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आखिरकार Jindal Power को शिकस्त देने में कामयाब रही Anil Agarwal की Vedanta
अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता के मीनाक्षी एनर्जी के अधिग्रहण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 9 months ago
अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) ने एक बड़ी डील फाइनल की है. उनकी कंपनी वेदांता (Vedanta) कर्ज में डूबी मीनाक्षी एनर्जी (Meenakshi Energy Ltd) का अधिग्रहण करने जा रही है. वेदांता को दिवाला समाधान प्रक्रिया के माध्यम से इस कंपनी के अधिग्रहण की मंजूरी मिल गई है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि वेदांता ने 4625 करोड़ रुपए के स्वीकृत दावों के मुकाबले 1440 करोड़ की पेशकश की, जो मीनाक्षी एनर्जी की करीब 31% कर्ज वसूली के बराबर है. वेदांता की समाधान योजना को लेनदारों की समिति ने 94.96% बहुमत से मंजूरी दी है, जिसका मतलब है कि अनिल अग्रवाल की कंपनी मीनाक्षी एनर्जी का अधिग्रहण करेगी.
ये कंपनियां भी थीं दौड़ में
मीनाक्षी एनर्जी को अपना बनाने की दौड़ में वेदांता के अलावा दो अन्य कंपनियां भी शामिल थीं, लेकिन बाजी अनिल अग्रवाल की कंपनी के नाम रही. रिपोर्ट्स के अनुसार, जिंदल पावर और विजाग मिनरल्स ने भी कर्ज में डूबी मीनाक्षी एनर्जी पर दांव खेला था, मगर वेदांता ये मुकाबला जीत गई. वेदांता ने 29 अगस्त, 2022 को इस संबंध में एक योजना प्रस्तुत की, जिसे 28 अक्टूबर को संशोधित किया गया. इसके बाद 26 दिसंबर को वेदांता ने एक नया ऑफर दिया. उसने इस ऑफर 650 करोड़ से बढ़ाकर 1440 करोड़ रुपए कर दिया.
2019 में हुई थी शुरुआत
कर्जदाताओं की समिति ने वेदांता के ऑफर को तुरंत मंजूरी नहीं दी. उसने दूसरे बोलीदाताओं को बेहतर ऑफर पेश करने का मौका दिया, लेकिन वेदांता से ज्यादा का ऑफर कोई नहीं दे सका. जानकारी के अनुसार, वेदांता 312 करोड़ रुपए का अग्रिम भुगतान करेगी. बता दें कि मीनाक्षी एनर्जी के पास 1,000 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट है. ये कंपनी 2019 की शुरुआत में कॉर्पोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया (CIRP) के तहत चली गई थी, लेकिन कोरोना लॉकडाउन और अन्य कारणों से इस प्रक्रिया में देरी होती गई.
ऐसा है स्टॉक का हाल
उधर, स्टॉक मार्केट में वेदांता के प्रदर्शन की बात करें, तो बुधवार को कंपनी का शेयर 1 फीसदी से ज्यादा की उछाल के साथ 236.55 रुपए पर बंद हुआ था. हालांकि, बीते 5 दिनों में उसने 1.70% और एक महीने में 16.66% का नुकसान उठाया है. वेदांता के शेयरों का 52 वीक का हाई लेवल 340.75 रुपए और लो लेवल 232.05 रुपए है. जिसका मतलब है कि इसे अपने उच्च स्तर तक पहुंचने के लिए अभी काफी लंबा रास्ता तय करना है. गौरतलब है कि हाल ही में वेदांता के प्रमोटर ग्रुप ट्विन स्टार होल्डिंग्स (Twin Star Holding) ने बल्क डील के जरिए कंपनी में अपनी आंशिक हिस्सेदारी बेची थी.
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