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आखिर कैसे G20 के कारोबार के लिए तैयार हो भारत, कई क्षेत्रों में काम करने की है जरूरत
ORF की इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि हमें सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण पर भी ध्यान देना होगा. सिर्फ यही नहीं हमें पॉलिसी डिजाइनिंग और इंम्प्लीमेंटशन पर भी ध्यान देना होगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
भारत को G20 की अध्यक्षता मिल चुकी है और अब भारत में अगले एक साल तक इससे जुड़ी कई बैठकें होने जा रही हैं. G20 की अध्यक्षता मिलने के बाद अब हमारे सामने ये चुनौती है कि कैसे इस अवसर को हम अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इस पर दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में भारत कैसे अपने 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है और कैसे अपनी बिजनेस एक्टिविटी को बढ़ा सकता है इसे लेकर एक विजन डॉक्यूमेंट भी जारी किया गया. इस कार्यक्रम में ग्लोबल ट्रेड ऑब्जर्वर की फाउंडर रितिका पासी ने एक विजन डॉक्यूमेंट भी पेश किया.
आखिर क्या बताया गया है इस विजन डॉक्यूमेंट में
इस विजन डॉक्यूमेंट में बताया गया है कि आखिर कैसे G20 देशों के बीच होने वाला कारोबार दुनिया में होने वाले कारोबार से अलग है. इस स्टडी में बताया गया है कि G20 एक ऐसा फोरम है, जिसका कारोबार दुनिया की जीडीपी का 85 प्रतिशत शेयर होल्ड करता है. ये दुनिया के 75 प्रतिशत व्यापार और 60 प्रतिशत दुनिया की आबादी को कवर करता है. 2010 में G20 का कारोबार लगभग 50 ट्रिलियन यूएस डॉलर था जबकि ये 2020 में लगभग 70 ट्रिलियन से ज्यादा हो गया, और 2022 में ये लगभग 80 ट्रिलियन डॉलर को पार करने को है. G20 कारोबार दुनिया के कारोबार के लगभग हर क्षेत्र में बढ़ रहा है. इसमें भारत के लिए कारोबार को बढ़ाने के भी कई उपायों को सुझाया गया है, जिसमें एमएसएमई का डिजिटाइजेशन और लॉजिस्टिक पॉलिसी को और बेहतर बनाने जैसे कदम शामिल हैं.
भारत को किन क्षेत्रों में काम करने की है जरूरत
भारत कैसे अपने कारोबार को बढ़ा सकता है इस कार्यक्रम में इसे लेकर भी एक विजन पेपर जारी किया गया, जो बताता है कि भारत को किन-किन क्षेत्रों में काम करने की जरूरत है. ये डॉक्यूमेंट बताता है कि आज भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ तो रहा है लेकिन ये केवल 6 राज्यों तक ही सीमित है. इसमें गुजरात 30 प्रतिशत, महाराष्ट्र 17 प्रतिशत, कर्नाटक 6 प्रतिशत, तमिलनाडु 8 प्रतिशत, तेलंगाना 2 प्रतिशत और हरियाणा 3 प्रतिशत एक्सपोर्ट फिगर के साथ शामिल हैं. रिपोर्ट बताती है कि हमें अपने एक्सपोर्ट के क्षेत्रों को 6 राज्यों से बढ़ाकर ज्यादा राज्यों में करना होगा.
स्टार्टअप पर भी देना होगा ध्यान
भारत के कारोबार को बढ़ाने में Startup की बड़ी भूमिका है. इसमें बताया गया है कि आज भारत Startup के मामले में दुनिया का तीसरा ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा Startupकाम कर रहे हैं. यही नहीं अमेरिका और चीन के बाद भारत में आज 70 हजार से ज्यादा Startup काम कर रहे हैं. हमें इसे और फास्ट करने की जरूरत है. ये रिपोर्ट ये भी बताती है कि 2021 के मुकाबले इसमें 450 की ही बढ़ोतरी हुई है.
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