दुबई में 'डर्टी मनी' से प्रॉपर्टी खरीदने वालों की बाढ़ आ गई है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि यहां अपराधियों से लेकर कई सफेदपोशों ने संपत्ति बनाई है.
दुबई के रियल एस्टेट (Dubai Real Estate) में किस-किस ने पैसा लगाया है, इसे लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के संगठन OCCRP ने छह महीने की मेहनत के बाद एक रिपोर्ट तैयार की है, जो बताती है कि दुबई में नेता, ड्रग माफिया, मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले अपराधियों से लेकर मोस्ट वांटेड क्रिमिनल तक ने प्रॉपर्टी खरीदी है. दुबई में पाकिस्तानियों की 22 हजार प्रॉपर्टी हैं, जिनकी वैल्यू 12.5 अरब डॉलर है. वहीं, भारतीय इस मामले में नंबर वन हैं, उन्होंने इस रेगिस्तानी शहर में 17 अरब डॉलर की कीमत की प्रॉपर्टी खरीदी हैं.
2020 से 2022 तक के रिकॉर्ड
'दुबई अनलॉक्ड' (Dubai Unlocked) नामक इस रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है कि दुबई की गगनचुंबी इमारतों के असली मालिक कौन हैं. इसमें कई ऐसे नाम भी शामिल हैं, जिन पर मोस्ट वांटेड का तमगा लगा हुआ है. रिपोर्ट बताती है कि दुबई में कई ऐसे सफेदपोशों ने भी प्रॉपर्टी खरीदी है, जिनकी कमाई उनके देश में शक के घेरे में हैं. इसमें भारत और पाकिस्तान के रईस भी शामिल हैं. OCCRP के पत्रकारों ने 2020 से 2022 तक दुबई के प्रॉपर्टी मार्केट में हुए निवेश का 6 महीने तक अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट तैयार की है.
Vinod Adani का भी है नाम
रिपोर्ट के अनुसार, 2022 तक दुबई में रेशिडेंशियल प्रॉपर्टी के मालिकों में भारतीयों का नंबर पहला है. दुबई में भारतीयों के पास 35000 प्रॉपर्टी हैं और इनके मालिक 29700 इंडियन हैं. 2022 में इन संपत्तियों का कुल मूल्य 17 अरब डॉलर था, जाहिर है आज यह इससे कहीं ज्यादा होगा. दुबई में नीरव मोदी, गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी, Shahul Hameed Dawood और Jasmeet Hakimzada की भी प्रॉपर्टी है. वहीं, दुबई में यूके के 19,500 नागरिकों के पास 22,000 रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज हैं. जबकि सऊदी के 8,500 नागरिकों के पास 16,000 संपत्तियां हैं, जिसकी कीमत 8.5 अरब डॉलर है.
इन पाकिस्तानियों ने लगाया दांव
OCCRP के मुताबिक, 2022 तक दुबई में पाकिस्तानियों की 17 हजार से लेकर 22 हजार प्रॉपर्टी थीं. 2022 की शुरुआत में इनकी कीमत 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक थी, लेकिन पिछले दो वर्षों में दुबई में प्रॉपर्टी मार्केट की कीमतों में 25 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया है. जिन पाकिस्तानियों का नाम दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने वालों की लिस्ट में शामिल है, उनमें आसिफ अली जरदारी के तीन बच्चे शामिल हैं. इसके अलावा नवाज शरीफ के बेटे हुसैन नवाज शरीफ, इंटरनल मिनिस्टर मोहसिन नकवी की पत्नी शरजील मेमन और परिवार के सदस्य, फैसल वावदा, फराह गोगी, शेर अफजल मारवात आदि हैं.
परवेज मुशर्रफ का नाम भी शामिल
इसके अलावा, लिस्ट में पाकिस्तान ने पूर्व जनरल परवेज मुशर्रफ, पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज, एक पुलिस प्रमुख, राजदूत और एक वैज्ञानिक के साथ-साथ एक दर्जन से अधिक रिटायर्ड जनरलों का भी नाम शामिल है. ये सभी अपने नाम से या अपने पति/पत्नी या फिर बच्चों के नाम पर यहां प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं. पाकिस्तानियों ने दुबई में जो संपत्ति बनाई है, उनमें स्टूडियो अपार्मेंट, कमर्शियल प्रॉपर्टीज, पूरी बिल्डिंग, 6 बेडरूम के विला सबसे ज्यादा हैं. पाकिस्तानियों ने दुबई के सबसे महंगे इलाकों - दुबई मरीना, एमीरेट्स हिल्स, बिजनेस बे, पॉम जुमैरा और अल बरसा में पैसा लगाया है.
