शामिल नहीं है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
अक्टूबर में विपक्षी दलों के नेताओं के फोन पर आए स्टेट स्पॉन्सर्ड हैकिंग के मामले के कुछ महीने बाद एक बार फिर ये मामला लौट आया है. अब इस मामले में वाशिंगटन पोस्ट की खबर सामने आने के बाद देश के केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इसे लेकर जवाब दिया है. उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट की खबर को तथ्यहीन और पूरी तरह से सजाई हुई स्टोरी कहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में एप्पल और सरकार दोनों की जांच अभी जारी है.
वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी स्टोरी में क्या कहा?
दरअसल सितंबर में सामने आए इस मामले को लेकर गुरुवार को वाशिंगटन पोस्ट की ओर से एक खबर छापी गई थी. इस खबर में वाशिंगटन पोस्ट लिखा है कि अक्टूबर में इस मामले के सामने आने के बाद भारत सरकार ने एप्पल फोन की सुरक्षा की जांच की घोषणा की थी वहीं एप्पल के भारत के प्रतिनिधि को भी बुलाकर कहा था कि वो इस वार्निंग के पॉलिटिकल असर को कम करने में मदद करे. उन्होंने देश के बाहर से एप्पल के सुरक्षा अधिकारी को दिल्ली में मीटिंग में भाग लेने को भी कहा और कई लोगों को भेजी गई इस वार्निंग को लेकर स्पष्टीकरण जारी करने को लेकर दबाव भी डाला.
इस मसले पर क्या बोले राजीव चंद्रशेखर
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए केन्द्रीय आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि
यह कहानी आधी तथ्यात्मक है और पूरी तरह से सजाई हुई है, पूरी स्टोरी में एप्पल की प्रतिक्रिया को शामिल नहीं किया गया है.
Apple खतरे की सूचनाओं का श्रेय किसी खास स्टेट स्पांसर्ड हमलावर को नहीं देता है.
स्टेट स्पांसर्ड हमलावर बहुत अच्छी तरह से फंडेड होते हैं और उनके हमले समय के साथ विकसित होते हैं. ऐसे हमलों का पता लगाना खतरे के खुफिया संकेतों पर निर्भर करता है जो अक्सर अधूरे होते हैं. यह भी संभव है कि कुछ Apple से आने वाली खतरे की सूचनाएं गलत अलार्म के तौर पर हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चल पाता है. हम इस बारे में जानकारी देने में असमर्थ हैं कि किस कारण से हमें खतरे की सूचनाएं जारी करनी पड़ रही हैं, क्योंकि इससे राज्य-प्रायोजित हमलावरों को भविष्य में पहचान से बचने के लिए अपने व्यवहार को अनुकूलित करने में मदद मिल सकती है.
इस घटना पर @GoI_MeitY पर मेरी प्रतिक्रिया लगातार स्पष्ट रही है - कि यह Apple को बताना है कि क्या उनके उपकरण असुरक्षित हैं और इन सूचनाओं के कारण क्या हुआ.
➡️ एप्पल को पूछताछ के लिए @IndianCERT के साथ शामिल होने के लिए कहा गया था, इस पर बैठकें आयोजित की गई हैं और जांच जारी है.
ये तथ्य हैं. बाकी कहानी रचनात्मक कल्पना और पत्रकारिता के रूप में काम पर क्लिकबैटिंग हैं
अक्टूबर में इस घटना के तहत क्या हुआ था
अक्टूबर में देश के कई विपक्षी दलों के नेताओं को जिनके पास एप्पल फोन था, उनके मोबाइल पर एक मैसेज फ्लो हुआ था जिसमें स्टेट स्पांसर्ड हैकिंग के प्रयास के बारे में कहा गया था. इस पूरे विषय के कारण संसद में कई दिनों तक व्यवधान देखने को मिला था. अब वाशिंगटन पोस्ट ने इसी को लेकर स्टोरी पब्लिश की है.
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