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अरबपति Adani को भी अब 'अच्छे दिनों' की आस, एक और डील हाथ से फिसली
गौतम अडानी को लगातार झटके लग रहे हैं. DB पावर और PTC इंडिया के बाद अब एक और डील उनके हाथ से फिसल गई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से शुरू हुए गौतम अडानी (Gautam Adani) के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. अरबपति अडानी को भी अब अच्छे दिनों की आस है. जहां एक तरफ उनकी दौलत घटती जा रही है. वहीं दूसरी तरफ उनके हाथ से बड़ी डील्स लगातार फिसलती जा रही हैं. DB Power और PTC India Ltd के बाद अब अडानी को एक और बड़ा झटका लगा है. सीके बिड़ला ग्रुप की कंपनी ओरियंट सीमेंट (Orient Cement) ने अडानी पावर महाराष्ट्र (Adani Power Maharashtra) के साथ सौदा रद्द कर दिया है.
आगे नहीं बढ़ने का अनुरोध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओरियंट सीमेंट का कहना है कि अडानी ग्रुप इस डील के लिए जरूरी क्लीयरेंस हासिल करने में विफल रहा है. ओरियंट सीमेंट ने सितंबर 2021 में अडानी ग्रुप के साथ एक MoU की घोषणा की थी. हालांकि, अब कंपनी ने शेयर मार्केट को बताया है कि अडानी पावर (Adani Power) ने इस डील को आगे नहीं बढ़ाने का अनुरोध किया है. बता दें कि 24 जनवरी को Hindenburg Research की रिपोर्ट सामने आई थी. इसके बाद से अडानी ग्रुप को लगातार झटके लग रहे हैं. इससे पहले, समूह ने DB Power को खरीदने से इनकार कर दिया था और फिर PTC India के लिए बोली लगाने से पीछे हट गया था.
कर्ज चुकाने पर फोकस
अडानी समूह और ओरियंट सीमेंट ने महाराष्ट्र के तिरोदा में एक सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट लगाने के लिए सितंबर 2021 में एक MoU पर हस्ताक्षर किए थे. इसके लिए ओरियंट सीमेंट ने 35 एकड़ जमीन भी देख ली थी, लेकिन अब कंपनी का कहना है कि अडानी पावर प्लांट के लिए जरूरी क्लीयरेंस लेने में नाकाम रही है. साथ ही इस एमओयू की समयसीमा भी बीत चुकी है. दरअसल, अडानी ग्रुप अब विस्तार की योजनाओं पर आगे बढ़ने के बजाए कर्ज चुकाने पर फोकस कर रहा है. इसलिए वह नई डील में पैसा नहीं फंसाना चाहता.
विस्तार की योजना पर ब्रेक
इससे पहले अडानी समूह ने DB पावर खरीदने से इनकार कर दिया था. डीबी पावर के पास छत्तीसगढ़ में 1200 मेगावॉट के थर्मल प्लांट हैं. अडानी समूह की योजना इस कंपनी को अपना बनाकर छत्तीसगढ़ में कारोबार को विस्तार देने की थी. इसे इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में अडानी ग्रुप की दूसरी सबसे बड़ी मर्जर एंड एक्विजिशन डील बताया जा रहा था. समूह ने डीबी पावर को 7,017 करोड़ रुपए में खरीदने की घोषणा पिछले साल अगस्त में की थी. इस डील को 31 अक्टूबर, 2022 तक पूरा होना था, लेकिन डेडलाइन लगातार बढ़ती गई और हाल ही में अडानी समूह ने इससे कदम वापस खींच लिए.
PTC से मिलता ये फायदा
PTC इंडिया लिमिटेड में 4 सरकारी कंपनियों - NTPC, NHPC, Power Grid और Power Finance की हिस्सेदारी है. ये कंपनी अपनी चार-चार फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में हैं. यदि कंपनी के ताजा शेयर भाव के हिसाब से देखें, तो 16 प्रतिशत हिस्सेदारी की कीमत 5.2 करोड़ डॉलर बैठती है. इस साल कंपनी के शेयरों में तेजी के साथ इसका कुल मार्केट कैप करीब 32.2 करोड़ डॉलर पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि पीटीसी इंडिया अडानी की झोली में आती, तो उसकी एनर्जी वैल्यू चेन में पकड़ मजबूत होती.
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