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खत्म हुआ बजट बनाने का काम, हलवा सेरेमनी के साथ शुरू हुई बजट की छपाई
कई सालों से होती चली आ रही हलवा सेरेमनी के बाद देश के बजट की छपाई शुरू हो जाती है. इस दौरान इस काम में लगे लोग और अधिकारी दुनिया से कट जाते हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
बजट बनाने से पहले होने वाली हलवा सेरेमनी का आयोजन वित्त मंत्रालय में किया गया. इस मौके पर वित्त मंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को हलवा खिलाया. इस हलवा सेरेमनी का आयोजन होने का मतलब होता है कि देश का बजट बनाने का काम पूरा हो चुका है अब उसे छापने का काम किया जाएगा. इस बार भी वित्त मंत्री 1 फरवरी को देश का बजट पेश करेंगी.
हलवा सेरेमनी के क्या हैं मायने?
बुधवार को जब ये बजट सेरेमनी का आयोजन किया गया इस मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवद कराद, और अधिकारी मौजूद रहे. वित्त मंत्री ने सभी को हलवा खिलाकर इस रस्म को पूरा किया. इस रस्म में बजट बनाने वाले अधिकारी ही भाग लेते हैं. सरकार वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1 फरवरी को तय तारीख पर ही बजट पेश करेंगी.
आखिर क्यों होती है हलवा सेरेमनी?
दरअसल बजट बनाने की प्रक्रिया बेहद जटिल होती है. माना जाता है कि किसी भी शुभ काम से पहले मुंह मीठा किया जाता है इसलिए इस परंपरा को वित्त मंत्रालय में कई सालों से किया जा रहा है. इस रस्म के बाद बजट की छपाई का काम शुरू हो जाता है. इसकी छपाई में जुटने वाले अधिकारी और कर्मचारी अब 1 फरवरी तक पूरी दुनिया से दूर रहेंगे. सबसे दिलचस्प बात है कि बजट में होने वाली घोषणाओं को काफी गोपनीय रखा जाता है. इसमें केवल वित्त मंत्री और सीनियर मोस्ट अधिकारियों को ही घर जाने की अनुमति दी जाती है.
इस साल भी पेपरलैस होगा बजट
देश में पिछले तीन साल से बजट पेपरलैस हो रहा है. उसी तर्ज पर इस साल भी देश का बजट पेपरलैस होगा. वित्त मंत्री के बजट भाषण पूरा होने के बाद एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर 'यूनियन बजट मोबाइल ऐप' पर ये उपलब्ध होगा. आप इस ऐप को डाउनलोड करके सारे बजट को डिटेल तरीके से देख सकते हैं. इस ऐप पर आपको कई और तरह की फैसिलिटी भी मिलेगी, जिससे आप बजट को आसानी से पढ़ पाएं.
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