कंगना रनौत ने अपनी एक प्रॉपर्टी बेचकर मोटा मुनाफा कमाया है. कंगना की यह प्रॉपर्टी मुंबई के पाली हिल इलाके में थी.
अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वालीं भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अब एक प्रॉपर्टी डील को लेकर खबरों में हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, कंगना ने मुंबई के पाली हिल इलाके में नरगिस दत्त रोड पर स्थित अपना बंगला 32 करोड़ रुपए में बेच दिया है. यह बंगला उन्हें 12 करोड़ रुपए का प्रॉफिट देकर गया है.
20 करोड़ में खरीदा था
कंगना रनौत ने इस बंगले को सितंबर 2017 में 20 करोड़ रुपये में खरीदा था. यह कुल 3,075 वर्ग फुट में फैला है और इसमें 565 वर्ग फुट में पार्किंग स्पेस है. प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट के अनुसार, यह लेनदेन 5 सितंबर को पंजीकृत किया गया है. इसके लिए 1.92 करोड़ की स्टांप ड्यूटी और 30,000 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान किया गया है.
कितनी अमीर हैं कंगना?
भाजपा सांसद के इस आलीशान बंगले को कमलिनी होल्डिंग्स की पार्टनर श्वेता बथीजा ने खरीदा है. कंगना की संपत्ति की बात करें, तो उनके पास बेशुमार दौलत है. हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते समय कंगना ने हलफनामे में अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था. कंगना रनौत ने 91 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति घोषित की थी, जिसमें चल संपत्ति में 28.7 करोड़ और अचल संपत्ति में 62.9 करोड़ रुपए शामिल हैं.
कई सेलिब्रिटीज का घर
कंगना हाल ही में मुंबई के अंधेरी इलाके में 1.56 करोड़ रुपए में एक ऑफिस स्पेस भी खरीदा था . 407 वर्ग फुट में फैली ये प्रॉपर्टी आर्क वन नामक बिल्डिंग की 19 वीं मंजिल पर स्थित है. बता दें कि मुंबई का पाली हिल इलाका कई सेलिब्रिटीज का घर है. दिवंगत सुनील और नरगिस दत्त, दिवंगत ऋषि कपूर, नीतू सिंह, गुलजार, इमरान खान, आमिर खान, संजय दत्त और आदि के बंगले इसी इलाके में हैं.
सुपरटेक लिमिटिड को सरकारी कंस्ट्रक्शन कंपनी NBCC ने 50 हजार फ्लैट्स बनाने का ऑफर दिया है. ये फ्लैट्स तीन साल में तीन चरणों में पूरे होने हैं.
रियल्टी कंपनी सुपरटेक (Supertech) के हजारों होमबायर्स के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, मुश्किलों में घिरी सुपरटेक लिमिटिड को सरकारी कंस्ट्रक्शन कंपनी नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (NBCC) ने 50 हजार फ्लैट्स बनाने का ऑफर दिया है. तो आइए जानते हैं ये फ्लैट्स कहां बनाए जाएंगे और इसमें कितना खर्च आएगा?
यहां बनाएं जाएंगे 50 हजार फ्लैट्स
सरकारी कंपनी एनबीसीसी ने सुपरटेक लिमिटेड के 17 प्रोजेक्ट्स को तीन साल में तीन चरणों में पूरा करने का प्रस्ताव दिया है. इन प्रोजेक्ट्स के तहत कुल 50,000 अपार्टमेंट बनाए जाने हैं. ये फ्लैट्स नोएडा, ग्रेटर नोएडा, देहरादून, रुद्रपुर और बेंगलुरू में बनाए जाएंगे.
इतने करोड़ होंगे खर्च
एनबीसीसी ने सुपरटेक के सभी प्रोजेक्ट्स को पूरा करने की लागत लगभग 9,500 करोड़ रुपये और रिसीवेबल्स 16,000 करोड़ रुपये आंकी है. इसमें सेल पर लगे 10,000 अपार्टमेंट भी शामिल हैं, जिनसे 14,000 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं. इनसॉल्वेंसी रेजॉल्यूशनल प्रोफेशनल ने निर्माण लागत 6,406 करोड़ रुपये आंकी थी. एनबीसीसी के अनुसार विभिन्न प्रोजेक्ट्स के पूरा होने की संभावित समय अवधि 'डे जीरो' से 12 से 36 महीने तक होगी. डे जीरो में लैंड तक एक्सेस से लेकर मंजूरी प्राप्त करने और धन की उपलब्धता तक सब कुछ शामिल है.
