सऊदी अरब में WhatsApp पर 'रेड हार्ट' इमोजी भेजने पर 2 से 5 साल की जेल और 1 लाख सऊदी रियाल का जुर्माना हो सकता है.
अगर आप व्हाट्सएप (WhatsApp) यूज करते हैं और आप कभी किसी को भी दिल वाला इमोजी भेज देते हैं, तो आपको इसके लिए जेल भी हो सकती है. जी हां, सऊदी अरब में ऐसा ही एक कानून आया है, जहां पर इमोजी भेजने पर आपको जेल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. तो चलिए आपको इसकी पूरी जानकारी देते हैं.
सऊदी अरब में दिल वाला इमोजी भेजने पर होगी ये कार्रवाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सऊदी अरब में लाल दिल (Red Heart) इमोजी भेजने पर लोगों के ऊपर सख्त कार्रवाई हो सकती है. अगर कोई आरोपी इसमें दोषी पाया जाता है तो उसे 2 से 5 साल तक के लिए जेल हो सकती है. इसके अलावा उस पर 1 लाख Saudi Riyals का जुर्माना भी लग सकता है. इस बात का खुलासा सऊदी साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स ने किया है.
Red Heart इमोजी भेजना माना जाएगा उत्पीड़न
सऊदी साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स ने कहा है कि देश में 'Red Heart' इमोजी भेजना लोगों को मुश्किल में डाल सकता है, क्योंकि इसे उत्पीड़न की श्रेणी में देखा जाएगा. इसका मतलब आपने किसी को लाल दिल वाला इमोजी भेजा तो आपको कानूनी मुश्किलों को जरूर सामना करना पड़ सकता है. यही वजह है कि यहां पर लोग अब इस इमोजी को भेजने से परहेज कर रहे हैं, क्योंकि अगर आपने किसी को दिल वाला इमोजी भेजा दिया और उसे यह पसंद नहीं आया और उसने आपके खिलाफ शिकायत कर दी, तो आपको जेल जाना पड़ सकता है.
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एक चीनी टेक कंपनी ने आंतरिक डेटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने कर्मचारियों को डेटिंग के लिए नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है.
चीन की कई कंपनियां अपनी अलग-अलग घोषणाओं को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. अब एक और कंपनी अपने ऐसे ही अनोखे ऐलान को लेकर चर्चा में है. ये चीनी कंपनी अपनी इस नई और अनोखी पहल को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गई है. दरअसल, दक्षिणी चीन के शेनझेन में स्थित एक तकनीकी कंपनी इंस्टा 360 (Insta360) अपने कर्मचारियों को काम के साथ रोमांस करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. कंपनी आंतरिक ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम में किए गए प्रत्येक वैध पोस्ट के लिए कर्मचारियों को नकद पुरस्कार दे रही है. इस लेकर कंपनी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही है. तो आइए जानते हैं कंपनी ऐसा क्यों कर रही है?
डेटिंग को बढ़ावा देने की पहल
शेन्जेन की चीनी कैमरा कंपनी इंस्टा 360 ने अपने कर्मचारियों को डेट करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए नकद प्रोत्साहन शुरू किया. कंपनी ने अपने कर्मचारियों से कहा कि वह आंतरिक ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म पर किए गए प्रत्येक वैध पोस्ट के लिए उन्हें ¥66 या लगभग 750 रुपये का पुरस्कार देगी. कंपनी ने कहा कि उसका इरादा डेटिंग फोरम के जरिए कर्मचारियों की भलाई को बढ़ावा देना है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी के एक प्रतिनिधि ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य इस कदम के माध्यम से कर्मचारियों की 'अपनेपन की भावना और समग्र खुशी' को बढ़ावा देना है.
मिल रहा इतना इनाम
अगर कोई कर्मचारी कंपनी के बाहर किसी व्यक्ति से मैच करता है और यह रिश्ता तीन महीने तक जारी रहता है, तो कर्मचारी, उनके साथी और मैचमेकर दोनों को 1,000 युआन (लगभग 11,700 रुपये) मिलेंगे. रिपोर्ट के अनुसार, 11 नवंबर तक कंपनी के फोरम पर करीब 500 पोस्ट प्रकाशित हो चुके थे. इस बीच, कंपनी ने अब तक सिंगल्स के बारे में पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्तियों को लगभग 10,000 युआन (लगभग 1.16 लाख रुपये) इनाम में दिए हैं.
इंटरनेट यूजर्स पोस्ट करके ले रहे चुटकी
इस पहल को कर्मचारियों द्वारा अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. इस कार्यक्रम को चीनी प्लेटफॉर्म डॉयिन पर कई उपयोगकर्ताओं से मिली जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं. एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में पूछा, 'क्या कंपनी के पास कोई भर्ती योजना है?' एक अन्य व्यक्ति ने चुटकी लेते हुए कहा, 'सरकार को भी ऐसा ही करना चाहिए.' एक व्यक्ति ने इस विचार से असहमति जताते हुए कहा, 'प्यार को पैसों से नहीं मापा जाना चाहिए.
पंजाब के एक कारोबारी ने अपनी हवेली तैयार करने वाले ठेकेदार को ऐसा गिफ्ट दिया है कि लोगों को अपने कानों पर विश्वास ही नहीं हो रहा.
पंजाब के एक बिजनेसमैन गुरदीप देव बाथ (Gurdip Dev Bath) अपनी हवेली बनाने वाले ठेकेदार से इतना खुश हो गए कि उसे एक करोड़ रुपए की घड़ी गिफ्ट कर दी. एक रिपोर्ट के अनुसार, गुरदीप ने पंजाब के जीरकपुर में अपनी हवेली बनवाई है. इस काम को अंजाम देने वाले ठेकेदार से गुरदीप इस कदर खुश हुए कि उन्होंने एक करोड़ रुपए की रोलेक्स घड़ी ईनाम में दे दी.
राजस्थानी स्टाइल हवेली
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि गुरदीप देव बाथ ने अपने हवेली बनाने का ठेका रजिंदर सिंह रोपड़ा (Rajinder Singh Roopra) को दिया गया था. रोपड़ा ने पारंपरिक राजस्थानी शैली में इस हवेली का निर्माण किया. महज दो साल में उन्होंने इस आलीशान हवेली का काम पूरा कर दिया. रजिंदर सिंह रोपड़ा के काम और कमिटमेंट से गुरदीप बेहद खुश हुए. इसके बाद उन्होंने ठेकेदार को ऐसा गिफ्ट दिया, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता.
9 एकड़ में फैली हवेली
9 एकड़ में फैली हवेली की कंस्ट्रक्शन क्वालिटी और टाइम पर डिलीवरी से गुरदीप देव बाथ बेहद प्रभावित हुए. उन्होंने गिफ्ट स्वरूप पंजाब के शाहकोट निवासी ठेकेदार रजिंदर सिंह को रोलेक्स (Rolex) की एक घड़ी दे डाली. घड़ी Rolex Oyster Perpetual Sky-Dweller 18 कैरेट सोने में बनी है. इसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए है. गुरदीप सिंह की हवेली को बनाने में दो साल लगे और 200 से ज्यादा मज़दूरों ने रोज़ाना काम किया.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी ज्यादा वायरल हो रही है. इस पोस्ट में एम्स के एक डॉक्टर द्वारा अपनी शादी के लिए दहेज में 50 करोड़ रुपये की मांग करने का दावा किया गया है.
एक ओर पढ़ा-लिखा समाज दहेज प्रथा के विरोध में खड़ा है, तो वहीं कुछ ऐसे भी पढ़े-लिखे लोग हैं, जो इसे बढ़ावा भी दे रहे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी ज्यादा वायरल हो रही है. इस पोस्ट में किए गए दावे के अनुसार एम्स के एक डॉक्टर ने अपनी शादी के लिए दहेज में 50 करोड़ रुपये की मांग की है. वहीं, दहेज के पैसे जुटाने के लिए लड़की वाले अपनी पूरी कमाई दांव पर लगाने के लिए तैयार हो गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि लड़की खुद भी एक डॉक्टर है. सोशल मीडिया पर इस पोस्ट की खूब चर्चा हो रही है. लोग डॉक्टर की समझदारी पर तो सवाल उठा ही रहे हैं. साथ ही लड़की के माता -पिता पर भी दहेज को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं क्या है ये पूरा मामला?
पीड़िता की सहेली ने किया पोस्ट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर डॉक्टर फीनिक्स (@inbetweenOTs) नाम के ट्विटर हैंडल वाली महिला यूजर ने दावा किया है कि उसकी सहेली से एम्स का एक टॉप रैकिंग यूरोलॉजिस्ट दहेज में 50 करोड़ रुपये मांगा रहा है. पोस्ट के अनुसार जिस लड़की से उसकी शादी की बात चली वह हैदराबाद में लिवर ट्रांसप्लांट एनेस्थिसिया स्पेशलिस्ट है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर लड़के की इस मांग से लड़की बुरी तरह से टूट गई. उसका परिवार यह भारी-भरकम रकम जुटाने के लिए तमाम इंतजाम में लगा रहा. लड़का और लड़की दोनों तेलुगु परिवार से हैं. लड़की के परिवार वालों का तर्क है कि तेलुगु समुदाय में दहेज अनिवार्य है. पोस्ट करने वाली महिला ने लिखा है कि आखिर इतनी पढ़ाई-लिखाई, मैरिट और रैंक का क्या फायदा जब दहेज ही लेना है.
दहेज के लिए माता-पिता रिटारमेंट के पैसे भी दांव पर लगाने को तैयार
एक्स पर यह पोस्ट 28 अक्टूबर को दिन में सुबह पौने 11 बजे के करीब की गई है. इस पोस्ट को एक मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा है. दहेज की 50 करोड़ की मांग पूरी करने के लिए लड़की के माता-पिता ने रिटायरमेंट के पैसों को दांव पर लगाने का फैसला कर लिया था. इनका तर्क है कि शादी तेलुगू समुदाय में हो रही है तो दहेज देना होगा, जबकि इस फैसले से उनका भविष्य तो असुरक्षित होगा ही, साथ ही आगे उनकी छोटी बेटी के लिए भी मुश्किल होगी.
यूजर्स ने पोस्ट पर कमेंट लिखकर की डॉक्टर की आलोचना
इस पोस्ट पर तमाम कमेंट्स आए हैं. इनमें लोगों ने पढ़े-लिखे लोगों द्वारा दहेज प्रथा को बढ़ावा देने पर आलोचना की है. पोस्ट पर कमेंट करने वालों ने दहेज मांगने वाले डॉक्टर को जमकर लानतें भेजी हैं. लोगों ने उसे लालची भी बताया है. वहीं, कुछ लोगों ने कहा है कि इस मामले में लड़की और उसके माता-पिता को स्टैंड लेने की जरूरत है. इनका तर्क है कि लड़की खुद पढ़ी-लिखी है और नौकरी कर रही है. वह अपनी जिंदगी बहुत अच्छे से बिता सकती है और खुद की पहचान बना सकती है. एक यूजर ने लिखा है कि बहुत ही शर्मनाक है. मुझे समझ नहीं आता कि लोग इतने बेशरम ढंग से पैसे कैसे मांग लेते हैं.
सोशल मीडिया पर एक नर्सरी क्लास के बच्चे की फीस का पर्चा खूब वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूल ने एडमिशन सहित कई चार्जिस के साथ डेढ़ लाथ रुपये फीस वसूली है.
आज के समय में बाजार में कुछ भी सस्ता नहीं है, आम लोगों के लिए तो महंगाई चरम पर प पहुंच गई है. ऐसे में अब रोजमर्रा की जरूरत की चीजों के साथ लोगों को बच्चों की स्कूल फीस भी खूब रूला रही है. खासकर प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस ने अभिभावकों को पूरा बजट बिगाड़कर रख दिया है. प्राइवेट स्कूल लोगों से मनमानी फीस वसूल रहे हैं. इसी बीच अब सोशल मीडिया पर एक नर्सरी क्लास के स्टूडेंट की स्कूल फीस का पर्चा वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोगों के होश उड़ गए हैं. ये पोस्ट एक स्टैंडअप कॉमेडियन व ईएनटी सर्जन ने शेयर की है.
लाख रुपये से ऊपर नर्सरी क्लास की एडमिशन फीस
स्टैंडअप कॉमेडियन व ईएनटी सर्जन जगदीश चतुर्वेदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल @DrJagdishChatur पर जूनियर केजी की फीस स्ट्रक्चर को शेयर किया है. इसके बाद सोशल मीडिया पर हंगामा हो गया. उन्होंने अपने वायरल हो रहे पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा है- '8400 पैरेंट ओरिएंटेशन फीस, कोई भी अभिभावक इसका 20% भी डॉक्टर को कंस्लटेशन के लिए नहीं देगा. अब मैं भी स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रहा हूं.'
डेढ़ लाख रुपये नर्सरी की एडमिशन फीस
जगदीश चतुर्वेदी के अकाउंट पर जाकर आप उनके द्वारा शेयर किए गए वायरल पर्चे में देख पाएंगे कि एक बार पेमेंट की जाने वाली एडमिशन फीस सिर्फ 55638 रुपये है. इसके अलावा रिफंड की जाने वाली कॉशन मनी 30019 रुपये, साथ ही एनुअल चार्ज 28314 रुपये है. स्कूल ने डेवलपमेंट फीस 13948 रुपये, ट्यूशन फीस, 23737 रुपये जोड़ रखा है, लेकिन सबसे अधिक शॉकिंग यह है कि पैरेंट्स के ओरिएंटेशन के लिए स्कूल ने 8400 रुपयों की मांग की है. कुल मिलाकर स्कूल ने 1 लाख 51 हजार 656 रुपये का बिल पैरेंट्स को पकड़ाया है. इसे देखकर यूजर्स भी हैरान रह गए हैं.
यूजर्स ने किए ये कमेंट
इस पोस्ट को अब तक 98 हजार से अधिक व्यूज मिल चुके हैं. साथ ही हजारों लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. कई लोगों का कहना है कि अगर वो इस सिस्टम को रोकना चाहते हैं, तो पहले ऐसे स्कूलों में बच्चों को भेजना बंद करना चाहिए. कई यूजर्स ने ये भी लिखा है कि शिक्षा के सेक्टर में वाकई क्रांति की जरूरत है. कुछ यूजर्स का ये भी कहना है कि वाकई स्कूल से ज्यादा फायदा और कोई और बिजनेस में नहीं है.
बिहार के गया जिले में रहने वाले एक मजदूर को इनकम टैक्स विभाग ने 2 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस भेजा है. इस नोटिस से मजदूर काफी परेशान है.
अगर आपकी इनकम टैक्स स्लैब में नहीं आती, उसके बाद भी इनकम टैक्स विभाग आपको नोटिस भेज दे, तो आप क्या करोगे? दरअसल, बिहार में एक ऐसा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां आयकर विभाग (Income Tax Department) ने एक गरीब मजदूर को 2 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है. नोटिस मिलने के बाद मजदूर कई दिनों से आयकर विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी की परेशानी का कोई समाधान नहीं निकला है. विभाग ने तकनीकी समस्या बताते हुए उन्हें इस नोटिस के खिलाफ अपील करने की सलाह दी है. तो चलिए जानते हैं क्या है ये पूरा मामला?
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार के गया जिले में रहने वाले राजीव कुमार वर्मा अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए मजदूरी करते हैं. उन्हें इनकम टैक्स विभाग से 2 करोड़ रुपये का नोटिस प्राप्त हुआ है, जो उन्हें बहुत ही चौंकाने वाला लगा. राजीव कुमार ने बताया है कि उन्होंने 22 जनवरी 2015 को कॉर्पोरेशन बैंक की गया शाखा में 2 लाख रुपये की एक एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) की थी, लेकिन इसे 16 अगस्त 2016 को समय से पहले निकाल लिया था. इसके बावजूद उन्हें आयकर विभाग से भारी भरकम नोटिस भेजा गया है.
10 हजार रुपये महीना है कमाई
बता दें, यह मामला न केवल राजीव कुमार वर्मा और उनके परिवार के लिए सदमे की तरह आया है, बल्कि इसे एक तकनीकी गलती या प्रशासनिक लापरवाही के रूप में भी देखा जा रहा है. राजीव कुमार एक गरीब मजदूरी हैं, जो मजदूरी करके 10,000 रुपये महीना कमाते हैं, वो इस नोटिस से बेहद परेशान हैं. विभाग ने उन्हें इस नोटिस के खिलाफ अपील करने की सलाह दी है और इसे तकनीकी समस्या बताया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजीव कुमार ने ने जीवनभर इतनी बड़ी राशि कभी नहीं कमाई और वह इतनी बड़ी राशि चुकाने की स्थिति में भी नहीं हैं. नोटिस में उनसे दो दिन के भीतर 67 लाख रुपये का जुर्माना भरने की बात कही गई है, जो उनकी मासिक आय से बहुत ज्यादा है.
इनकम टैक्स से नोटिस मिलने पर क्या करें?
अगर आपको कभी ऐसे नोटिस मिल जाए, तो घबराने की बजाय तुरंत इनकम टैक्स विभाग में अपील करें. अपनी आमदनी और बैंक अकाउंट से जुड़ी सही जानकारी, पैन कार्ड, और बैंक स्टेटमेंट जैसी जरूरी दस्तावेज जमा करके अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. आयकर विभाग से संपर्क करके इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है, जिससे किसी भी तकनीकी या प्रशासनिक गलती को सुधारा जा सके.
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गुजरात पुलिस ने ट्रेन पलटने की साजिश के मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि प्रमोशन और सम्मान की चाहत में रेल कर्मचारियों ने खुद ऐसा किया था.
