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Akasa ने आकाश में ऐसे बनाई अपनी जगह, अब लंबी उड़ान का भी आ गया दिन
अकासा एयर 28 मार्च से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरू करने जा रही है. कंपनी की पहली इंटरनेशनल फ्लाइट मुंबई से दोहा जाएगी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला का ड्रीम प्रोजेक्ट रही अकासा एयर (Akasa Air) अब एक बड़ी छलांग लगाने जा रही है. कंपनी 28 मार्च को अपनी पहली इंटरनेशनल उड़ान शुरू करेगी. अकासा की पहली अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट मुंबई से दोहा जाएगी. इस एयरलाइन ने अगस्त 2022 से घरेलू उड़ान सेवाएं शुरू की थीं, तब से अब तक यानी करीब 19 महीनों में ही कंपनी अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब रही है. इस लो-बजट एयरलाइन ने कई मामलों में इंडिगो और एयर इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियों को टक्कर दी है.
4 दिन नॉन-स्टॉप फ्लाइट
Akasa Air की तरफ से बताया गया है कि कंपनी 28 मार्च, 2024 से सप्ताह में चार नॉन-स्टॉप अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित करेगी, जो मुंबई को दोहा से जोड़ेगी. इससे कतर और भारत के बीच हवाई संपर्क बढ़ेगा. एयरलाइन के बेड़े में 23 बोइंग 737 मैक्स विमान हैं. कंपनी को अक्टूबर 2023 में सरकार से रियाद, जेद्दा, दोहा और कुवैत के लिए उड़ानों की मंजूरी मिल गई थी. Akasa Air मुंबई-दोहा आने-जाने के लिए 29012 रुपए चार्ज करेगी. इंटरनेशनल उड़ानों के लिए बुकिंग अकासा एयर की वेबसाइट और ऐप के माध्यम से भी की जा सकती है.
इस मामले में रही अव्वल
अकासा एयर ने सस्ती दरों पर हवाई टिकट देने के साथ ही समय का भी बेहद ध्यान रखा है. अक्सर हवाई यात्रियों की शिकायत रहती है कि फ्लाइट समय पर नहीं पहुंचती, जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. Akasa ने यात्रियों की इस परेशानी को कम करने का प्रयास किया है. 2 मई 2003 तक के आंकड़ों वाली एक रिपोर्ट बताती है कि अकासा एयर ने ऑन-टाइम फ्लाइट के मामले में इंडिगो और एयर इंडिया जैसी कंपनियों को पछाड़कर पहला नंबर हासिल किया था. कंपनी का ऑन-टाइम परफॉरमेंस (OTP) रेट 77.7 प्रतिशत था. जबकि Indigo का 56.7%, Vistara का 59.6%,
Air India का 56.7%, SpiceJet का 53.3% और Go First का 83.0% था. इस वजह से यात्रियों का अकासा में विश्वास बढ़ा है.
मजबूत पकड़ का मौका
हाल ही में Akasa Air ने 150 बोइंग 737 मैक्स विमानों का ऑर्डर दिया है. इससे पहले कंपनी ने 76 बोइंग 737 मैक्स विमानों का ऑर्डर दिया था. अकासा एयर की बाजार में 4% हिस्सेदारी हासिल है. अकासा एयर घरेलू स्तर पर यात्रियों को आकर्षित करने में कामयाब रही है और अब वह इंटरनेशनल ऑपरेशंस भी शुरू करने जा रही है. भारतीय नियमों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का पात्र होने के लिए विमानन कंपनी के बेड़े में कम से कम 20 विमान होने चाहिए. भारतीय बाजार में इस समय इंडिगो का कब्जा है. देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo के पास 60% हिस्सेदारी है. जबकि टाटा समूह के एयरलाइंस की संयुक्त हिस्सेदारी 26% है. स्पाइसजेट मुश्किल दौर से गुजर रही है और गो फर्स्ट दिवालिया ही चुकी है. जेट एयरवेज की वापसी कब होगी, कहना मुश्किल है. ऐसे में आकासा के पास बाजार पर पकड़ मजबूत करने का सुनहरा मौका है.
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