होम / बिजनेस / 2023 Asia Pacific क्षेत्र में कम हुई डील, ये रही इसकी वजह?
2023 Asia Pacific क्षेत्र में कम हुई डील, ये रही इसकी वजह?
इस कमी की वजह पर नजर डालें तो उसमें दिखाई देता है कि दुनियाभर में चल रही राजनीतिक अस्थिरता इसकी प्रमुख वजहों में शामिल थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
दुनिया भर में भारत की ग्रोथ अपने आप में पूरी दुनिया के लिए एक आशावादी स्थिति की तरह है. कंपनियों का विस्तार इसलिए होता है क्योंकि कई डील और कई अधिग्रहण होते हैं. लेकिन एक डेटा एनालिटिक फर्म ग्लोबलडेटा के आंकड़े बता रहे हैं कि वर्ष 2023 में दुनियाभर में कम अधिग्रहण और कम डील देखने को मिली हैं. एजेंसी के आंकड़े बता रहे हैं कि 2023 में जहां 14193 डील हुई वहीं दूसरी ओर 2022 में 17824 डील हुई थी.
किस सौदे में हुई है कितनी कमी?
ग्लोबल डेटा के आंकड़े बता रहे हैं कि एम एंड एम सौदों में 13.5 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है जबकि पीई सौदों में 24.7 प्रतिशत और वीसी सौदों 26.3 प्रतिशत की कमी देखने में मिली है.ग्लोबल डेटा की रिपोर्ट में अलग-अलग देशों में सौदों में हुई कमी के बारे में भी बताया गया है, इनमें चीन में 16 प्रतिशत, भारत में 26.1 प्रतिशत, जापान में 15.9 प्रतिशत, आस्ट्रेलिया में 22.4 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया में 30 प्रतिशत, सिंगापुर में 21.3 प्रतिशत, हांगकांग में 25.9 प्रतिशत, इंडोनेशिया में 34.2 प्रतिशत, और न्यूजीलैंड में 13.6 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है.
वीसी फंडिंग में भी आई है कमी
दरअसल इस रिपोर्ट से पहले जो ग्लोबडेटा की रिपोर्ट आई थी उसमें बताया गया है कि वीसी फंडिंग में भी काफी कमी आई है. इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि डील वॉल्यूम और फंडिंग मूल्य, दोनों में वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में गिरावट देखने को मिली है. 2023 की पहली तीन तिमाहियों में 5.5 बिलियन डॉलर की राशि के 811 वीसी सौदे दर्ज किए गए थे. इसी तरह डील की संख्या में साल दर साल के अनुसार 42.3 प्रतिशत की कमी और शो की गई फंडिंग वैल्यू में 70.4 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. जबकि 2022 में 1405 वीसी फंडिंग हुई थी जिनकी वैल्यू 18.5 बिलियन डॉलर रही थी.
ये रही गिरावट की वजह
वहीं इस गिरावट की वजह के बारे में बताते हुए ग्लोबलडेटा की प्रमुख विश्लेषक ऑरोज्योति बोस ने कहा कि 2023 में सभी श्रेणियों में डील मेकिंग गतिविधियां कम देखने को मिली. इनके कारणों के बारे में बताते हुए वो कहती हैं कि आर्थिक चुनौतियों, मुद्रास्फीति, उच्च ब्याज दर, मंदी की आशंकाओं और चल रहे भू राजनीतिक संघर्षों जैसे कारण रहे जिसकी वजह से ये नहीं हो पाया.
ये भी पढ़ें: Aerocity Culinary Fest: दिल्ली की सर्दी में लीजिए जायकों का मजा, सीखिए कुकिंग
टैग्स