किसान के 512 रुपये प्याज की कुल लागत में उसका खर्चा निकालकर उसके पास हाथ में आया सिर्फ 2.49 रुपये का चेक, जिस पर 15 दिन बाद की तारीख पड़ी हुई थी.
महाराष्ट्र के किसानों की बदहाली की खबरें आम हैं. कभी आत्महत्या तो कभी पैदल मार्च ऐसी खबरें महाराष्ट्र से आती रहती हैं. लेकिन अब एक ऐसी खबर निकलकर सामने आई है जिसने सभी को हिला कर रख दिया है. ये है सोलापुर जिले के एक किसान की हकीकत जो अपना 512 किलो प्याज लेकर सोलापुर मंडी पहुंचा तो उसे वहां प्याज का भाव 1 रुपये प्रति किलो मिला. लेकिन प्याज का सौदा करने के बाद किसान के हाथ में सिर्फ 2.49 रुपये आए, जो बताता है कि किसानों की फसल का क्या भाव मिल रहा है.
ये है पूरा मामला
महाराष्ट्र के राजेन्द्र तुकाराम चौहान जोकि बारसी तालुका के बोरगांव के रहने वाले हैं. उन्होंने इस साल प्याज की फसल लगाई थी जिसके बाद उनके खेत में कुल 512 किलो प्याज हुई. इसे बेचने के लिए वो अपने गांव से 70 किलोमीटर दूर की सोलापुर एपीएमसी मंडी पहुंचे. जहां उन्हें इस प्याज के लिए एक रुपये प्रति किलो का भाव मिला. इस 1 रुपये के अनुसार उनके प्याज की कुल कीमत 512 रुपये बनी. इसके बाद उन्होंने बताया कि मंडी के ही एक अन्य ट्रेडर ने ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के 509 रुपये काट लिए, जिसके बाद बचे 2 रुपये का उन्हें चेक दे दिया गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चौहान को पिछले साल इसी प्याज के लिए 20 रुपये प्रति किलो तक का भाव मिला था.
कितनी लगी थी प्याज पर लागत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के किसान ने बताया कि उन्हें इस 512 किलो प्याज को उगाने में 40 हजार रुपये से ज्यादा खर्च करने पड़े थे. उन्होंने कहा कि पिछले 3 से 4 सालों में देश में पेस्टीसाइड की कीमतों में इजाफा हुआ है. इसके कारण लागत मूल्य बढ़ गया है.
पोस्ट डेटेड चेक पर क्या बोले मंडी कर्मी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किसान को 15 दिन बाद का पोस्ट डेटेड चेक दिए जाने को लेकर मंडी व्यापारी का कहना था कि सामान्य तौर पर इतनी ही देर में पैसा दिया जाता है. उन्होंने ये भी कहा कि ये प्याज काफी लो क्वॉलिटी की है. उन्होंने कहा कि इससे पहले चौहान अच्छी किस्म का प्याज उगाया था तो उन्हें 18 रुपये किलो का भाव मिला था. उसके बाद के लॉट के लिए उन्हें 14 रुपये प्रति किलो का भाव मिला था.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक्सपर्ट का कहना है कि मंडी में सिर्फ 25 प्रतिशत माल ही हाई क्वॉलिटी का आ पाता है. जबकि 30 प्रतिशत माल औसत दर्जे का आता है. उसके बाद बाकी लो क्वॉलिटी का आता है. इस साल महाराष्ट्र से लेकर देश के कई राज्यों में प्याज की बंपर पैदावार हुई है जिसके कारण थोक के दाम कम हुए हैं.
प्रभावशाली बिजनेसमैन Rupert Murdoch ने सैन फ्रांसिस्को पुलिस की पूर्व पादरी Ann Lesley Smith से सगाई भी कर ली है.
फॉर कॉर्प के 92 वर्षीय चेयरमैन Rupert Murdoch पांचवीं बार शादी करने कि तैयारी कर रहे हैं. प्रभावशाली बिजनेसमैन Rupert Murdoch ने सैन फ्रांसिस्को पुलिस की पूर्व पादरी Ann Lesley Smith से सगाई भी कर ली है. कल Rupert Murdoch के प्रवक्ता ने इस बात पर मोहर लगाकर इस खबर को यकीन में बदल दिया है. Rupert Murdoch गर्मियों के अंत में Ann Lesley Smith के साथ शादी के बंधन में बंधेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी होने वाली पत्नी Ann Lesley Smith की उम्र 66 साल है और Rupert से उनकी पहली मुलाकात सितम्बर के महीने में कैलिफोर्निया स्थित Moraga के उनके वाइन-यार्ड में हुई जिसके 2 हफ्तों के बाद Rupert ने उन्हें कॉल भी किया था. Ann Lesley Smith पहले Chester Smith के साथ विवाहित थीं जो एक कंट्री सिंगर, रेडियो और टीवी एग्जीक्यूटिव थे. अगस्त 2008 में Chester Smith की मृत्यु हो गयी थी.
