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कितना है भारतीय परिवारों का घरेलू खर्च? जानिये क्या कहती है रिपोर्ट!
परिवारों द्वारा रोजाना के जरूरी इस्तेमाल की चीजों जैसे पर्सनल केयर और घरेलु सामानों पर होने वाले खर्च में 32% की वृद्धि देखने को मिली है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
कंज्यूमर डाटा इंटेलिजेंस कंपनी एक्सिस माई इंडिया (Axis My India) द्वारा हर महीने किये जाने वाले इंडिया कंज्यूमर सेंटिमेंट इंडेक्स के मुताबिक अप्रैल 2023 के दौरान भारत के शहरी और ग्रामीण इलाकों के परिवारों के घरेलु खर्च में लगभग 56% की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है.
कितने लोगों पर हुआ सर्वे?
जिन राज्यों में परिवारों के घरेलु खर्च में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है उनमें 70% बढ़ोत्तरी के साथ पश्चिम बंगाल, 61% बढ़ोत्तरी के साथ आंध्र प्रदेश और 61% बढ़ोत्तरी के साथ ही तेलंगाना जैसे राज्यों के नाम शामिल हैं. रिपोर्ट की मानें तो पिछले महीने की तुलना में इस महीने घरेलु खर्चों पर कंज्यूमर्स की भावनाओं में 1% की गिरावट देखने को मिली है. पिछले महीने घरेलु खर्चों पर कंज्यूमर्स की भावनाओं की संख्या +49 हुआ करती थी जो इस महीने 1% कम होकर +48 ही रह गयी है. रिपोर्ट में बताये गए आंकड़े 10,206 लोगों पर किये गए एक सर्वे में सामने आये हैं. इन 10,206 लोगों में 64% ग्रामीण और बाकी 36% शहरी लोग शामिल थे.
जरूरी खर्च किसका और कितना बढ़ा?
परिवारों द्वारा रोजाना के जरूरी इस्तेमाल की चीजों जैसे पर्सनल केयर और घरेलु सामानों पर होने वाले खर्च में 32% की वृद्धि देखने को मिली है. पिछले महीने की तुलना में यह 1% कम है. कुल स्कोर पिछले महीने +21 पर हुआ करता था जो इस महीने भी एक समान स्थिर बना हुआ है. जरूरी सामानों पर किया जाने वाला खर्चा विशेषकर उन परिवारों का बढ़ा है जिनकी मासिक आय 21 से 30,000 रुपये के बीच है. जरूरी सामानों पर होने वाले खर्च में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी 45% की हुई है जो कर्नाटक द्वारा दर्ज की गयी है.
गैर जरूरी चीजों पर हुआ कितना खर्च?
AC, कार और फ्रिज जैसी गैर-जरूरी चीजों पर परिवारों द्वारा किये जाने वाले खर्च में 5% की वृद्धि देखने को मिली है जो पिछले महीने के मुकाबले 1% ज्यादा है. पिछले महीने गैर जरूरी चीजों पर होने वाले खर्चों का नेट-स्कोर 0 हुआ करता था जो इस महीने बढ़कर +1 हो गया है. सर्वे द्वारा जारी किये गए आंकड़ों की मानें तो गैर जरूरी चीजों पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले राज्यों में राजस्थान का नाम सबसे आगे है.
स्वास्थ्य संबंधित खर्चे भी बढ़े
सर्वे में यह भी बताया गया है कि परिवारों द्वारा विटामिन्स, टेस्ट और हेल्थी खाने जैसी स्वास्थ्य संबंधित चीजों पर होने वाले खर्च में 31% की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. पिछले महीने के मुकाबले यह 1% कम है. हेल्थ स्कोर जितना नेगेटिव होता है इसे उतना ही अच्छा माना जाता है और नेगेटिव हेल्थ स्कोर का सीधा मतलब, स्वास्थ्य संबंधित चीजों पर होने वाले खर्च का कम से कम होना होता है. इस महीने स्वास्थ्य संबंधित खर्च का नेट स्कोर -21 था. स्वास्थ्य संबंधित प्रोडक्ट्स पर महिलाओं द्वारा सबसे ज्यादा लगभग 32% खर्च किया गया है और इस 32% में खासकर वो महिलायें शामिल हैं जिनकी उम्र 26 से 35 सालों के बीच है.
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