सुपरटेक होमबॉयर्स की जागी उम्मीद
बता दें, सुपरटेक लिमिटेड को एक इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल द्वारा चलाया जा रहा है. कंपनी के प्रमोटर पर फंड की हेराफेरी समेत कई आरोप हैं. यूनियन बैंक ने सुपरटेक के खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग शुरू की है. ऐसे में एनबीसीसी ने एनसीएलएटी से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट के रूप में सुपरटेक के रुके हुए प्रोजेक्ट्स में एंट्री करने की अनुमति मांगी है. एनबीसीसी पहले ही आम्रपाली में यह काम कर रही है. ऐसे में इस कदम से अब सुपरटेक के होमबायर्स को भी प्रोजेक्ट पूरा होने की उम्मीद जागी है.
एनबीसीसी करेगी अब ये काम
एनबीसीसी ने एनसीएलएटी द्वारा नियुक्त एक समिति गठित करने का प्रस्ताव रखा है. इसमें बैंकों और कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ-साथ इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल भी शामिल होंगे. यह समिति प्रोजेक्ट को पूरा करने, होमबायर्स से पैसा लेने, अनबिके फ्लैट्स को बेचने और बैंकों को बकाये के भुगतान पर फैसला करेगी.
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रियल एस्टेट से जुड़ी 21 बड़ी कंपनियों ने 35 हजार करोड़ की संपत्तियों की बिक्री के लिए बुकिंग की है. इनमें बिक्री का बड़ा हिस्सा हाउसिंग क्षेत्र से आया.
एक ओर देश में खाने-पीने और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों की नींद उड़ाई हुई है. वहीं, इसी महंगाई के बीच प्रॉपर्टी की मांग के चलते रियल एस्टेट कंपनियों ने फ्लैट्स की बुकिंग करके हजारों-करोड़ों की कमाई ली है. दरअसल, देश में रियल एस्टेट से जुड़ी 21 बड़ी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कुल मिलाकर लगभग 35,000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी बेची हैं. इनमें गोदरेज प्रॉपर्टीज ने सबसे अधिक बिक्री बुकिंग की सूचना दी है. तो चलिए जानते हैं गोदरेज के अलावा किस कंपनी ने कितनी कमाई की है?
इन तीन कंपनियों ने की सबसे ज्यादा कमाई
शेयर बाजार से मिली जानकारी के अनुसार भारत गोदरेज प्रॉपर्टीज जून तिमाही में 8,637 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग के साथ सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी के रूप में उभरी. इसके अलावा देश की सबसे बड़ी रियल्टी कंपनी डीएलएफ लिमिटेड की चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बिक्री बुकिंग तीन गुना से अधिक की वृद्धि के साथ 6,404 करोड़ रुपये रही है. ‘लोढ़ा’ ब्रांड के तहत संपत्तियां बेचने वाली मुंबई की मैक्रोटेक डेवलपर्स ने 4,030 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की.
सिग्नेचर ग्लोबल सहित बेंगलुरु की कंपनियों ने बेचे इतने फ्लैट
हाल ही में सूचीबद्ध हुई गुरुग्राम स्थित सिग्नेचर ग्लोबल ने जून तिमाही में 3,120 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल की, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में तीन गुना है. वहीं, बेंगलुरू स्थित प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने 3,029.5 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से कम है. बेंगलुरू स्थित फर्म शोभा लिमिटेड और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज ने इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि के दौरान क्रमशः 1,874 करोड़ रुपये और 1,086 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेचीं. बेंगलुरु स्थित पूर्वांकरा लिमिटेड ने 1,128 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल की, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग स्थिर रही.
लग्जरी घरों की डिमांड
जानकारी के अनुसार लगभग सभी प्रमुख लिस्टिड रियल एस्टेट डेवलपर ने अप्रैल-जून तिमाही में बिक्री बुकिंग में अपनी एनुअल ग्रोथ दिखाई है. इसमें हाउसिंग प्रॉपर्टीज, विशेष रूप से लग्जरी घरों के लिए मजबूत कंज्यूमर डिमांड का बड़ा योगदान रहा है.
NeoLiv और Royal Green Realty की साझेदारी में तैयार होने वाले इस परियोजना का उद्देश्य एक वर्ल्ड क्लास कम्यूनिटी का निर्माण करना है.
भारत के अग्रणी फंड संचालित डेवलपर नियोलिव (NeoLiv) ने रॉयल ग्रीन रियल्टी (Royal Green Realty) के साथ एक डेवलपमेंट एग्रीमेंट के जरिए उत्तर भारत (North India) की मार्केट में अपनी रणनीतिक एंट्री की घोषणा की है. इस प्रोजेक्ट के तहत सोनीपत में दोनों कंपनियों की साझेदारी में वर्ल्ड क्लास रेजिडेंशियल टाउनशिप डेवलप की जाएगी, जिसमें लोगों के लिए लग्जीरियस विला का निर्माण किया जाएगा.
