होम / बिजनेस / Finance Ministry से हुई छोटी सी गलती, घबराहट में ट्रेडर्स का छूटा पसीना
Finance Ministry से हुई छोटी सी गलती, घबराहट में ट्रेडर्स का छूटा पसीना
वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) से टाइपोग्राफी में एक छोटी सी गलती हो गयी जिसकी वजह से ट्रेडर्स कन्फ्यूज हो गए और घबराहट के मारे उनका पसीना छूटने लगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
आज संसद में Finance बिल पेश किया गया जिसमें संशोधन करके सरकार ने F&O (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ) के जरिये होने वाली कमाई पर सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) में 25% की वृद्धि का ऐलान किया जिसके बाद ट्रेडर्स को बहुत तगड़ा झटका लगा था. लेकिन वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) से टाइपोग्राफी में एक छोटी सी गलती हो गयी जिसकी वजह से ट्रेडर्स कन्फ्यूज हो गए और घबराहट के मारे उनका पसीना छूटने लगा. बाद में वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस गलती को सुधारा और कन्फ्यूजन को दूर किया.
वित्त मंत्रालय ने सुधारी गलती
दरअसल वित्त मंत्रालय ने पहले कहा था कि संसद में पास हुए Finance बिल में संशोधन करके STT को 0.017% से बढ़ाकर 0.021% कर दिया गया है. हालांकि बाद में वित्त मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए साफ किया कि STT को 0.062% से बढ़ाकर 0.05% किया गया है न कि 0.017% से बढ़ाकर 0.021%, जैसा कि Finance बिल के संशोधन में कहा गया है. संसद में Finance बिल पास होने के बाद ट्रेडर्स कन्फ्यूज दिखे क्योंकि F&O पर पहले से ही 0.05% के रेट से टैक्स लगता आया है. वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि यह कन्फ्यूजन टाइपोग्राफी की वजह से हुआ था और सरकार बिल में आवश्यक संशोधन करके इस गलती में सुधार कर देगी.
NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने बढ़े हुए ट्रांजेक्शन चार्ज को लिया वापस
एक तरफ जहां वित्त मंत्रालय की गलती से ऑप्शन ट्रेडर्स परेशान हो गए वहीं, NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने इक्विटी कैश और डेरिवेटिव पर बढ़ाये गए ट्रांजेक्शन चार्ज को वापस ले लिया. आपको बता दें, NSE ने जनवरी 2021 में इक्विटी कैश और डेरिवेटिव के ट्रांजेक्शन पर लगने वाले चार्ज को 6% बढ़ा दिया था. NSE द्वारा यह फैसला, इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फंड ट्रस्ट को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया था. 1 अप्रैल 2023 से इक्विटी कैश और डेरिवेटिव के क्षेत्र पर कम किये गए नए चार्ज को लागू कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें: इस बैंक ने किया कानूनों का उल्लंघन, RBI ने लगाई भारी-भरकम पेनल्टी
टैग्स