Rupert Murdoch ने पिछले साल अगस्त में अपनी चौथी पत्नी Jerry Hall को तलाक दिया था. Jerry Hall एक पूर्व टॉप मॉडल हैं. आइये एक नजर डालते हैं Rupert Murdoch के असफल विवाहों की लिस्ट पर:
Patricia Booker: प्रमुख बिजनेसमैन Rupert Murdoch की पहली शादी Patricia Booker से हुई थी जो फ्लाईट अटेंडेंट थीं. Rupert ने Patricia से 1956 में ऑस्ट्रेलिया में शादी की थी और उस वक्त Rupert की उम्र मात्र 25 साल थी. शादी के बाद उन्हें एक बेटी भी हुई जिनका नाम Prudence है और वह एक न्यूजपेपर में एग्जीक्यूटिव के पद पर काम करती हैं. 11 सालों टाक एक साथ रहने के बाद साल 1967 में दोनों ने एक दुसरे से तलाक ले लिया था.
Anna Torv: Patricia से तलाक लेने के 1 साल बाद Rupert Murdoch ने ग्लासगो में जन्मी पूर्व न्यूजपेपर जर्नलिस्ट Anna Torv से शादी की. Anna, Rupert के न्यूजपेपर ‘द डेली टेलीग्राफ’ में ही काम करती थीं और दोनों की मुलाकात इसी दौरान हुई थी. इस शादी से Anna और Rupert के तीन बच्चे हुए – Elisabeth, Lachlan और James. 32 सालों तक साथ रहने के बाद साल 1999 में दोनों ने तलाक का फैसला किया.
Wendi Deng: इसके बात 68 वर्षीय Rupert ने Wendi Deng के साथ शादी की जिनकी उम्र उस वक्त 31 वर्ष थी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो Rupert ने Anna से तलाक लेने के मात्र 3 हफ्तों बाद ही Wendi से अपनी यॉट पर शादी रचा ली थी. Wendi उस वक्त हांगकांग के एक टेलीविजन स्टेशन में इंटर्न के तौर पर काम कर रही थीं और उस वक्त यह टेलीविजन स्टेशन Rupert के न्यूज कॉर्प का ही था. इस शादी से Rupert और Wendi को डो बेटियां हुईं जिनके नाम Grace और Chloe हैं. 2013 में Rupert ने Wendi से तलाक ले लिया था.
Jerry Hall: 70 और 80 के दशक में Jerry Hall बहुत मशहूर थीं. Jerry ने साल 2015 में Rupert के साथ मुलाकात की शुरुआत की थी और साल 2016 में दोनों ने लॉन्ग की सेंट ब्राइड चर्च में एक दूसरे से शादी की थी. इससे पहले सुपर मॉडल Jerry Hall ने रोलिंग स्टोन के मशहूर फ्रंटमैन Mick Jagger को डेट किया था और उनके 4 बच्चे भी थे. Jerry और Rupert के बीच 25 साल का फर्क था और दोनों ने बहुत ही गुपचुप तरीके से शादी की थी. जून 2022 में उन्होंने घोषणा की कि वह तलाक रहे हैं.
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7 मार्च के इस वाकये को लेकर उस शख्स ने जो ट्वीट किया उसे अब तक 35 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं. उस पर हजारों लोग कमेंट भी कर चुके हैं.
सोचिए अगर आपको कोई फ्लाइट में आपका को पैसेंजर मास्क हटाने के लिए अगर एक लाख डॉलर का ऑफर करे तो आपक क्या करेंगे, स्वाभाविक है कि आप हटा देंगें या नहीं भी हटा सकते हैं. ऐसा ही एक मामला दुनिया के नामी टेक टायकून से जुड़ा सामने आया है. सबसे दिलचस्प बात ये है कि टेक टायकून कहे जाने वाले स्टीव कर्श ने ये बात खुद ट्विटर पर बताई है. इस टेक टायकून की नेट असेट 230 मिलियन डॉलर बताई जा रही है.
आखिर क्या है पूरा मामला
दरअसल स्टीव कर्श डेल्टा फ्लाइट से सफर कर रहे थे कि उनकी को पैसेंजर ने मास्क लगाया हुआ था. लेकिन मामले में ट्विस्ट तब आ गया जब स्टीव कर्श ने उस महिला को कह दिया कि अगर आप अपना मास्क हटा देती हैं तो मैं आपको 1 लाख डॉलर दूंगा. ये ऑफर उन्होंने अपनी सहयात्री को दिया. लेकिन उस महिला ने अपना मास्क नहीं हटाया. स्टीव कर्श ने इस पूरे मामले की जानकारी माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक पोस्ट में दी है, दरअसल ये पोस्ट वॉयरल तो बहुत हो गया है. दरअसल किर्श ने महिला को मास्क हटाने के लिए इसलिए कहा क्योंकि उसने उसे समझाया कि मास्क काम नहीं करता है. लेकिन महिला ने मास्क नहीं हटाया और किर्श ने इस वाकये को पोस्ट कर दिया.