600 करोड़ रुपये से अधिक का प्रोजेक्ट
इस 600 करोड़ रुपये से अधिक के ग्रोस डेवलपमेंट वैल्यू वाले 20 एकड़ के प्रोजेक्ट में प्रीमियम विला, इंडिपेंडेंट फ्लोर, कस्टम-डिजाइन किए गए प्लॉट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिजाइन किया गया क्लब हाउस होगा. रेजिडेंट्स 18 मीटर चौड़ी आंतरिक पहुंच सड़कों और क्षेत्र के सबसे बड़े केंद्रीय पार्कों में से एक की उम्मीद कर सकते हैं, जो एक सुरक्षित, संरक्षित और टिकाऊ रहने वाले वातावरण का वादा करते हैं. ये प्रोजेक्ट कुंडली-सोनीपत मास्टर प्लान और आगामी 900 एकड़ में फैले मारुति सुजुकी के एशिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के पास डेवलप किया जाएगा.
ग्राहकों को मिलेगा एक्शेप्शनल लिविंग एक्सपीरियंस
इस समझौते की घोषणा करते हुए नियोलिव के फाउंडर और सीईओ मोहित मल्होत्रा ने कहा है कि यह अधिग्रहण नियोलिव के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि हम एनसीआर क्षेत्र में अपनी पहली परियोजना की घोषणा कर रहे हैं. हमारे सेबी-अनुमोदित फंड के माध्यम से यूएचएनआई निवेशकों द्वारा समर्थित और 100 से अधिक वर्षों की संयुक्त विशेषज्ञता वाली एक अत्यधिक अनुभवी टीम के नेतृत्व में, हम अपने ग्राहकों को एक्शेप्शनल जीवन जीने का अनुभव प्रदान करने के लिए समर्पित हैं.
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रेजिडेंट्स और बिजनेस के लिए बेहतरीन डेस्टिनी
मोहित मल्होत्रा के अनुसार सोनीपत शहरीकरण, बुनियादी ढांचे के विकास और मजबूत औद्योगिक विकास के साथ शहर सड़कों और राजमार्गों के विशाल नेटवर्क के माध्यम से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी प्रदान करता है, जो इसे रेजिडेंट्स और बिजनेस के लिए एक बेहतरीन डेस्टिनी है. इसके अलावा मारुति सुजुकी का महत्वपूर्ण निवेश भी इस क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
रॉयल ग्रीन रियल्टी के MD ने कहा
वहीं, रॉयल ग्रीन रियल्टी के मैनेजिंग डायरेक्टर यशांक वासन ने कहा है कि इस प्रमुख भूमि का अधिग्रहण हरियाणा के रियल एस्टेट परिदृश्य को फिर से परिभाषित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. हम एक साथ मिलकर लग्जीरियस टाउनशिप डेवलप करेंगे. यह साझेदारी कुंडली- सोनीपत क्षेत्र में रेजिडेंशियल डेवलपमेंट के लिए मानक बढ़ाने की दिशा में प्रयासों को बनाए रखते हुए गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ावा देगी.
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) 5 प्लॉट्स की नीलामी करने जा रही है. इनका रिजर्व प्राइस 738 करोड़ रुपये था, लेकिन इन्हें 1,500 करोड़ रुपये की बोली लगी है.
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) प्लॉट्स की नीलामी करने जा रही है. अथॉरिटी को 5 प्लॉट्स के लिए 1,500 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं. इनका रिजर्व प्राइस 738 करोड़ रुपये था, ऐसे में अथॉरिटी को रिजर्व प्राइस से दोगुना राशि मिली है. आपको बता दें, इन प्लॉट्स के लिए देश की दिग्गज कंपनियों ने बोली लगाई है. तो आइए जानते हैं ये कौन-सी कंपनियां हैं और उन्होंने कितनी-कितनी बोली लगाई हैं?
इन दो कंपनियों ने लगाई सबसे बड़ी बोली
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुंबई की कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज ने दो और बेंगलुरु की शोभा लिमिटेड ने एक प्लॉट के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है. गोदरेज प्रॉपर्टीज (Godrej Properties) ने 38,771 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए 400 करोड़ रुपये और 32,350 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए 442 करोड़ रुपये की सबसे ज्यादा बोली लगाई. सोभा लिमिटेड (Sobha Limited) ने 13,938 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए 161 करोड़ रुपये में सबसे बड़ी बोली लगाई है. इसके अलावा प्रसु इंफ्राबिल्ड (Prasu Infrabuild) ने 28,265 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए 201 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. इसी तरह ऐशटेक इंडस्ट्रीज (Ashtech Industries) ने 22,558 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए 294 करोड़ रुपये में बोली जीती है.