पिछले कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां ट्रेन पलटने की साजिश की बात कही गई है. हाल ही में गुजरात में भी ऐसा मामले सामने आया था, लेकिन अब इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि यह साजिश नहीं बल्कि प्रमोशन और पुरस्कार की चाहत में रेलवे कर्मचारियों की कारगुजारी थी. ऐसे में अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या बाकी जगहों पर भी ऐसा ही कुछ किया गया?
शनिवार का है मामला
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सूरत के पुलिस अधीक्षक (SP) होतेश जॉयसर ने बताया कि इस मामले में तीन रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. सुभाष पोद्दार (39), मनीष मिस्त्री (28) और शुभम जायसवाल (26) रेलवे के रखरखाव विभाग में ट्रैकमैन के पद पर तैनात हैं. तीनों ने कोसांबा और किम स्टेशन के बीच शनिवार सुबह 5.30 बजे पटरी की जांच के दौरान साजिश का दावा किया था. उन्होंने उच्च अधिकारियों को भेजी सूचना में कहा था कि शरारती तत्वों ने ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए एक तरफ की पटरी से इलास्टिक क्लिप और दो फिशप्लेट हटा दी है. आरोपियों ने इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया था.
ऐसे सामने आया सच
रेलवे से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू की. जांच में पुलिस ने पाया कि जब क्षतिग्रस्त पटरी का वीडियो बनाया गया, उससे कुछ पल पहले ही वहां से एक ट्रेन गुजरी थी. पटरी के क्षतिग्रस्त होने और ट्रेन के गुजरने के समय के बीच अंतर इतना कम था कि पुलिस को पूरी कहानी पर शक हो गया. इसके बाद पुलिस ने तीनों रेल कर्मचारियों के मोबाइल फोन की जांच की, जिसमें पता चला कि देर रात 2.56 बजे से तड़के 4.57 तक उन्होंने पटरी से छेड़छाड़ वाले कई वीडियो बनाए थे.
पहले ही बना लिए थे वीडियो
मनीष मिस्त्री ने अपने मोबाइल से खींचीं गईं तस्वीरें भी डिलीट की थीं. जांच में यह सामने आया कि वीडियो वरिष्ठ रेल अधिकारियों को सुबह 5:30 पर भेजे गए, लेकिन उन्हें रिकॉर्ड काफी पहले किया गया था. इसके बाद पुलिस तीनों कर्मचारियों को थाने ले आई और कड़ाई से पूछताछ की. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, रेल कर्मचारियों को लगा था कि ऐसा करके उन्हें प्रमोशन और सम्मान मिल सकता है. साथ ही उनकी चौकसी के मद्देनजर उन्हें आगे भी नाइट ड्यूटी दी जाएगी, जिससे दिन में वे परिवार के साथ समय बिता सकेंगे. सबसे पहले इस कारगुजारी का ख्याल पोद्दार के मन में आया और तीनों ने मिलकर इसे अंजाम दिया.
Air India की फ्लाइट को लेकर अक्सर यात्रियों की शिकायतें सामने आती हैं. अब एक बिजनेसमैन ने फ्लाइट का एक वीडियो बनाकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट कर दिया है, जोकि काफी वायर हो रहा है.
अगर आप फ्लाइट से यात्रा करते हैं, तो इस खबर पर ध्यान जरूर दें. दरअसल, फ्लाइट में सफर करने के दौरान काफी यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार एयरलाइंस की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं में काफी कमी होती है. ऐसा ही एक नया मामला एयर इंडिया (Air India) से जुड़ा है, जहां फ्लाइट में सफर के दौरान एक बिजनसमैन ने सीट के पास गंदगी मिलने और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. इसके बाद एयरलाइंस को उस यात्री का किराया वापस करना पड़ा. तो चलिए जानते हैं कौन हैं ये बिजनेसमैन और उन्हें कंपनी ने कितना किराया लौटाया?
बिजनेसमैन ने इंस्टाग्राम पर फ्लाइट का वीडियो किया पोस्ट
अनीप पटेल एक कंपनी के बिजनसमैन हैं. वह शिकागो (अमेरिका) स्थित VC फर्म CaPatel Investments के फाउंडर हैं. वह हाल ही में एयर इंडिया फ्लाइट में फर्स्ट क्लास की टिकट से शिकागो से दिल्ली आ रहे थे. उनका यह सफर 15 घंटे का था और फ्लाइट नॉन-स्टॉप थी. सफर से दौरान उन्होंने देखा कि वहां काफी गंदगी थी. सीट और कालीन पर काफी दाग-धब्बे थे. फ्लाइट में वाई-फाई नहीं था, मेनू में लिखी 30 प्रतिशतदी से चीजें मौजूद नहीं थीं. सीट के पास गंदगी और केबिन में बचा हुआ खाना और कचरा अभी भी था. ऐसे में उन्होंने फ्लाइट का एक वीडियो बनाया और अपने इंस्टग्राम पर पोस्ट कर दिया. उन्होंने ये सभी कमियां बताते हुए लिखा कि अगर आप एयर इंडिया की फ्लाइट में सफर कर रहे हैं तो सावधान रहें.
