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सैलरी को तरसे इस दिग्गज कंपनी के कर्मचारी, मैनेजमेंट ने इस बार भी बोल दिया - Sorry
कोरोना काल में सफलता की नई ऊंचाइयां हासिल करने वाली एडटेक कंपनी बायजू मुश्किल दौर से गुजर रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
किसी जमाने में अपने प्रदर्शन से सबको आकर्षित करने वाली एडटेक कंपनी बायजूज (Byju's) अब गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रही है. हालात ये हो चले हैं कि कंपनी के पास समय पर कर्मचारियों की सैलरी के भी पैसे नहीं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक बार फिर बायजू के कर्मचारियों की सैलरी में देरी की बात सामने आई है. यह लगातार दूसरा महीना है, जब एम्प्लॉइज की सैलरी रोकी गई है.
एस्क्रो खाते में है राइट्स इश्यू का पैसा
वहीं, बायजू का कहना है कि राइट्स इश्यू के माध्यम से जुटाई गई राशि के इस्तेमाल पर फिलहाल रोक है, इस वजह से सैलरी रिलीज करने में दिक्कत आ रही है. दरअसल, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 27 फरवरी के अपने आदेश में Byju's को निर्देश दिया था कि उसे राइट्स इश्यू से मिलने वाली रकम को एस्क्रो खाते में रखना होगा. इसका मतलब है कि कंपनी इस पैसे को तब तक नहीं निकाल सकती, जब तक कि पूरा मामला सुलझ नहीं जाता. बायजू के चार निवेशकों ने कंपनी के खिलाफ दमन और कुप्रबंधन का मुकदमा NCLT में दायर किया है. साथ ही बायजू रवींद्रन को कंपनी चलाने के लिए अयोग्य घोषित करने की मांग की है.
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पहले भी दिया था यही तर्क
कंपनी ने अपने कर्मचारियों ईमेल करके NCLT के आदेश का हवाला दिया है. कंपनी ने 1 अप्रैल को कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में लिखा है - हमें यह बताते हुए काफी खेद है कि एक बार फिर आपकी सैलरी मिलने में देरी होगी. हमें देश की न्याय व्यवस्था पर भरोसा है. हम इंतजार कर रहे हैं कि फैसला हमारे हक में आए और हम राइट्स इश्यू के जरिए जुटाई गई रकम इस्तेमाल कर सकें. हम दूसरे माध्यमों से भी फंड की व्यवस्था कर रहे हैं, ताकि आपको 8 अप्रैल तक सैलरी दी जा सके. पिछले महीने भी बायजू के फाउंडर एवं CEO बायजू रवींद्रन ने सैलरी में देरी के लिए यही तर्क दिया था.
सभी ऑफिस पर लगा है ताला
बायजू ने कुछ समय पहले ही अपने सभी कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा था, क्योंकि कंपनी ने आर्थिक तंगी के चलते देशभर में अपने ऑफिस खाली कर दिए हैं. केवल बेंगलुरु स्थित हेडक्वॉर्टर ही खुल रहा है. बायजू में 15 हजार के आसपास कर्मचारी हैं और सभी सैलरी को लेकर पिछले कुछ वक्त से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. बायजू रवींद्रन रूठे निवेशकों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है. नाराज निवेशकों का कहना है कि कंपनी मैनेजमेंट के काम करने के तरीके, जानकारियों, वित्तीय पारदर्शिता और गवर्नेंस कंट्रोल्स की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है. मुख्य तौर पर Peak XV Partners, General Atlantic, Chan-Zuckerberg Initiative और प्रोसुस बायजू की कार्यप्रणाली से नाराज हैं. इन निवेशकों द्वारा दायर याचिका पर NCLT में 4 अप्रैल को सुनवाई होनी है.
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