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भारतीय एयरलाइन्स को होगा 3000-5000 करोड़ का नुक्सान? ICRA ने किया दावा!
ICRA ने कहा है कि वित्त वर्ष 24 और 25 के दौरान घरेलु यात्रियों की संख्या में 8% से 13% जितनी वृद्धि देखने को मिल सकती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
भारतीय एयरलाइन इंडस्ट्री को लेकर इस वक्त एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. वित्त वर्ष 2023 में इंडस्ट्री को 17,000-17,500 करोड़ रुपयों का नुक्सान उठाना पड़ा था. अब क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने दावा किया है कि वित्त वर्ष 2024 के दौरान भारतीय एयरलाइन इंडस्ट्री को 3000-5000 करोड़ रुपयों का नुक्सान उठाना पड़ सकता है.
ICRA ने क्या कहा?
ICRA की मानें तो इस वित्त वर्ष के दौरान भारतीय एयरलाइन्स की कमाई में वृद्धि हुई है और साथ ही लागत में भी स्थिरता देखने को मिली है, जिसकी वजह से वित्त वर्ष 23 के दौरान हुए नुक्सान में कमी देखने को मिल सकती है. इतना ही नहीं, घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या के बारे में बात करते हुए ICRA ने कहा है कि वित्त वर्ष 24 और वित्त वर्ष 25 के दौरान भारतीय एयरलाइन्स को घरेलु यात्रियों की संख्या में 8% से 13% जितनी वृद्धि देखने को मिल सकती है. रेटिंग एजेंसी ने यह भी कहा कि बेहतर होती लागत की स्थिति और बढ़ती कमाई की वजह से भारतीय एयरलाइन इंडस्ट्री के लिए एजेंसी ने स्थिर अनुमान लगाया है.
कम होगा नुक्सान
वित्त वर्ष 23 के दौरान इंडस्ट्री ने काफी तेजी से रिकवरी की है और हाल ही में एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान ICRA ने कहा कि एजेंसी का अनुमान है कि घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या में इस वित्त वर्ष के दौरान 8-13% जितनी वृद्धि देखने को मिल सकती है जिसकी वजह से घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या 150-155 मिलियन तक पहुंच सकती है और यह आंकड़ा वित्त वर्ष 20 के दौरान दर्ज की गई 141.2 मिलियन की संख्या से अधिक है. साथ ही एजेंसी ने कहा कि वित्त वर्ष 24 के दौरान इंडस्ट्री का शुद्ध नुक्सान कम होकर 30-50 बिलियन तक पहुंच सकता है जबकि वित्त वर्ष 23 में यह 170-175 बिलियन हुआ करता था.
घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ेगी
इस वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों के दौरान घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या 100.7 मिलियन थी और सालाना आधार पर इसमें 17% की वृद्धि देखने को मिली है. इसके साथ ही आपको बता दें कि यह कोविड से पहले वाले समय से 5% अधिक है. इतना ही नहीं, वित्त वर्ष 23 के दौरान अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 23.9 मिलियन थी और यह कोविड से पहले वाले सालों से ज्यादा है. हालांकि, वित्त वर्ष 19 के दौरान यह 25.9 मिलियन थी और ICRA का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष के दौरान यह 25-27 मिलियन यात्रियों तक पहुंच सकती है.
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