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आखिर किसकी विद्वता के कायल हैं बिल गेट्स...बोले, नहीं कर सकता इस फ्रंट पर उनसे मुकाबला
वो किसी भी इवेंट की तैयारी कई महीने पहले से किया करते थे. वो हर बात पर ध्यान रखते थे कि मुझे बोलना कैसे है, सवाल कैसे लेना है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
स्टीव जॉब्स कारोबार की दुनिया के वो लेजेंड्स हैं, जिनकी किसी न किसी खूबी का हर कोई कायल है. कोई उनके बोलने के तरीके का कायल है तो कोई उनकी परफार्मेंस का दीवाना है. ऐसे ही दुनिया के पांचवे सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स भी स्टीव जॉब्स की कुछ आदतों के ऐसे कायल हैं कि वो चाहते हैं कि ये उनके अंदर भी आ जाएं. एक रेडियो पॉडकास्ट में बात करते हुए उन्होंने यही बात कही कि परफार्मेंस के फील्ड में वो कभी उनका मुकाबला नहीं कर सकते हैं.
आखिर क्या है ये पूरा मामला?
एक पॉडकास्ट के दौरान बिल गेट्स ने कहा कि स्टीव जॉब्स पर बोलते थे तो मंच पर बेहद सरल और स्वाभाविक दिखाई देते थे. उनके अंदर बोलने की ऐसी कला थी कि वो सभी को मंत्रमुग्ध कर देते थे. खुद वो भी उनकी उस कला से बेहद प्रभावित हैं. वो कभी उनकी उस कला का मुकाबला नहीं कर सकते हैं. आज स्टीव जॉब्स इस दुनिया में नहीं हैं. बिल गेट्स और स्टीव जॉब्स दोनों कई मामलों में अक्सर एक दूसरे के प्रतिद्वंदी माने जाते हैं.
अपने इवेंट के लिए करते थे जमकर तैयारी
इस पॉडकास्ट में उन्होंने कहा कि मैं उनकी किसी भी इवेंट के लिए की जाने वाली तैयारी का कायल हूं. वो किसी भी इवेंट के लिए जमकर तैयारी करते थे. उनकी तैयारी इस स्तर की होती थी कि जब वो मंच पर बोलते थे तो लगता था कि वो सबकुछ वहीं सोचकर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि स्टीव को लेकर लिखी गई किताब ‘बिकमिंग स्टीव जॉब्स’ में लिखा है कि वो किसी भी इवेंट के लिए महीनों पहले तैयारी शुरू कर देते थे. उन्होंने पॉडकास्ट के दौरान कहा कि उस बुक के लेखक श्लेंडर ने लिखा है कि मैंने उन्हें तैयारी करते अपनी आंखों से देखा है. वो इस बात की भी तैयारी करते थे कि आखिर उन्हें दिखना कैसा है, बात कैसे करनी है, सवाल किस तरह से लेना है.
कई कार्यक्रमों में साथ रहे हम दोनों
स्टीव जॉब्स जब एप्पल की कमान संभाल रहे थे तो बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट को हेड कर रहे थे. इस पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने ये भी कहा कि कई बार हम दोनों एक साथ कई मंच पर शामिल हुए. उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी या व्यक्ति को सॉफ्टवेयर समझाना इतना ही कठिन है जैसे धर्म का प्रचार करना. लेकिन स्टीव जॉब्स जिस बेहतर तरीके से उसे समझाते थे वो नायाब था. मैं अपने अंदर हमेशा उसकी कमी महसूस करता हूं.
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