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5000 करोड़ का लोन चुकाएगा अडानी पोर्ट्स, निवेश के माध्यम से बेहतर करेगा अपनी स्थिति
परेशानियों का सामना कर रहे अडानी ग्रुप ऑफ कम्पनीज में शामिल अडानी पोर्ट्स के CEO करन अडानी ने कहा है कि वह अगले वित्त वर्ष में लोन का भुगतान करेंगे और साथ ही निवेश भी करेंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
अडानी पोर्ट्स के डायरेक्टर और CEO करन अडानी ने 7 फरवरी को एक स्टेटमेंट में कहा, कि अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकॉनोमिक जोन की प्लानिंग है कि अगले वित्त वर्ष यानी वित्त वर्ष 2023 – 24 तक वह 5000 करोड़ के अपने लोन का पूरा भुगतान कर दें. हमारी प्लानिंग समय से पहले पूरे अमाउंट का भुगतान करने की है जिससे हमारा नेट डेब्ट-EBITDA रेशो बेहतर हो सके.
अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकॉनोमिक जोन द्वारा लोन के वापस भुगतान कि यह घोषणा तब सामने आई है जब अडानी ग्रुप न्यूयॉर्क स्थित शोर्ट सेलर हिंडनबर्ग द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट की वजह से बहुत परेशानी में है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप ऑफ कंपनीज पर शेयर मैनीप्युलेशन और ओवर-वैल्युएशन जैसे गंभीर आरोप लगाए थे जिसके बाद से कंपनी के शेयर्स में गिरावट रुकने का नाम नहीं ले रही है. साथ ही कंपनी को अपना 20000 करोड़ की वैल्यू वाला FPO भी वापस लेना पड़ा था.
सिर्फ लोन का भुगतान नहीं, इन्वेस्ट भी करेगी कंपनी
रिकॉर्ड किये गए एक विडियो स्टेटमेंट में करन अडानी ने कहा कि डेब्ट में कमी आने के बाद अडानी पोर्ट्स 2023-24 में 4000 – 4500 करोड़ रुपये भी कैपिटल एक्सपेंडिचर के रूप में इन्वेस्ट करेगा. इस कैपिटल एक्सपेंडिचर में से अधिकतम का उपयोग, कंपनी द्वारा अडानी पोर्ट के मुद्रा पोर्ट को एक्स्पेंड करने में किया जायेगा. साथ ही, अगले वित्त वर्ष में अडानी पोर्ट्स अपने EBITDA (अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन, एंड अमोर्टाइजेशन) को भी 14500 करोड़ – 15000 करोड़ रुपयों तक बढाने की कोशिश करेगा.
खुद को ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी में बदलेगी कंपनी
अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकॉनोमिक जोन का नेट डेब्ट-टू-EBITDA रेशो, 3 – 3.5x की गाइडेड रेंज के अन्दर है. अक्टूबर 2022 – दिसंबर 2022 के बीच कंपनी के कुल खर्चे 3507.18 करोड़ पर पहुँच गए थे जबकि पिछले साल यह आंकडा 2924.30 करोड़ रुपये पर स्थिर था. साथ ही करन अडानी ने बताया कि कंपनी ने हायफ़ा पोर्ट, IOTL, ICD TUMB, ओसियन स्पार्कल और गंगावरम पोर्ट के ट्रांजेक्शन्स को खत्म कर दिया है और अब कंपनी अपने बिजनेस मॉडल को एक ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी में बदलने की तैयारी में लगी हुई है.
कंपनी ने एक स्टेटमेंट में बताया कि वित्त वर्ष 2023 के पहले नौ महीनों में उन्होंने 252.9 MMT (मिलियन मैट्रिक टन) के कार्गो को हैंडल किया. साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि मैच्योर्ड पोर्ट्स पर बेहतर कैपेसिटी युटिलाइजेशन और क्षमता पर जोर देने कि वजह से उसका RoCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लोयड) लगातार बेहतर हो रहा है. एक रिपोर्ट की मानें तो कंपनी का लोजिस्टिक्स बिजनेस वित्त वर्ष 2022 के मुकाबले दोगुने से ज्यादा बढ़ा है.
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