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हजारों फीट की ऊंचाई पर ऐसा क्या हुआ कि Boeing के CEO इस्तीफे को हुए मजबूर?
दिग्गज विमान कंपनी बोइंग के सीईओ डेव कैलहौन इस साल के अंत तक कंपनी से अलग हो जाएंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
अमेरिकी एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बोइंग (Boeing) के टॉप मैनेजमेंट में बड़े बदलाव हो रहे हैं. कंपनी के CEO डेव कैलहौन (Dave Calhoun) इस साल के अंत तक अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. जबकि कॉमर्शियल एयरक्रॉफ्ट यूनिट के हेड स्टेन डील (Stan Deal) तुरंत रिटायर होगे. चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्टेफनी पोप स्टेन की जगह लेंगे. बोइंग में यह बदलाव सामान्य प्रक्रिया नहीं है, बल्कि कुछ वक्त पहले हुई एक घटना का परिणाम है.
इसलिए हो रहा है बदलाव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल 5 जनवरी को बोइंग द्वारा निर्मित Boeing 737-9 MAX विमान का दरवाजा 16 हजार फीट की ऊंचाई पर उखड़ गया था. इस घटना को लेकर कंपनी को तीखी आलोचना और कार्रवाई का सामना करना पड़ा था. इसी के परिणामस्वरूप कंपनी ने टॉप मैनेजमेंट में बदलाव जैसा कदम उठाया है. दरअसल, बोइंग यह संदेश देना चाहती है कि इस घटना को लेकर वह गंभीर है और प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिम्मेदार सभी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. कंपनी की तरफ से कहा कि बोर्ड ने क्वालकॉम के पूर्व CEO स्टीवन मोलेनकोफ को नया चेयरमैन नियुक्त किया है. वहीं, डेव कैलहौन के रिप्लेसमेंट की तलाश की जा रही है.
करानी पड़ी थी इमरजेंसी लैंडिंग
अलास्का एयरलाइंस सहित दुनिया की तमाम एयरलाइन बोइंग के निर्मित विमान इस्तेमाल करती हैं. 5 जनवरी को अलास्का एयरलाइंस के बेड़े में शामिल बोइंग 737-9 सीरीज के विमान का इमरजेंसी एग्जिट डोर 16 हजार फीट की ऊंचाई पर उखड़ गया था. उस समय विमान में 171 पैसेंजर और 6 क्रू मेंबर सवार थे. विमान पोर्टलैंड से कैलिफोर्निया के ओंटारियो जा रहा था. करीब 16.32 हजार फीट की ऊंचाई पर विमान का दरवाजा टूटकर हवा में उड़ गया. अचानक हुई इस घटना में कुछ यात्रियों के फोन हवा में उड़ गए थे. इसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. इस घटना के बाद बोइंग को आलोचना का सामना करना पड़ा.
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विवादों से रहा है पुराना नाता
इस घटना के बाद दुनियाभर में बोइंग के विमानों को लेकर चिंता व्यक्त की जाने लगी. अमेरिका में बोइंग 737-9 मैक्स विमानों की उड़ान पर अस्थायी रोक लगा दी गई. जबकि भारत के एविएशन रेगुलेटर DGCA ने एयरलाइन कंपनियों को अपने बेड़े में शामिल बोइंग 737-8 मैक्स प्लेन के आपातकालीन दरवाजे का निरीक्षण करने के निर्देश दिए. ऐसे में कंपनी के लिए टॉप मैनेजमेंट बदलाव जरूरी हो गया था, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि उसने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. बता दें कि बोइंग ने 2015 में 737 मैक्स विमान बनाया था. देखते ही देखते यह दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला एयरक्राफ्ट बन गया. हालांकि, इसका विवादों से भी पुराना नाता रहा है.
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