कोर्ट पहुंचे योगी के मंत्री फैसला सुनने से पहले ही हुए फरार, जानें क्या है मामला?

योगी सरकार के मंत्री राकेश सचान पुराने मामले में पेशी पर कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन अदालत का फैसला सुनने से पहले ही वहां से फरार हो गए.

Last Modified:
Saturday, 06 August, 2022
फाइल फोटो

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में MSME मंत्री राकेश सचान को कानपुर की अदालत ने गिट्टी चोरी मामले में दोषी करार दिया है. कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रखा है. वहीं, कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे मंत्री सचान को आभास हो गया था कि अदालत उन्हें गिट्टी चोरी मामले में दोषी करार दे सकती है, इसलिए वो फैसला सुनने से पहले ही फरार हो गए.

पेशी पर आए थे कोर्ट
पेशी पर आए मंत्री राकेश सचान के फरार होने के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया. पुलिस सचान की तलाश में जुट गई है. बता दें कि करीब 35 साल पहले राकेश सचान के खिलाफ रेलवे की ठेकेदारी के दौरान गिट्टी चोरी होने पर आईपीसी की धारा 389 और 411 में मुकदमा दर्ज किया गया था. चोरी गई गिट्टी की भी बरामद हो गई थी. मामला कोर्ट में विचाराधीन था और शनिवार को अदालत ने मंत्री सचान को दोषी करार दे दिया.

बदलते रहे हैं पार्टियां
राकेश सचान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी.  1993 और 2002 में वह घाटमपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे और 2009 में उन्होंने फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. सचान मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के करीबी माने जाते थे. हालांकि, कुछ समय बाद उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा ने राकेश सचान को कानपुर देहात की भोगनीपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने सपा के नरेंद्र पाल सिंह को हराकर जीत हासिल की थी. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने उन्हें सरकार में MSME मंत्री बनाया.