कंपनी ने वापस किए 5.25 लाख रुपये
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिजनेसमैन का ये वीडियो वायरल होने के बाद कंपनी ने उन्हें उनके किराए की रकम वापस की दी. शिकागो से दिल्ली तक का किराया 6300 डॉलर (करीब 5.25 लाख रुपये) था. पटले ने कहा कि उन्होंने इस बारे में एयर इंडिया को कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. कंपनी ने सोशल मीडिया पर वीडियो देखा पटेल को कॉल किया और पूरी उड़ान का पैसा वापस कर दिया. बता दें, एयर इंडिया की फ्लाइट में इस तरह की शिकायत पहले भी आई हैं. ऐसे में एयर इंडिया कई घंटों या दिनों तक देरी से चलने वाली कुछ फ्लाइट्स पर यात्रियों को रिफंड जारी कर रही है. वहीं, अब इसने टूटी हुई सीटों के लिए भी रिफंड जारी करना शुरू कर दिया है.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और जाने माने वकील पी चिदंबरम ने अपने ऑफिशियल X हैंडल पर एक पोस्ट करके कोलकाता एयरपोर्ट पर चाय की ऊंची कीमत को लेकर नाराजगी जताई है.
महंगाई ने आम आदमी ही नहीं बल्कि बड़े नेताओं को भी परेशान कर दिया है. दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और जाने माने वकील पी चिदंबरम (P. Chidambaram) ने कोलकाता एयरपोर्ट (Airport) पर चाय की कीमत जानकर हैरान हो गए. एयरपोर्ट पर चाय की कीमत उन्हें इतनी ज्यादा लगी कि उन्होंने अपने ऑफिशियल एक्स (X) पर पोस्ट करके इसकी शिकायत की है. तो चलिए जानते हैं चाय की कीमत कितनी है और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने क्या पोस्ट किया है?
चिदंबरम ने किया ये पोस्ट
चिदंबरम ने X पर पोस्ट करके लिखा है कि मुझे अभी पता चला कि कोलकाता एयरपोर्ट में गरम चाय और टी बैग की कीमत 340 रुपये है. रेस्टोरेंट का नाम ‘The Coffee Bean and Tea Leaf’ है. कुछ साल पहले मैंने पाया कि चेन्नई एयरपोर्ट पर गरम पानी और टी बैग की कीमत 80 रुपये थी। मैंने इस बारे में ट्वीट किया. एएआई ने इसका संज्ञान किया और इस पर कार्रवाई की. चिदंबरम के इस ट्वीट के जवाब में कोलकाता एयरपोर्ट ने कहा है कि सर, आपने कीमत में अनियमितता के बारे में आपकी बात नोट कर ली है. हम इसे देखेंगे और इस बारे में जल्दी आपको अपडेट करेंगे.
I just discovered that Tea made of Hot Water and a Tea Bag costs Rs 340 in Kolkata airport
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) September 13, 2024
The restaurant is 'The Coffee Bean and Tea Leaf'
A couple of years ago I found that
'hot water and tea bag' cost Rs 80 in Chennai airport, and I tweeted about it. AAI took note and took…
कंपनी ने भी दिया जवाब
अमेरिका की कॉफी चेन The Coffee Bean and Tea Leaf का कहना है कि वह इंटरनेशनल, नेशनल और लोकल ब्रांड को ऑपरेट कर रही है. हर ब्रैंड का टेस्ट और एक्सपीरियंस को लेकर अपना स्टैंडर्ड है इस हिसाब से उनकी कीमत है. हर मैन्यू पर कीमत डिस्प्ले की जाती है. क्वालिटी, हाइजीन, क्वांटिटी आदि को लेकर हर ब्रांड का अपना स्टैंडर्ड है जो भारत और विदेशों में सभी यूनिट्स में एक बराबर होना चाहिए.
एयरपोर्ट मैनेजमेंट करेगा समीक्षा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ब्रैंड ने दावा किया है कि कई एयरपोर्ट्स पर उसके आउटलेट हैं और उनमें कीमत 20 रुपये से शुरू होती है, लेकिन कोलकाता एयरपोर्ट को यूज करने वाले यूजर्स की शिकायत है कि फूड एंड बेवरेज आउटलेट पर कीमत बहुत ज्यादा है. एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने कहा कि मैनेजमेंट कोलकाता एयरपोर्ट की स्थिति की समीक्षा करेगा, लेकिन उन्होंने कहा कि एफएंडबी आउटलेट को मास्टर फ्रेंजाइजी ने लीज पर दिया है, इसलिए एएआई का कीमतों पर ज्यादा कंट्रोल नहीं है.
ई-कॉमर्स साइट्स से लेकर देशभर में बिक रहा नकली आदिवासी हेयर ऑयल, इस पर असली आदिवाली हेयल ऑयल बनाने वाले हक्की पिक्की समुदाय ने चिंता व्यक्त की है.
अगर आप सोशल मीडिया पर हैं, तो आपने कभी न कभी तो आदिवासी हेयर ऑयल का नाम सुना ही होगा. दरअसल, प्रसिद्ध आदिवासी हेयर ऑयल के नाम से बाजार में कई नकली हेयर ऑयल भी बिक रहे हैं. आपको बता दें, असली आदिवासी हेयर ऑयल हक्की पिक्की समुदाय द्वारा 108 औषधीय जड़ी-बूटियों से सावधानीपूर्वक तैयार किया जाता है, लेकिन आज ये नकली उत्पादों की एक लहर का सामना कर रहा है.
62 वर्ष पुराने तेल की प्रतिष्ठा का हो रहा दुरुपयोग
62 वर्षों की समृद्ध परंपरा के साथ हक्की पिक्की समुदाय के तेल को इसकी बेजोड़ गुणवत्ता और प्रामाणिकता के लिए विश्व स्तर पर सराहा गया है. हालांकि अब कुछ धोखेबाज विक्रेता इस प्रतिष्ठित उत्पाद के नकली उत्पाद बेचकर समुदाय की प्रतिष्ठा का दुरुपयोग कर रहे हैं. कर्नाटक के हक्की पिक्की समुदाय के साथ-साथ अन्य स्थानीय समुदायों में अपने उत्पादों का नामकरण पारंपरिक रूप से अपने देवी-देवताओं के नाम पर किया जाता है. ऐसा ही एक उद्यम 'यल्लवा हर्बल प्रोडक्ट्स' है जिसे 'चिन्नू पी.' द्वारा संचालित किया जाता है, ऐसे में उनके असली आदिवासी हेयर ऑयल को लक्षित करने वाली नकली प्रथाओं के बढ़ते मुद्दे के बारे में चिंता जताई है, जिससे इसकी विश्वसनीयता कम हो रही है.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी बिक रहा नकली ऑयल
इसके अलावा बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इन नकली उत्पादों के लिए स्थान प्रदान कर रहे हैं, जिससे असली 'यल्लवा हर्बल प्रोडक्ट्स' की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा को और नुकसान पहुंच रहा है. ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचने के लिए अविश्वसनीय स्रोतों से खरीदारी से बचने की सलाह दी जाती है. हमेशा विक्रेता की प्रमाणिकता की पुष्टि करें और हक्की पिक्की समुदाय से जुड़ाव का प्रमाण मांगे.
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केवल मैसूर में उलब्ध है असली हेयर ऑयल
आदिवासी हेयर ऑयल, जो पूर्वजों की विधियों से बनाया गया है और जिनके पास एक वैध जीएसटी नंबर और एमएसएमई प्रमाणपत्र है, केवल मैसूर में हक्की पिक्की समुदाय से जुड़े सत्यापित विक्रेताओं के माध्यम से ही उपलब्ध है. अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद को प्रदान करने के प्रति समुदाय की प्रतिबद्धता ने व्यापक प्रशंसा अर्जित की है.
ग्राहकों ने कही ये बात
-पटना की 41 वर्षीय ग्राहक पूनम कुमारी ने बताया है कि वह वर्षों से आदिवासी हेयर ऑयल का उपयोग कर रही हूं और इसकी प्रभावशीलता अद्वितीय है. इसकी गुणवत्ता हर बूंद में स्पष्ट है। नकली उत्पादों को इसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करते हुए देखना दुखद है.
-दिल्ली की 45 वर्षीय निवासी रंजिता सिन्हा ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मैसूर में हक्की पिक्की विक्रेताओं से मिलने के बाद, उनकी तेल की प्रामाणिकता और उत्कृष्टता की पुष्टि की है. अब नकली उत्पादों को उनके कठिन परिश्रम को कम करते हुए देखना निराशाजनक है.