ग्रेटर नोएडा में बढ़ रही निवेशकों और ग्राहकों की संख्या
एक्सपर्ट्स के अनुसार देश के टॉप डेवलपर द्वारा इतनी बड़ी बोली लगाने से पता चलता है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के रियल एस्टेट मार्केट में कितनी संभावनाएं हैं. ये प्रोजेक्ट्स इस रीजन में रियल एस्टेट मार्केट को और बेहतर बनाएंगे. यहां पहले से ही निवेशकों और ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है.
गोदरेज इस वर्ष कई प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने के लिए तैयार
जुलाई 2023 में गोदरेज प्रॉपर्टीज ने गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड माइक्रो मार्केट में दो लक्जरी ग्रुप हाउसिंग प्लॉट के लिए सबसे अधिक बोली लगाई थी. कंपनी ने हाल ही में नोएडा के सेक्टर 146 में स्थित अपने प्रोजेक्ट गोदरेज जार्डिनिया में 650 फ्लैट करीब 2,000 करोड़ रुपये में बेचे थे. मई 2024 में लॉन्च होने वाला यह प्रोजेक्ट नोएडा में बिक्री के मामले में कंपनी का अब तक का सबसे सफल लॉन्च है. हाल ही में कंपनी ने नोएडा के सेक्टर 44 में 6.46 एकड़ के प्लॉट के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई थी. आपको बता दें. गोदरेज प्रॉपर्टीज ने वित्त वर्ष 2024 में गुरुग्राम में बिक्री में पिछले साल की तुलना में 473 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है. वहीं, इस वित्त वर्ष में भी कई प्रोजेक्ट लॉन्च करने के लिए तैयार है.
हाल ही में मुंबई से एक बड़ी प्रॉपर्टी डील की खबर सामने आई थी. योहान पूनावाला और उनकी पत्नी मिशेल पूनावाला ने इस डील को पूरा किया है.
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बड़ी प्रॉपर्टी डील आम बात है. अरबपतियों की इस नगरी में कोई न कोई अरबपति कुछ न कुछ खरीदता ही रहता है. अब कारोबारी योहान पूनावाला और उनकी पत्नी मिशेल पूनावाला (Yohan Poonawalla and Michelle Poonawalla) ने मुंबई में एक आलीशान घर खरीदा है. दक्षिण मुंबई के कफ परेड इलाके में स्थित इस 30,000 वर्ग फीट के बंगले के लिए उन्होंने भारी-भरकम कीमत चुकाई है.
पुणे में है मुख्य आवास
इस आलीशन बंगले की सटीक कीमत की जानकारी नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि योहान पूनावाला ने उसके लिए 500 करोड़ रुपए से अधिक चुकाए होंगे. कारोबारी योहान, पूनावाला इंजीनियरिंग ग्रुप के चेयरमैन हैं. योहान और मिशेल इस आलीशान प्रॉपर्टी को अपना दूसरा घर बनाएंगे. उनका मुख्य आवास अभी पुणे में है, जिसका नाम - पूनावाला हाउस है. योहान पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला के बड़े चचेरे भाई हैं.
100 करोड़ की हैं कारें
बताया जा रहा है कि मिशेल पूनावाला के नेतृत्व वाला डिजाइन स्टूडियो ही इस बंगले के रेनोवेशन का काम संभालेगा. योहान पूनावाला के विश्व प्रसिद्ध और बेशकीमती ऑटोमोबाइल कलेक्शन का एक हिस्सा भी इस घर में रखा जाएगा. योहान पूनावाला के पास 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा कीमत की कारें हैं. जिसमें बेंटले बेंटेगा, फेरारी 488 पिस्टा स्पाइडर और रोल्स रॉयस फैंटम जैसी लग्जरी कारें शामिल हैं.
रियल एस्टेट से भी हैं जुड़े
योहान पूनावाला इंजीनियरिंग ग्रुप और El-O-Matic India के चेयरमैन हैं. इसके अलावा, वह सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में शेयरहोल्डर, पूनावाला फाइनेंसियल्स के चेयरमैन, Poonawalla Stud Farms और Poonawalla Racing & Breeding के निदेशक भी हैं. वह कई रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स से भी जुड़े हुए हैं. उनकी कंपनी पुणे के बंड गार्डन क्षेत्र में 1,750 करोड़ रुपए की लागत से एक कमर्शियल ग्लास टावर भी बना रही है, जो 2026 तक पूरा हो सकता है.
दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने पहली बार एक साथ 3-3 हाउसिंग स्कीमों की घोषणा की है. इस स्कीम के तहत डीडीए ने लगभग 40 हजार फ्लैट्स बनाएगा.
राजधानी दिल्ली में अपना घर लेना आज भी कई लोगों का सपना होगा. अगर आप यहां अपना घर खरीदना चाहते हैं, तो आपके लिए एक खुशखबरी है. दरअसल, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने पहली बार एक साथ 3-3 हाउसिंग स्कीमों की घोषणा की है. डीडीए की सस्ता घर हाउसिंग स्कीम 2024, जनरल हाउसिंग स्कीम 2024 और द्वारका हाउसिंग स्कीम 2024 को एलजी वीके सक्सेना ( LG VK Saxena) की मंजूरी भी मिल गई है. इस स्कीम के तहत डीडीए की ओर से दिल्ली में अलग अलग जगहों पर लगभग 40 हजार फ्लैट्स बनाए जाएंगे. तो आइए जानते हैं डीडीए ये फ्लैट्स कहां बनाएगा और इतनी कीमत क्या होगी?
यहां बनाए जाएंगे 34 हजार फ्लैट्स
DDA सस्ता घर हाउसिंग स्कीम 2024 के तहत रामगढ़ कॉलोनी, सिरासपुर, लोकनायकपुरम, रोहिणी और नरेला में फ्लैट्स बनाए जाएंगे. इस योजना के तहत करीब 34,000 फ्लैट्स बिक्री के लिए तैयार होंगे. इस स्कीम के तहत डीडीए के इन फ्लैट्स की कीमत लगभग 11.5 लाख रुपये से शुरू होगी. डीडीए ये फ्लैट्स कम आय वर्ग (LIG), मध्यम आय वर्ग (MIG) और उच्च आय वर्ग (HIG) के लोगों के लिए 3 हाउसिंग प्रोजेक्टों के तहत तैयार करेगा.
यहां 29 लाख रुपये में मिलेंगे डीडीए फ्लैट्स
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डीडीए की जनरल हाउसिंग स्कीम 2024 के तहत जसोला, लोकनायकपुरम और नरेला सहित अलग-अलग स्थानों पर HIG, MIG, LIG और EWS जैसी सभी श्रेणियों के फ्लैट्स पेश किए जाएंगे. ये फ्लैट्स 2023 की ही कीमतों पर बिना किसी मूल्य वृद्धि के उपलब्ध होंगे. इन फ्लैट्स की शुरुआती कीमत लगभग 29 लाख रुपये है. इस योजना के तहत डीडीए कुल 5400 फ्लैट्स पेश करेगी.
द्वारका में 173 फ्लैट्स बनाएगा डीडीए
द्वारका हाउसिंग स्कीम 2024 के तहत डीडीए ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से द्वारका के सेक्टर 14, 16बी और 19बी में एमआइजी, एचआइजी और उच्च श्रेणी के फ्लैटों की पेशकश करेगी. इससे लोगों को द्वारका के पाश इलाके में घर खरीदने का अवसर मिलेग. योजना के तहत करीब 173 फ्लैट की पेशकश की जा रही है, जिनकी शुरुआती कीमत 1.28 करोड़ रुपये होगी.
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पहले आओ पहले आओ के आधार पर मिलेंगे फ्लैट्स
योजना के तह तैयार इन फ्लैट्स को डीडीए पहले आओ पहले पाओ (FCFS) के आधार पर बेचा जाएगा. डीडीए के अनुसार कम आय वर्ग की किफायती आवास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यह योजना रामगढ़ कॉलोनी, सिरासपुर, लोकनायकपुरम, रोहिणी और नरेला में रियायती दरों पर LIG और EWS फ्लैट्स प्रदान करती है. पहले आओ पहले पाओ मोड के जरिये आवास को और अधिक सुलभ बनाया जाएगा. एक आम आदमी को दिल्ली में अपना घर बनाने का मौका दिया जा रहा है.
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने मुंबई में एक कृषि भूमि रियल एस्टेट से जुड़ी कंपनी को बेची है. ये जमीन कांदिवली इलाके में है.
ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (Mahindra And Mahindra Ltd) ने के बड़ी लैंड डील की है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने मुंबई के कांदिवली इलाके में 20.5 एकड़ जमीन 210 करोड़ रुपए में बेची है. महिंद्रा की इस जमीन को ब्लूप्रिंटिफाई प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने खरीदा है, जो पुणे की रियल एस्टेट फर्म 'रुचा ग्रुप' का हिस्सा है.
इतनी भरी स्टांप ड्यूटी
इस लैंड डील के लिए 13.41 करोड़ रुपए की स्टांप ड्यूटी का भुगतान किया गया है. महिंद्रा एंड महिंद्रा द्वारा बेची गई जमीन गैर-कृषि भूमि है. कांदिवली क्षेत्र की इस जमीन के पास ही कंपनी की ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग फैसलिटीज है. स्थानीय ब्रोकरों का कहना है कि इस साल पश्चिमी उपनगरों में सबसे बड़ी लैंड डील में से एक है. हालांकि, कंपनी ने इस संबंध में अब तक कोई बयान जारी नहीं किया है.
तिमाही में कम हुईं डील
वहीं, रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म ANAROCK की रिपोर्ट एक रिपोर्ट बताती है कि मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल से जून तिमाही के दौरान देश में लैंड ट्रांजैक्शन कम रहा है. इसकी दो प्रमुख वजह रही हैं, ऊंची कीमतें और आम चुनाव. इस अवधि में 325 एकड़ की केवल 25 डील फाइनल हो सकी हैं, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 29 था.
ऐसा है स्टॉक का प्रदर्शन
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर मार्केट में प्रदर्शन की बात करें, तो कल यह करीब तीन प्रतिशत के नुकसान के साथ 2,827 रुपए पर बंद हुआ था. इससे पहले के पांच कारोबारी सत्रों में इसमें 0.48% का उछाल देखने को मिला. इस साल अब तक महिंद्रा के शेयर ने अपने निवेशकों को 65.97% का शानदार रिटर्न दिया है. जबकि पिछले एक साल में यह आंकड़ा 90.33% रहा है. इसका 52 वीक का हाई लेवल 3,013.50 रुपए है.
रियल एस्टेट सेक्टर में फिर से बहार लौट आई है. खासकर, लग्जरी घरों की मांग में पिछले कुछ समय से काफी तेजी देखी जा रही है.
महंगाई केवल आम आदमी को ही चुभ रही है. अमीरों के लिए 'ऑल-वेल' है. रियल एस्टेट कंसल्टेंट सीबीआरई की रिपोर्ट बताती है कि देश के अमीर धड़ाधड़ लग्जरी प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं. देश के सात प्रमुख शहरों में इस साल की पहली छमाही यानी जनवरी से जून तक चार करोड़ और उससे अधिक कीमत वाले लग्जरी मकानों की बिक्री सालाना आधार पर 27% बढ़ी है. इन शहरों में महज छह महीनों की अवधि में कुल 8,500 लग्जरी मकान बिके हैं. दिल्ली-NCR, मुंबई और हैदराबाद में सबसे ज्यादा बिक्री हुई है. इन तीन शहरों का कुल बिक्री में 84% योगदान रहा है.
दिल्ली-NCR सबसे आगे
सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार, लग्जरी मकानों की बिक्री बढ़ने की प्रमुख वजह यह है कि लोग ऐसा घर खरीदना चाहते हैं, जो उनकी समृद्ध जीवनशैली के हिसाब से हो. इस साल के शेष महीनों में भी आवासीय बाजार में मजबूत गति की उम्मीद है. जनवरी-जून के बीच दिल्ली-NCR में सबसे अधिक 3300 लग्जरी मकान बिके. यह सालाना आधार पर 14 प्रतिशत ज्यादा है. इसी तरह, देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में भी बिक्री 14% बढ़कर 2500 यूनिट पहुंच गई. हैदराबाद में लग्जरी मकानों की बिक्री में 44 फीसदी का ज़बरदस्त उछाल देखने को मिला. यहां कुल 1300 यूनिट बिकीं. चेन्नई और कोलकाता में क्रमशः 100 और 200 लग्जरी मकान बिके.
बेंगलुरु ने सबको चौंकाया
वहीं, महाराष्ट्र के पुणे में बिक्री 450% की तेजी के साथ 1100 यूनिट पहुंच गई. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि इस दौरान बेंगलुरु में कोई लग्जरी मकान नहीं बिका. पूरे रियल एस्टेट बाजार की बात करें, तो अप्रैल-जून, 2024 में इसमें 1.56 अरब डॉलर के 19 सौदे हुए. यह आंकड़ा पिछली तिमाही के 20 करोड़ डॉलर से आठ गुना अधिक है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल की दूसरी तिमाही में भारतीय रियल्टी बाजार में जोरदार गतिविधियां देखने को मिली हैं. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मकानों की हाई डिमांड की वजह से बीते चार सालों में टॉप-30 टियर-2 शहरों में मकानों के दाम 94% तक बढ़े हैं.
