गुरु द्रोणाचार्य मेले पर स्कूलों में छुट्टी, क्या ब्राह्मण समाज को खुश करने की कवायद?

स्कूलों में आमतौर पर राष्ट्रीय या स्थानीय अवकाश पर छुट्टी होती है. या फिर किसी आपातकालीन स्थिति में छुट्टी का आदेश जारी किया जाता है.

Last Modified:
Tuesday, 23 August, 2022
फाइल फोटो

नोएडा के स्कूलों में आज स्कूलों की छुट्टी है. जिलाधिकारी ने कल यानी सोमवार रात को इस संबंध में आदेश जारी किया था. आदेश में छुट्टी की वजह गुरु द्रोणाचार्य मेला बताया गया है. इससे पहले इस उपलक्ष्य में शायद ही कभी स्कूलों में छुट्टी की गई हो, ऐसे में यह सवाल लाजमी है कि आखिर इस बार ऐसा क्या हो गया कि DM साहब को रात में छुट्टी का आदेश जारी करना पड़ा?

छुट्टी का राजनीतिक कनेक्शन!
स्कूलों में आमतौर पर राष्ट्रीय या स्थानीय अवकाश पर छुट्टी होती है. या फिर किसी आपातकालीन स्थिति में छुट्टी का आदेश जारी किया जाता है. जबकि गुरु द्रोणाचार्य मेले के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं है. इसके बावजूद जिलाधिकारी ने रात को आदेश जारी करके स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी. अब प्रशासन अपने इस फैसले के बचाव में भले ही जो भी तर्क दे, लेकिन राजनीतिक हलकों में अलग ही चर्चा चल रही है.

श्रीकांत त्यागी मामला है वजह?
गुरु द्रोणाचार्य मेले के उपलक्ष्य में स्कूलों की छुट्टी को राजनीतिक से जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल, नोएडा  की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से अभद्रता करने वाले श्रीकांत त्यागी को लेकर स्थानीय BJP सांसद महेश शर्मा ने कड़ा रुख अख्तियार किया था. उन्होंने त्यागी की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए उस पर जमकर निशाना साधा था. शर्मा ने शब्दों के तीर श्रीकांत पर दागे थे, लेकिन त्यागी समाज भी उससे ‘घायल’ हो गया. इसके बाद सांसद को बाकायदा यह बयान जारी करना पड़ा कि उनका त्यागी समाज से किसी तरह का कोई द्वेष नहीं है. वह एक परिवार की तरह हैं. सोसाइटी में महिला से अभद्रता के बाद उन्होंने इस घटना के आरोपी श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी की मांग एक जनप्रतिनिधि के रूप में की थी. 

समाज के करीब जाने का प्रयास
इस एपिसोड के बाद ब्राह्मण समाज सांसद महेश शर्मा से नाराज चल रहा था और कहा जा रहा है कि  गुरु द्रोणाचार्य मेले पर स्कूलों की छुट्टी उसी नाराज़गी को खत्म करने के लिए है. सूत्र बताते हैं कि आलाकमान ने शर्मा से इस नाराज़गी को दूर करने को कहा है. इसी क्रम में सांसद शर्मा के कहने पर जिलाधिकारी ने स्कूलों की छुट्टी घोषित की है. दरअसल, गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर स्कूलों में अवकाश घोषित करवाकर शर्मा यह दर्शाने की कोशिश की है कि वह ब्राह्मण समाज और उसके पूज्यनीयों का दिल से सम्मान करते हैं. 

पुरानी सियासी परंपरा
जातियों को साधने के लिए अवकाश या किसी आयोजन की परंपरा राजनीति में सालों से चली आ रही है. नेता अच्छे से जानते हैं कि इस तरह संबंधित समाज को यह अहसास दिलाया जा सकता है कि वो उनके सच्चे हितैषी हैं. त्यागी काण्ड को लेकर महेश शर्मा पर पहले से ही काफी दबाव है, ऐसे में उन्हें ब्राह्मण समाज की नाराज़गी दूर करने के लिए कुछ तो करना ही था. इस संबंध में नोएडा के DM से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी. DM को व्हाट्सऐप पर मैसेज भी छोड़ा गया, मगर खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया.