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Gopal Snacks के निवेशकों का बिगड़ गया जायका, फीकी रही IPO की लिस्टिंग
गुजरात की इस नमकीन कंपनी के आईपीओ को शानदार रिस्पांस मिला था, लेकिन शेयर बाजार में एंट्री फीकी रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
नमकीन बनाने वाली कंपनी गोपाल स्नैक्स (Gopal Snacks) की शेयर बाजार में फीकी लिस्टिंग हुई है, जबकि कंपनी के आईपीओ को अच्छा रिस्पांस मिला था. आज यानी गुरुवार को गोपाल नमकीन के शेयर अलॉट वैल्यू से कम में लिस्ट हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी का एक रुपए फेस वैल्यू वाला शेयर निवेशकों को 401 रुपए में अलॉट किया गया था और BSE पर यह महज 350 रुपए में लिस्ट हुआ है. यानी कि निवेशकों को प्रत्येक शेयर पर 51 रुपए का घाटा हुआ. दूसरे शब्दों में कहें तो पहले ही दिन निवेशकों को 12.72 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा.
6 को खुला था IPO
गोपाल स्नैक्स के शेयर शुरू में लुढ़कने के साथ कुछ संभलते भी नजर आए. सुबह कारोबार की शुरुआत के साथ ही कंपनी के शेयर 350 रुपए पर लिस्ट हुए, लेकिन बाद में यह 384.90 रुपए पर आ गए. नमकीन बनाने वाली गुजरात की इस कंपनी ने पिछले सप्ताह आईपीओ जारी किया था. कंपनी का पब्लिक इश्यू 6 मार्च को खुलकर 11 मार्च को बंद हो गया था. इस आईपीओ में निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया था, जिसके चलते आखिरी दिन आईपीओ 10 गुना भरकर बंद हुआ था. माना जा रहा था कि आईपीओ की लिस्टिंग भी शानदार रहेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
ऐसा है पोर्टफोलियो
गोपाल स्नैक्स के प्रमोटर गोपाल एग्री प्रोडक्ट्स, दक्षाबेन बिपिनभाई हडवानी और बिपिनभाई विट्ठलभाई हडवानी हैं. इस कंपनी की शुरुआत 1999 में एक पार्टनरशिप फर्म के रूप में हुई थी और 2009 में इसे कंपनी का रूप दिया गया. कंपनी गोपाल ब्रांड के तहत अलग-अलग उत्पाद बेचती है. इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में पापड़, मसाले, नमकीन, नूडल्स, रस्क, गाठिया और वेफर्स सहित वेस्टर्न स्नैक्स भी शामिल हैं. साथ ही कंपनी सोन पापड़ी भी बेचती है. गोपाल स्नैक्स की पहुंच 10 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों तक है. कंपनी के कुल तीन डिपो और 617 डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. कंपनी की प्रोडक्शन यूनिट गुजरात के राजकोट और मोदसा के साथ ही महाराष्ट्र के नागपुर में भी है.
ऐसी है वित्तीय सेहत
पिछले साल के रिकॉर्ड के अनुसार, कंपनी अलग-अलग कैटेगरी में कुल 84 प्रोडक्ट्स बनाती है. कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ की बात करें, तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 21.12 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था. वित्त वर्ष 2022 में यह उछलकर 41.54 करोड़ और वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 112.37 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इस दौरान कंपनी का रिवेन्यु सालाना 11% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 1,398.54 करोड़ रुपए रहा. चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में कंपनी को 55.57 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ है.
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