किर्श ने क्या किया टवीट
स्टीव कर्श ने इस मामले को ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं इस वक्त डेल्टा फ्लाइट में बैठा हुआ हूं. जो महिला इस वक्त मेरे बगल में बैठी हुई हैं मेरे 1 लाख डॉलर के ऑफर को ठुकरा दिया है क्योंकि मैने उन्हें पूरी फ्लाइट में मास्क हटाने का ऑफर दिया था. ये कोई मजाक नहीं है. मैने उन्हें समझाया कि इसके बाद उन्हें काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वो एक फार्मा कंपनी में काम करती हैं. उनके इस पोस्ट पर कई लोग कमेंट कर रहे हैं और उन्हें झूठा कह रहे हैं. ये मामला 10 मार्च का है. कर्श ने बताया कि वो इससे पहले भी 1 लाख डॉलर देने की बात कह चुके हैं. लेकिन उन्होने भी मास्क नहीं हटाया और आफॅर को ठुकरा दिया.
वायरल होने के बाद क्या बोले कर्श
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जैसे ही ये घटना वायरल हुई उसके कुछ दिनों बाद, टेक टाइकून ने अपनी चुप्पी तोड़ी और दावा किया कि $ 100,000 की पेशकश काल्पनिक थी वो इस ऑफर के जरिए मास्क के ऊपर उसके विश्वास को परख रहे थे. उन्होंने कहा कि वह मानती है कि मास्क काम करता है, कर्श ने बताया कि ये बोली $100 से शुरू हुई थी. मैंने बताया कि जब उसने खाने और पीने के लिए मुखौटा हटा दिया, तो वह एक सांस से संक्रमित हो सकती थी. नाश्ता परोसते ही उसने अपना मास्क उतार दिया. क्योंकि हर कोई जानता है कि जब आप खा रहे हों तो आप संक्रमित नहीं हो सकते. इस ट्वीट को अब तक 32.2 मिलियन से अधिक लोग देख चुके हैं. उनके इस ट्वीट पर कई यूजर ने उन्हें हकदार मैन्सप्लेनर कहा है, जबकि अन्य यूजर ने एयरलाइन से उस महिला की प्रतिपूर्ति करने का आग्रह किया जो उसकी यात्रा को बर्बाद करने के लिए उसके बगल में बैठी थी.
नोएडा की एक हाउसिंग सोसाइटी में काम करने वाले कार क्लीनर ने नौकरी से निकाले जाने के बाद बदला लेने के लिए दर्जन भर कारों पर तेजाब गेरकर उन्हें खराब कर दिया.
बीतते समय के लोगों की मानसिकता में भी बड़े अजीबो गरीब बदलाव आते जा रहे हैं, और ये एक किस्म के अपराध में बदल रहे हैं. सामान्यतौर पर आपके घर में काम करने वाले या किसी दूसरी तरह की सर्विस देने वाले आदमी का काम पसंद न आए तो आप क्या करेंगें उसे काम से निकाल देंगे. लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि जिसे आप काम से निकाल रहे हैं वो आपसे इसका बदला भी ले सकता है. आप इसके जवाब में शायद ना ही कहेंगे लेकिन नोएडा में कुछ ऐसा ही हुआ है. काम करने वाले ने बदला ऐसा लिया कि हजारों रुपये का नुकसान कर दिया.
नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि, नोएडा की एक हाउसिंग सोसाइटी में काम करने वाले कार क्लीनर ने नौकरी से निकाले जाने के बाद बदला लेने के लिए दर्जन भर कारों पर तेजाब गेरकर उन्हें खराब कर दिया. कार मालिकों द्वारा कम्प्लेंट करने के बाद इस मामले में एक FIR (फर्स्ट इन्फोर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज करके 25 साल के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. कार मालिकों ने यह भी बताया है कि आरोपी 2016 से ही सोसाइटी में काम कर रहा है.
सोसाइटी में कार क्लीनर के रूप में करता था काम
पुलिस कि मानें तो मामला नोएडा सेक्टर 75 की ‘Maxblis White House Society’ का है और यह घटना बुधवार को हुई है. यह मामला नोएडा सेक्टर 113 के पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है. नोएडा सेक्टर 113 के पुलिस स्टेशन के SHO जीतेन्द्र सिंह ने मीडिया को बताया कि, आरोपी का नाम रामराज सोसाइटी में एक कार क्लीनर के रूप में काम करता था. सोसाइटी के कुछ लोग उसके काम को लेकर खुश नहीं थे तो उन्होंने तय किया कि वह आरोपी को काम से निकाल देंगे लेकिन बुधवार को वह सोसाइटी पहुंचा और लगभग दर्जन भर कारों पर तेजाब गेरकर उन्हें खराब कर दिया. खराब हुई कारों के मालिकों ने CCTV कैमरा की मदद से पता किया कि उनकी कारें खराब करने वाला कोई और नहीं बल्कि रामराज है. लेकिन वह घटना के बाद सोसाइटी से भाग गया था.
कुछ साफ नहीं बता रहा आरोपी
SHO जीतेन्द्र सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान आगे बताया कि, बाद में सोसाइटी के सिक्योरिटी अधिकारी ने आरोपी को ढूंढा और उसे पकड़कर वापस ले आया तब तक सोसाइटी के अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की एसोसिएशन को भी इस मामले के बारे में पता चल चुका था और उन्होंने पुलिस कंप्लेंट दायर कर दी थी. जब आरोपी से सवाल पूछा गया तो उसने पुलिस को बताया कि किसी ने उसे तेज़ाब पकड़ा दिया. आरोपी स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं बता रहा है और बयानों में कुछ छुपाते हुए वह अस्पष्ट क्लेम्स कर रहा है. आरोपी को IPC (इंडियन पीनल कोड) की धारा 427 के तहत गिरफ्तार किया गया है और बाद में उसे एक लोकल कोर्ट में पेश किया जाएगा जो उसे जेल भेज देगी.
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डेल्ही लैंड एंड फाइनेंस यानी डीएलएफ के एमेरिटस चेयरमैन केपी सिंह एक नए रिश्ते में हैं.
प्यार में उम्र मायने नहीं रखती, ये बात DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन कुशाल पाल सिंह यानी केपी सिंह (KP singh) पर बिल्कुल सटीक बैठती है. केपी सिंह 91 साल के हैं और इस उम्र में किसी को दिल दे बैठे हैं. यह कोई सुनी-सुनाई खबर नहीं है, खुद सिंह ने इसका खुलासा किया है. बता दें कि केपी सिंह की पत्नी इंदिरा का 2018 में कैंसर की वजह से निधन हो गया था.
पत्नी ने लिया था वायदा
एक इंटरव्यू में केपी सिंह ने बताया कि मेरी पत्नी ने निधन से 6 महीने पहले मुझसे वायदा लिया था कि मैं हार नहीं मानूं. मेरे पास आगे बढ़ने के लिए एक नई लाइफ है. उसके ये शब्द मेरे साथ रहे. उन्होंने आगे कहा - मेरी मैरिज लाइफ बहुत ही शानदार रही. मेरी पत्नी मेरी पार्टनर ही नहीं दोस्त भी थी. उसके जाने के बाद से मेरी लाइफ में एक खालीपन हो गया है. जब आप 65 साल साथ रहने के बाद अपने साथी को खोते हैं, तो उस दुख को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. आपकी पूरी लाइफ ही बदल जाती है.
खुद को बताया भाग्यशाली
DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन ने अपने नए रिश्ते के बारे में कहा, 'मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे एक नई पार्टनर मिल गई है. उसका नाम शीना है. वह मेरे जीवन के सबसे अच्छे लोगों में से एक है. वह ऊर्जावान है और मुझे प्रेरित करती है. शीना हर कदम पर मेरा साथ देती है. वह मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है और अब वह मेरे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है'.
इतने करोड़ के हैं मालिक
DLF ग्रुप रियल एस्टेट में काम करता है और केपी सिंह रियल एस्टेट के टॉप रईस अरबपतियों में शामिल हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में केपी सिंह 299वें पायदान पर हैं. उनकी नेटवर्थ 7.63 बिलियन डॉलर (करीब 63200 करोड़ रुपए) है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने 1961 में अपने ससुर राघवेंद्र सिंह द्वारा शुरू की गई कंपनी डेल्ही लैंड एंड फाइनेंस यानी डीएलएफ में शामिल होने के लिए सेना की पोस्टिंग छोड़ दी थी. वह पांच दशक से अधिक समय तक कंपनी के चेयरमैन पद पर रहे और जून 2020 में चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया. अब वह डीएलएफ के एमेरिटस चेयरमैन हैं.
क्या आप जानते हैं 828 मीटर लम्बी, दुनिया की सबसे ऊंची इमारत Burj Khalifa का सालाना इलेक्ट्रिसिटी बिल कितना है? पढ़िए Burj Khalifa के बारे में चौंकाने वाले पॉइंट्स.
दुबई में स्थित Burj Khalifa दुनिया की सबसे बड़ी इमारत है जिसकी ऊंचाई 828 मीटर है. इतना ही नहीं, इस इमारत में बहुत से ऑफिस और होटल भी हैं और यह दुनिया कि सबसे बड़ी LED स्क्रीन भी है. क्या आप जानते हैं कि Burj Khalifa का इलेक्ट्रिसिटी बिल कितना है?
दुनिया की सबसे बड़ी इमारत, Burj Khalifa में कुल 160 मंजिलें और 54 एलिवेटर्स हैं. इस इमारत में बहुत सारे रेस्टोरेंट्स, कॉर्पोरेट ऑफिस और आलिशान घर भी हैं. यह एक टूरिस्ट स्पॉट भी है जहां हर साल करोड़ों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं. इसके साथ साथ Burj Khalifa में बहुत सी फिल्मों की शूटिंग भी की जाती है और यह दुनिया की सबसे बड़ी LED स्क्रीन है. हाल ही में सुपरस्टार शाहरुख़ खान की फिल्म ‘पठान’ की रिलीज़ से पहले Burj Khalifa पर इसका ट्रेलर भी चलाया गया था और इसे सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया गया था.
इतनी है पानी और बिजली की खपत
Burj Khalifa के आस पास लगभग 12 लाख LED लाइट्स हैं और यह रात में बेहद खुबसूरत दिखता है. लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी LED स्क्रीन और आस-पास इतनी बड़ी संख्या में लाइट्स होने की वजह से Burj Khalifa की इलेक्ट्रिसिटी खपत भी बहुत ज्यादा है. हाल ही में पता चला है कि एक दिन में Burj की इलेक्ट्रिसिटी खपत 36 मिलियन वाट है जो 100 वाट के 3,60,000 लाइट बल्बों के बराबर है. Burj Khalifa में एक दिन की पानी की खपत 9,46,000 लीटर है जो लगभग 2,50,000 गैलन के बराबर है.
सालाना इलेक्ट्रिसिटी बिल
इतनी बड़ी मात्रा में बिजली की खपत की वजह से Burj Khalifa का इलेक्ट्रिसिटी बिल भी बहुत ज्यादा है. रिपोर्ट्स की मानें तो Burj का एक साल का इलेक्ट्रिसिटी बिल, 300,000 यूरो है जो 2.65 करोड़ करोड़ रुपयों के बराबर है. इतना ही नहीं, अगर कुछ विशेष सुविधाओं की बात करें तो बुर्ज में, 15000 स्क्वायर फुट की एक फिटनेस फैसिलिटी के साथ दुनिया की सबसे ऊंची मस्जिद भी है जो 158वीं मंजिल पर स्थित है और दुनिया का सबसे ऊंचा ऑब्जरवेशन डेक भी है, जो 124वीं मंजिल पर है.
लॉकडॉउन के दौरान, जब स्कूल बंद थे तब अजिंक्य ने अलग-अलग यूट्यूब चैनलों पर एजुकेशन वीडिया देखना शुरू किया और बहुत कुछ सीखा.
जिस उम्र में बच्चों का अधिकांश समय खेल-कूद में जाता है, हरियाणा के अंजिंक्य राममोहन (Ajinkya Rammohan) ने कुछ ऐसा कर दिखाया है कि हर तरफ तारीफ हो रही है. महज 4 साल के अंजिंक्य ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. उन्होंने केवल 7 मिनट 40 सेकंड में 195 देशों के फ्लैग देखकर उन देशों के नाम, राजधानी और महाद्वीप के नाम बताकर यह रिकॉर्ड बनाया है. 6 जून 2018 को गुरुग्राम में पैदा हुए अजिंक्य की इस उपलब्धि पर उनका परिवार बेहद खुश है.
यहां दर्ज हुआ रिकॉर्ड
इस विश्व रिकॉर्ड को आधिकारिक तौर पर 'OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' और 'इंटरनेशनल टैलेंट ऑफ रिकॉर्ड्स' द्वारा दर्ज किया गया है. अजिंक्य को मार्डन हिस्ट्री और इंटरनेशनल रिलेशन में काफी रुचि रही है. लॉकडॉउन के दौरान, जब स्कूल बंद थे तब अजिंक्य ने अलग-अलग यूट्यूब चैनलों पर एजुकेशन वीडिया देखना शुरू किया और बहुत कुछ सीखा. अजिंक्य जो कुछ भी नया सीखते, उसे अपनी फैमिली के साथ शेयर करते. इससे उनकी नॉलेज पक्की होती चली गई.
बहुत तेज है याददाश्त
अजिंक्य के इस हुनर से प्रभावित उनके माता-पिता ने इसे लोगों तक पहुंचाना शुरू किया. वो अजिंक्य के वीडियो रिकॉर्ड करके उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर देते, जिससे वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने से पहले ही अजिंक्य की एक अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग तैयार हो गई थी. एक चार साल के बच्चे की सबसे खास बात यह है कि वो जो भी देखता या सुनता है, वह उसे हमेशा के लिए याद हो जाता है. यानी उसकी मेमोरी कमाल की है.
पैरेंट्स ने की मदद
अजिंक्य के पेरेंट्स को जल्द पता चल गया कि उनका बेटा कुछ बड़ा कर सकता है. इसलिए उन्होंने उसे विश्व मानचित्र और एटलस पर काम करने के लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया. उनके कोच ने भी उन्हें मेमोराइजिंग पावर बढ़ाने के लिए कई तकनीक बताईं. अब अजिंक्य एक वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर बन गए हैं. उनके नाम 7 मिनट और 40 सेकंड में महाद्वीप के साथ-साथ देश और उसकी राजधानी का नाम उनके झंडे पहचानकर सबसे तेजी से बताने का विश्व रिकॉर्ड है. इसके अलावा, उनके नाम दो और वर्ल्ड रिकॉर्ड भी हैं. इस तरह उन्होंने कुल तीन विश्व रिकॉर्ड बना डाले हैं.
अजिंक्य के नाम ये 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड
1. 195 देशों के फ्लैग देखकर उन देशों के नाम, राजधानी और महाद्वीप के नाम बताने वाले सबसे युवा
2. सबसे तेज महज 7 मिनट और 40 सेकंड में ऐसा करने वाले खिलाड़ी
3. संयुक्त राज्य अमेरिका के पचास राज्यों को महज 39 सेकंड में पहचानना.
ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ब्रिटेन की पुलिस ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर जुर्माना लगाया है.
ब्रिटेन की पुलिस ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (British PM Rishi Sunak) का चालान काटकर यह साबित कर दिया है कानून सबके लिए बराबर होता है. ब्रिटिश PM पर कार में सीट बेल्ट नहीं पहनने के लिए 100 पाउंड का जुर्माना लगा है. दरअसल, ऋषि सुनक का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह कार की पिछली सीट पर बैठे हुए हैं और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई है. ब्रिटेन में पिछली सीट पर बैठने वालों को भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है. जबकि हमारे यहां बिजनेसमैन साइरस मिस्त्री की मौत के बाद इस पर सख्ती की बातें हो रही हैं.
वायरल हो गया वीडियो
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब PM सुनक इंग्लैंड के लंकाशायर में मौजूद थे. यहां वह कार की पिछली सीट पर बैठकर एक वीडियो बना रहे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहनी थी. उन्होंने अपना वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया था, जो देखते ही देखते वायरल हो गया. उनकी नियमों के उल्लंघन को लेकर आलोचना होने लगी. ऋषि सुनक ने इसके लिए माफी भी मांगी, लेकिन अब पुलिस ने उन पर 100 पाउंड का जुर्माना लगा दिया है.
क्या हैं ब्रिटेन में नियम
ब्रिटेन में सीट बेल्ट न लगाने पर 100 पाउंड का ऑन-द-स्पॉट जुर्माना लगाया जा सकता है और यदि मामला अदालत में जाता है तो यह जुर्माने की राशि 5 गुना बढ़ सकती है. ब्रिटेन की ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट करके मामले की जानकारी दी है. हालंकि पुलिस ने सुनक का नाम नहीं लिया है. पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा है - हमने एक 42 वर्षीय व्यक्ति पर कार की सीट बेल्ट न लगाने के लिए जुर्माना लगाया है. उन्हें 28 दिनों के भीतर जुर्माना भरना होगा, अन्यथा मामला कोर्ट में चला जाएगा.
हमारे यहां ऐसे हैं हाल
भारत में सीट बेल्ट को लेकर वाहन चलन गंभीरता नहीं दिखाते. पिछली सीट पर बैठने वालों के लिए तो ये कैद जैसा है. हालांकि, पिछले साल टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत के बाद इसे लेकर सख्ती बरतने की बातें हो रही हैं. मिस्त्री कार की पिछली सीट पर बैठे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी. दिल्ली आदि कुछ बड़े शहरों में जरूर ट्रैफिक पुलिस पिछली सीट बेल्ट के इस्तेमाल को लेकर सख्ती दिखा रही है, लेकिन बाकि शहरों में हालात पहले जैसे ही हैं.
शिपिंग इंडस्ट्री से जुड़ी एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को इतना बोनस दिया है, जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी.
कई कंपनियां अपने कर्मचारियों की मेहनत और हार्ड वर्क को पहचानते हुए उन्हें बोनस देती हैं. इस बोनस में कुछ अतिरिक्त राशि या एक महीने की सैलरी भी हो सकती है. इस तरह के प्रयास कर्मचारियों को अपने प्रदर्शन को लगातार बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करते हैं. ऐसा ही कुछ ताइवान की कंपनी एवरग्रीन मरीन कॉर्पोरेशन (Evergreen Marine) ने किया है. हालांकि, कंपनी ने जितना बोनस दिया है, उसे जानकर आपके मुंह से भी निकल जाएगा - वाह क्या बात है.
