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एक बार फिर बढ़ीं Adani Group की मुश्किलें, मुंबई एयरपोर्ट के संबंध में शुरू हुई जांच!
Adani Group की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही हैं, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा ग्रुप के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 7 months ago
गौतम अडानी (Gautam Adani) की अध्यक्षता वाले अडानी ग्रुप (Adani Group) के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. अब हाल ही में खबर आ रही है की कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry Of Corporate Affairs) द्वारा अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के खातों की जांच शुरू कर दी गई है.
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हाल ही में अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) द्वारा जानकारी दी गई है कि कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry Of Corporate Affairs) द्वारा मुंबई के दो हवाई अड्डों के संबंध में अडानी एंटरप्राइजेज के खातों की जांच की जा रही है. मंत्रालय द्वारा मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से संबंधित दस्तावेजों और जानकारी साझा करने की मांग अडानी ग्रुप (Adani Group) से की गई है. आपको बता दें कि मंत्रालय द्वारा इस जानकारी की मांग वित्त वर्ष 2017-18 और 2021-22 के संबंध में की गई है. फिलहाल अडानी ग्रुप ने मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का कोई भी जवाब नहीं दिया है.
7 हवाई अड्डों का मालिक Adani Group
आपको बता दें कि फिलहाल अडानी ग्रुप (Adani Group) देश भर में मौजूद 7 हवाई अड्डों का संचालन करता है और इनमें से कुछ हवाई अड्डों का मालिक भी है. इन हवाई अड्डों में मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी शामिल है और इस हवाई अड्डे को अडानी ग्रुप ने साल 2021 में अपने नियंत्रण में लिया था. इससे पहले साल 2019 में ग्रुप ने 6 हवाई अड्डों का अधिग्रहण किया था और इन हवाई अड्डों का अधिग्रहण सरकार द्वारा हवाई अड्डों के निजीकरण की शुरुआत के तहत किया गया था. इतना ही नहीं, अडानी ग्रुप द्वारा मुंबई शहर के बाहरी इलाके में नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण भी किया जा रहा है.
कम नहीं हो रहीं चुनौतियां
कॉर्पोरेट मंत्रालय द्वारा अडानी ग्रुप के खिलाफ की जा रही ये जांच ग्रुप के लिए सबसे नई चुनौती है. आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग द्वारा ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी और इस रिपोर्ट की बदौलत अडानी ग्रुप को लगभग 100 बिलियन डॉलर्स का नुक्सान उठाना पड़ा था. इसके साथ ही हाल ही में ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स भी सामने आई थीं जिनमें दावा किया जा रहा था कि अडानी ग्रुप ने मार्केट में मौजूद कीमत से लगभग दोगुनी कीमत पर अरबों डॉलर्स का कोयला खरीदा था. इसके साथ ही OCCRP द्वारा प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अडानी ग्रुप के पार्टनर्स द्वारा अपने विदेशी खातों के इस्तेमाल से भारतीय ग्रुप के शेयरों में इन्वेस्टमेंट किया गया था.
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