लगातार बढ़ रही डिमांड
कोरोना काल में रियल एस्टेट सेक्टर सबसे ज्यादा नुकसान वाले क्षेत्रों में शामिल था. घरों की डिमांड में काफी गिरावट देखने को मिली थी. लेकिन स्थिति सामान्य होने के साथ ही यह सेक्टर तेजी से दौड़ रहा है. खासकर, लग्जरी मकानों की डिमांड में तेजी देखने को मिली है. इसके साथ ही सामान्य प्रॉपर्टी खरीदारों की मांग में भी इजाफा आया है. तकरीबन हर शहर में नए हाउसिंग प्रोजेक्ट चल रहे हैं. पुणे जैसे शहरों में पहाड़ों का सीना चीरकर बिल्डिंग खड़ी करने का काम जारी है.
कंपनी अब दिल्ली एनसीआर में पांच प्रॉपर्टी खरीद चुकी है. लगभग सभी जगह कंपनी आवासीय प्रॉपर्टी का निर्माण कर रही है. कंपनी ने ज्यादा जमीन गुरुग्राम में खरीदी है.
प्रॉपर्टी के लिहाज से दिल्ली एनसीआर बीते दो दशक में वो हॉट सेंटर बनकर उभरी है जिसमें कई डील ऐसी हुई हैं जिन्होंने रिकॉर्ड बना दिया है. अब इसी कड़ी में सिंगापुर की एक रियल स्टेट कंपनी एनसीआर के नए क्षेत्र द्वारका एक्सप्रेस वे पर लग्जरी घर बनाने जा रही है. कंपनी ने वहां 7 एकड़ से ज्यादा जमीन खरीदी है जिसके लिए उसने 400 करोड़ रुपये चुकाए हैं. द्वारका एक्सप्रेस के आसपास अर्बन एक्सप्रेस बनने के बाद तेजी से निर्माण हो रहा है.
आखिर कौन है ये रियल स्टेट कंपनी?
सिंगापुर की रियल स्टेट कंपनी का नाम एक्सपर्सन होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड है. कंपनी द्वारका एक्सप्रेस वे पर लग्जरी मकानों का निर्माण करने जा रही है. कंपनी ने यहां 7.81 एकड़ जमीन खरीदी है. इस जमीन के लिए कंपनी ने 400 करोड़ रुपये चुकाए हैं. द्वारका एक्सप्रेस वे पर जहां ये जमीन है वहां से दिल्ली और गुरुग्राम की कनेक्टिविटी बेहतर है. कंपनी 7.81 एकड़ में से 30 लाख स्क्वैयर फीट जमीन पर आवासीय मकानों का निर्माण करेगी.
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कंपनी अब तक कर चुकी है 5 प्लॉट का अधिग्रहण
सिंगापुर स्थित कंपनी अभी तक 5 प्लॉट का अधिग्रहण कर चुकी है. कंपनी इससे पहले सेक्टर 88ए में जमीन खरीद चुकी है. कंपनी इस पर 2000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. कंपनी ने द्वारका एक्सप्रेस वे पर जो जमीन खरीदी है उसमें वो 4 बीएचके फ्लैट का निर्माण कर रही है. कंपनी नोएडा में भी प्रॉपर्टी खरीद चुकी है और यहां भी आवासीय मकानों का निर्माण कर रही है. कंपनी ने गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड पर 400 करोड़ रुपये का 4 एकड़ प्लॉट खरीदा है. इसी तरह कंपनी ने नोएडा सेक्टर 45 में भी एक 250 करोड़ रुपये में 5 एकड़ प्लॉट खरीदा है. इसी तरह गुरुग्राम के सेक्टर 48 में 550 करोड़ रुपये में 5.5 एकड़ प्लॉट खरीदा है. गुरुग्राम सेक्टर 53 में 450 करोड़ में 6 एकड़ प्लॉट खरीदा है. इसी तरह ग्रुरुग्राम में गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर 450 करोड़ में कमर्शियल पलॉट खरीदा है.
कंपनी को इतने हजार करोड़ का होगा मुनाफा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के सीओओ बीके मलागी का कहना है कि द्ारका एक्सप्रेस वे वाले प्रोजेक्ट को कंपनी इस साल के अंत तक शुरू कर देगी. कंपनी इस प्रोजेक्ट को टाइमलाइन के भीतर खत्म करने की भी तैयारी कर रही है. कंपनी को इस प्रोजेक्ट को बनाने में 2400 करोड़ रुपये की लागत आएगी जबकि उसका लक्ष्य है कि वो इससे 3700 करोड़ रुपये में बेचेगी. ऐसे में उसे इस अकेले प्रोजेक्ट से 1300 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा.