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क्या वास्तव में UPI से पेमेंट पर कटेगा चार्ज? सरकार ने दिया ये जवाब
मीडिया में खबर चल रही है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) यूपीआई के जरिए किए जाने वाले भुगतान पर चार्ज लगा सकता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
यूपीआई यानी Unified Payments Interface के जरिए किए जाने वाले भुगतान पर चार्ज की खबरों से लोग परेशान हैं. क्योंकि ये डिजिटल भुगतान का सबसे महत्वपूर्ण साधन हैं. ज़्यादातर लोग इसी से पेमेंट को तवज्जो देते हैं. ऐसे में यदि UPI से पेमेंट पर शुल्क वसूला जाता है, तो लोगों को जेब ढीली करनी होगी. लेकिन क्या वास्तव में यह होने जा रहा है? वित्त मंत्रालय ने इसे लेकर स्थिति स्पष्ट की है.
मीडिया में चली खबर
मीडिया में खबर चल रही है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) यूपीआई के जरिए किए जाने वाले भुगतान पर चार्ज लगा सकता है. इस खबर के बाद से UPI इस्तेमाल करने वाले परेशान हैं. अब वित्त मंत्रालय ने लोगों की परेशान दूर करते हुए स्पष्ट किया है कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार यूपीआई पेमेंट सर्विस पर किसी तरह का चार्ज लगाने पर विचार नहीं कर रही है.
UPI is a digital public good with immense convenience for the public & productivity gains for the economy. There is no consideration in Govt to levy any charges for UPI services. The concerns of the service providers for cost recovery have to be met through other means. (1/2)
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) August 21, 2022
ऐसी कोई योजना नहीं
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट में कहा है, 'UPI जनता के लिए अत्यधिक सुविधाजनक डिजिटल प्लेटफॉर्म है और अर्थव्यवस्था में इसका बड़ा योगदान है. सरकार यूपीआई पेमेंट सर्विस पर किसी तरह का शुल्क लगाने पर विचार नहीं कर रही है. सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए कॉस्ट रिकवरी के लिए अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा. डिजिटल पेमेंट ईको सिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार ने पिछले साल आर्थिक मदद का ऐलान किया था, जो इस साल भी जारी रहेगी'.
बढ़ रहा इस्तेमाल
यूपीआई के जरिए होने वाले पेमेंट की बात करें, तो इसमें लगातार इजाफा हुआ है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में हर महीने UPI पेमेंट इस्तेमाल करने वाले बढ़ रहे हैं. इसके जरिए जुलाई में ही 600 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए हैं. इसमें कुल 10.2 लाख रुपए की रकम का लेन-देन किया गया है. देश में यूपीआई इस्तेमाल करने वालों की दर में 7 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि देखने को मिली है.
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