-गुरुग्राम के 28 वर्षीय रंजीत ढींगरा ने जोर देते हुए कहा है कि आदिवासी हेयर ऑयल मेरे दैनिक जीवन का हिस्सा है. असली उत्पाद अद्वितीय है और तेल की विरासत को बनाए रखने के लिए असली विक्रेताओं का समर्थन करना आवश्यक है.
विनर्स एंड अचीवर्स के संस्थापक सत्यरूप सिद्धांत ने युवा एडवेंचरर्स पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि विनर्स एंड अचीवर्स में हम युवाओं में साहस की भावना को पोषित करने में विश्वास करते हैं.
प्रसिद्ध पर्वतारोही सत्यरूप सिद्धांत की एडवेंचर कंपनी विनर्स एंड अचीवर्स और रांची के आई 3 फाउंडेशन के नेतृत्व में एडवेंचर के एक सफल कैंप का समापन किया गया. इस एडवेंचर अभियान में तेलंगाना के चार युवा एडवेंचरर्स ने पहाड़ों की रोमांचक यात्रा के दौरान नए मानक स्थापित किए. इस अभियान में 11 से 16 वर्ष के तेलंगाना से लट्टूपल्ली ललित्या रेड्डी, शमीन रमेश क्याथम, लट्टूपल्ली श्रीहन रेड्डी, गोली प्रीथम शामिल हुए. इन युवाओं ने अभियान के दौरान विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए अदभ्य साहस का परिचय दिया. जिन्हें विनर्स एंड अचीवर्स द्वारा व्यापक सुरक्षा उपाय प्रदान किए गए और चुनौतियों से निपटने के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन दिया गया.
सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए, विनर्स एंड अचीवर्स ने हेलीकॉप्टर निकासी सेवाओं सहित व्यापक बीमा कवरेज की व्यवस्था की. युवा एडवेंचरर्स ने अपनी ऑक्सीजन आपूर्ति खुद की और यात्रा के दौरान किसी भी चिकित्सा आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक डॉक्टर का भी प्रबंध किया गया. ये उपाय कंपनी की अपने प्रतिभागियों की सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.
विनर्स एंड अचीवर्स के संस्थापक सत्यरूप सिद्धांत ने युवा एडवेंचरर्स पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि विनर्स एंड अचीवर्स में, हम युवाओं में साहस की भावना को पोषित करने में विश्वास करते हैं. यह अभियान हमारे युवाओं की क्षमता और दृढ़ संकल्प का एक आदर्श उदाहरण है. लट्टूपल्ली ललित्या रेड्डी, शमीन रमेश क्याथम, लट्टूपल्ली श्रीहन रेड्डी और गोली प्रीथम ने असाधारण धैर्य और जुनून दिखाया है और वे हम सभी के लिए प्रेरणा हैं.
लट्टुपल्ली ललिथ्या रेड्डी ने इस एडवेंचर अभियान पर अपने विचार सांझा करते हुए कि यह अभियान जीवन बदलने वाला अनुभव था. मैंने टीमवर्क के बारे में बहुत कुछ सीखा. इस अविश्वसनीय अवसर के लिए विनर्स एंड अचीवर्स का धन्यवाद करता हूं. शमीन रमेश क्याथम ने कहा कि ऊंचाइयों पर चढ़ने से मुझे इस बारे में एक नया दृष्टिकोण मिला है कि मैं क्या हासिल कर सकता हूं. मैं सत्यरूप सिद्धांत, उनके टीम के समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभारी हूं.
लट्टुपल्ली श्रीहन रेड्डी ने कहा कि यात्रा कठिन थी, लेकिन बेहद फायदेमंद थी. विनर्स एंड अचीवर्स का समर्थन हमें अपने लक्ष्यों तक सुरक्षित रूप से पहुंचने में मदद करने में महत्वपूर्ण था. इसके साथ ही गोली प्रीथम ने कहा कि इस अभियान ने मुझमें एक नया जुनून जगा दिया है. मैं अधिक आत्मविश्वास महसूस कर रहा हूं और आगे भी नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हूं. इसे संभव बनाने के लिए विनर्स एंड अचीवर्स को धन्यवाद देता हूं.
विनर्स एंड अचीवर्स सुरक्षा और विशेषज्ञ पर्यवेक्षण के साथ युवा अभियानों के लिए मानक निर्धारित कर रहा है. इस अभियान का सफलतापूर्वक समापन अगली पीढ़ी के साहसी लोगों को प्रेरित और सशक्त बनाने के कंपनी के मिशन में एक और मील का पत्थर है.