कर्मचारी इसके हकदार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एवरग्रीन मरीन कॉर्पोरेशन ने अपने चुनिंदा कर्मचारियों को शानदार बोनस दिया है. शिपिंग इंडस्ट्री से जुड़ी इस कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को ईयर-एंड बोनस के रूप में 50 महीने की सैलरी दी है. कंपनी ने इसे स्टेलर बोनस नाम दिया है. दरअसल, 2022 में कंपनी का कारोबार काफी बढ़िया रहा था. जाहिर है इससे उसे मुनाफा भी शानदार हुआ. अब कंपनी ने इसीलिए अपने कुछ कर्मचारियों को स्टेलर बोनस देने का फैसला लिया है. कंपनी का कहना है कि अच्छे प्रदर्शन के लिए कर्मचारी इसके हकदार हैं.
केवल इन्हें मिला बोनस
50 महीने की सैलरी के बराबर बोनस की खबर से कर्मचारियों में खुशी का माहौल है. उन्होंने उम्मीद नहीं की थी कि कंपनी इतना भारी-भरकम बोनस देगी. हालांकि, ये स्टेलर बोनस सिर्फ उन कर्मचारियों को मिला है, जो इस समय ताइवन में काम कर रहे हैं. ताइपे स्थित कंपनी ने बोनस कर्मचारियों को उनके काम के आधार पर दिया है. कंपनी का कहना है कि साल के आखिर में मिलने वाला बोनस कर्मचारियों को उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन और कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है.
तब आई थी सुर्खियों में
कोरोना महामारी की वजह से पिछले कुछ वर्षों में शिपिंग इंडस्ट्री ने काफी अच्छा परफॉर्म किया है. इससे मालभाड़े की कीमतों में भी उछाल देखने को मिला. इसके चलते कंपनी का मुनाफा बढ़कर एक लाख 70 हजार करोड़ रुपए हो गया. बता दें कि एवरग्रीन मरीन वही कंपनी है, जिसका एक जहाज 2021 की शुरुआत में स्वेज नहर में फंस गया था. कंपनी के शेयर में 2021 में करीब 250 फीसदी का उछाल आया था. जबकि, साल 2022 में उसके शेयर में 54 फीसदी की गिरावट भी आई.
चीनी इंटरनेट पर अस्सी साल के लोग गुनगुनाते हैं, कुछ अपने पेशेवर सपनों को पूरा करने का विकल्प चुनते हैं.
नई दिल्लीः चीन में आजकल लगे सख्त लॉकडाउन की वजह से जहां लोग बड़ी संख्या में सरकार का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ घर पर बैठे बुजुर्ग लोग इस वक्त का फायदा उठाते हुए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर लोगों को टिप्स दे रहे हैं. इसके जरिए अब वो हर महीने लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं.
चीनी इंटरनेट पर मचा रखा है धमाल
चीनी इंटरनेट पर अस्सी साल के लोग गुनगुनाते हैं, सत्तर साल के टैंगो और भूरे बालों वाले फैशनपरस्त कैटवॉक करते हैं और लाखों प्रशंसकों को मेकअप टिप्स देते हैं. यहां तक कि एक 86 वर्षीय व्यक्ति भी है जो बस बैठकर कॉल ऑफ ड्यूटी जैसे वीडियो गेम खेलते हैं.
चीन में है दुनिया की सबसे ज्यादा रिटायर लोगों की संख्या
60 वर्ष से अधिक आयु के 260 मिलियन से अधिक निवासियों के साथ, चीन में दुनिया में वृद्ध लोगों की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती आबादी है. लगभग आधे लोग ऑनलाइन हैं, जहां कुछ अपने पेशेवर सपनों को पूरा करने का विकल्प चुनते हैं, जबकि अन्य केवल थोड़ा मजा ले रहे हैं.
66 वर्षीय सन यांग जो फैशन इन्फ्लुएंसर हैं और जिन्हें ग्लैम्मा बीजिंग के नाम से जाना जाता है, ने कहा, "हम अपने माता-पिता की वृद्धावस्था को देखते हैं और सोचते हैं कि हमें अलग तरीके से जीना होगा." अपने वीडियो में वे पुराने और आधुनिक कपड़ों की मॉडलिंग करते हैं और जीवन पर रोजमर्रा की सलाह के साथ स्टाइल टिप्स बताती हैं.
अलग तरीके से जीने की ख्वाहिश
ग्लैम्मा बीजिंग के दो मिलियन से अधिक अनुयायी 50 और 60 के दशक से हैं. लेकिन कुछ युवा भी हैं, जो महिलाओं से स्कूल और डेटिंग के बारे में पूछते हैं. कुछ लोगों का कहना है कि ट्यूटोरियल ने उन्हें उम्र बढ़ने के अपने डर पर काबू पाने में मदद की है.
ग्लैम्मा बीजिंग सितारे कभी-कभी अपने वीडियो में परिवार को दिखाते हैं. सन की बहू सोशल मीडिया अकाउंट का प्रबंधन करती है और उनकी 6 वर्षीय पोती अक्सर फिल्म में मदद करती है. लेकिन ज्यादातर चार महिलाएं फैशन शो के लिए यात्रा, लंबी पैदल यात्रा और रिहर्सल में भाग लेने के बारे में बात करती हैं.
चीन कर रहा है कई तरह की चुनौतियों का सामना
चीन कई जनसांख्यिकीय चुनौतियों का सामना कर रहा है - जिसमें विवाह की गिरती दर और जन्मों की रिकॉर्ड-कम संख्या शामिल है - जिसने बढ़ती उम्र के साधनों के आसपास सांस्कृतिक मानदंडों को बदलने में मदद की है. दुनिया में सबसे कम सेवानिवृत्ति की आयु के साथ - पुरुषों के लिए औसत 60 और महिलाओं के लिए 55 है. चीनी वरिष्ठ नागरिकों के पास नए रचनात्मक प्रयासों को ऑनलाइन करने के लिए बहुत समय है..
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पालतू जानवर जैसे कि कुत्ते या बिल्ली के काटने से लोगों को होने वाली परेशानी आम हो गई है.
नई दिल्लीः पालतू जानवर जैसे कि कुत्ते या बिल्ली के काटने से लोगों को होने वाली परेशानी आम हो गई है. ऐसे में बहुत से लोग शिकायत करते हैं, लेकिन किसी तरह की कोई सुनवाई या फिर कार्रवाई नहीं होती है. लेकिन अब देश के एक शहर में पालतू कुत्ते या बिल्ली के काटने पर इनके मालिकों पर जुर्माना लगाने का प्रावधान शुरू कर दिया गया है. दिल्ली से सटे नोएडा में इस तरह का नियम लागू किया गया है. ऐसा करने वाला यह देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां पशु प्रेमी मालिकों को किसी तरह अनहोनी होने पर जुर्माना देना होगा.
सीईओ रितु महेश्वरी ने की घोषणा
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मालिकों पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है यदि उनका पालतू कुत्ता या बिल्ली किसी पर हमला करता है. इसके अलावा, मालिक अपने पालतू जानवर की चोट के इलाज के लिए सभी चिकित्सा खर्चों का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा.
रजिस्ट्रेशन कराना होगा अनिवार्य
प्राधिकरण ने पालतू जानवरों के मालिकों के लिए 31 जनवरी, 2023 तक अपने पालतू जानवरों को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य कर दिया है. इसमें कहा गया है कि यदि पालतू पशु मालिक अपने पालतू जानवरों को पंजीकृत करने में विफल रहते हैं, तो उन्हें ₹ 10,000 का जुर्माना देना होगा. पालतू जानवरों से जुड़े स्वच्छता मुद्दों के मामले में भी जुर्माना लगाया जाएगा.
1 मार्च 2023 से होगा लागू
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने ट्विटर पर लिखा, "नोएडा की 207वीं बोर्ड बैठक में आवारा/पालतू कुत्तों/पालतू बिल्लियों के लिए नोएडा प्राधिकरण की नीति निर्माण के संबंध में निर्णय लिए गए. नोएडा क्षेत्र के लिए एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्राधिकरण द्वारा नीति तय की गई है. पालतू कुत्ते/बिल्ली के कारण किसी भी अप्रिय घटना के मामले में, 01.03.2023 से 10,000/- रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. घायल व्यक्ति/पशु का पालतू कुत्ते के मालिक द्वारा इलाज किया जाएगा."
शहर में आवारा कुत्तों के काटने की कई घटनाओं और कई समाजों में कुत्तों को खिलाने वालों और अन्य निवासियों के बीच गतिरोध के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है.
इस वजह से लिया फैसला
पिछले महीने, नोएडा के सेक्टर 100 में एक रिहायशी सोसायटी में एक आवारा कुत्ते द्वारा हमला किए जाने के बाद एक सात महीने के बच्चे की मौत हो गई थी, जिसके बाद निवासियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और ऐसी कुत्तों की आबादी में वृद्धि को संबोधित करने के लिए निकाय अधिकारियों से और अधिक करने की मांग की थी. 2022 में 21 अगस्त तक कुत्तों द्वारा इंसानों को काटने के 13,690 मामले सामने आए हैं.
देश में जानवरों के काटने की घटनाओं के लिए आईपीसी की धाराएं क्या हैं?
आईपीसी की धारा 289: जानवर के संबंध में लापरवाही बरतना. अधिकतम कारावास 6 महीने का है
आईपीसी धारा 337 : जल्दबाजी या लापरवाही से कोई कार्य करके किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाना. अधिकतम 6 माह का कारावास.
मृत्यु के मामले में:
आईपीसी धारा 304: गैर इरादतन हत्या, हत्या की कोटि में नहीं. अधिकतम 10 वर्ष कारावास.
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