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Delhi: बारिश में केवल सरकारी दावे-वादे ही नहीं बहे, कारोबारियों के करोड़ों भी डूब गए
राजधानी दिल्ली में व्यापारियों के संगठन का कहना है कि बारिश के चलते कारोबारियों को 200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 10 months ago
दिल्ली (Delhi) को दिलवालों का शहर कहा जाता है. इस शहर में अब बादल भी दिल खोलकर बरस रहे हैं. इसका नतीजा ये हुआ है कि पूरी राजधानी पानी-पानी हो गई है. सोशल मीडिया पर दिल्ली के दरिया बनने की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. वहीं, दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. दोनों दिल्ली के हाल के लिए एक-दूसरे को कुसूरवार ठहरा रहे हैं. उधर, आम जनता को 'रूठी' यमुना नदी के 'मानने' का इंतजार है और वो बादलों के बरसने पर ब्रेक की आस लगाए बैठी है. दिल्ली में हुई लगातार बारिश ने जहां आम दिल्लीवालों की परेशानियों में इजाफा किया है. वहीं, कारोबारियों को भी मोटी चपत लगाई है.
यहां हैं सबसे बुरे हाल
दिल्ली के कोबारियों को अब तक 200 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है. यदि हालत जल्द नहीं सुधरे, तो ये आंकड़ा काफी ज्यादा बढ़ सकता है. दिल्ली के व्यापारियों के संगठन चैम्बर्स ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) का दावा है कि बारिश ने कारोबारियों को बड़ी चोट पहुंचाई है. CTI ने व्यापारियों से अपील की है कि यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दूसरे शहरों से माल की आवाजाही फिलहाल के लिए टाल दें. जिन इलाकों में सबसे ज्यादा कारोबार प्रभावित हुआ है, उसमें पुरानी दिल्ली के साथ-साथ कश्मीरी गेट, मोरी गेट, चांदनी चौक, जामा मस्जिद, मॉनेस्ट्री मार्केट, भागीरथ मार्केट, लाजपत राय मार्केट, किनारी बाजार, फतेहपुरी, खारी बावली और नया बाजार शामिल हैं.
पूरी तरह ठप हुआ कारोबार
CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल (CTI Chairman Brijesh Goyal) का कहना है कि बारिश से हालात काफी खराब हो गए हैं. पुरानी दिल्ली के कारोबारी और बाजार संघों ने बाहर से माल मंगवाने पर कुछ दिन रोक लगाने की अपील की है. वहीं, कश्मीरी गेट मार्केट के अध्यक्ष विनय नारंग ने कहा कि तीन-चार दिन की बारिश के कारण ही 50 करोड़ रुपए से ज्यादा के नुकसान की आशंका है. नारंग के अनुसार, यमुना का बढ़ता जलस्तर दिल्ली के बाजारों को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. कारोबार लगभग ठप हो गया है. हालांकि, CTI ने बारिश से लगभग 200 करोड़ रुपए के कारोबार के प्रभावित होने की आशंका जताई है.
मार्केट का रुख नहीं कर रहे लोग
दिल्ली के इन बाजारों में केवल स्थानीय लोग ही नहीं बल्कि नजदीकी शहरों से भी लोग खरीदारी के लिए आते हैं. लेकिन बारिश के चलते ग्राहक इन बाजारों का रुख नहीं कर रहे हैं. CTI का कहना है कि दिल्ली में गाजियाबाद, फरीदाबाद, रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेरठ, सोनीपत, पानीपत, पलवल, बागपत, बड़ौत, मुजफ्फरनगर आदि से प्रतिदिन दो लाख ग्राहक आते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है. क्योंकि दिल्ली के हाल को देखते हुए कोई जोखिम उठाना नहीं चाहता. वहीं, रेलवे ने पुराने लोहे के पुल से ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी है. कई रेल गाड़ियों का रूट बदल गया है और कुछ ट्रेनें रद्द भी की गई हैं. व्यापारियों का कहना है कि यदि जल्द हालात सामान्य नहीं हुए, तो नुकसान का आंकड़ा बढ़ सकता है.
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