भारत-UK की FTA डील अटकाने वाली सुएला ब्रेववर्मन की छुट्टी, इस्तीफे में मानी ये गलती

ब्रेववर्मन ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि उन्होंने सरकार के नियमों को तोड़ा है इसलिए उन्हें पद छोड़ना ही पड़ेगा

Last Modified:
Thursday, 20 October, 2022
SUELLA BRAVEVERMAN

नई दिल्ली:  भारतीय मूल की सुएला ब्रेववर्मन ने UK की होम सेक्रेटरी के पद से इस्तीफा दे दिया है. ये इस्तीफा ऐसे समय में हुआ है जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस की कुर्सी खतरे में है, उनकी ही पार्टी के लोग ट्रस को हटाने की मांग कर रहे हैं. 

भारतीय मूल की सुएला ब्रेववर्मन का इस्तीफा 
ब्रेववर्मन ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि उन्होंने सरकार के नियमों को तोड़ा है इसलिए उन्हें पद छोड़ना ही पड़ेगा, उन्होंने प्रधानमंत्री लिज ट्रस को लेकर कहा कि मुझे इस सरकार की दिशा को लेकर चिंता है. ब्रेववर्मन का इस्तीफा पीएम ट्रस की कैबिनेट से दूसरा सबसे बड़ा इस्तीफा है, इसके पहले 14 अक्टूबर को क्वासी क्वारटेंग को वित्त मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया गया था, उनकी जगह जेरेमी हंट को वित्त मंत्री बनाया गया. जेरेमी ने पद संभालते ही क्वारटेंग के ज्यादातर फैसलों को पलट दिया. हफ्ते भर में दो इस्तीफों से ब्रिटेन में राजनीतिक भूचाल आ गया है.

क्या थी ब्रेववर्मन की गलती, जो उन्होंने मानी
दरअसल, पीएम लिज ट्रेस ने ब्रेववर्मन को इसलिये हटाया क्योंकि उन्होंने एक आधिकारिक डॉक्यूमेंट अपने निजी ई-मेल से अपने एक साथी सांसद को भेजा था. जो कि नियमों का उल्लंघन है. ब्रेववर्मन ने अपनी ये गलती मानी है और अपने इस्तीफे में इसका जिक्र करते हुए लिखा है कि उन्होंने प्रवास पर एक लिखित मंत्रिस्तरीय बयान का मसौदा भेजा था, जो प्रकाशन के लिए था. ये कुछ भरोसेमंद साथियों को भेजा गया था, जो कि तकनीकी रूप से नियमों का उल्लंघन है. ऐसे में मेरा जाना ही सही होगा. उन्होंने कहा कि मुझे जैसे ही अपनी गलती का अहसास हुआ, आधिकारिक पटल पर मामले को रिपोर्ट किया था, मैं जिम्मेदारी लेती हूं और मैं इस्तीफा देती हूं. 

ट्रस सरकार पर हमला 
ब्रेववर्मन अपने इस्तीफे में बेहद कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखती हैं कि "यह दिखावा करना कि हमने गलतियां नहीं की हैं, सबकुछ ऐसे ही रखना जैसे किसी को कुछ दिखाई नहीं देगा कि हमने उन्हें बनाया है, और ये उम्मीद करना कि चीजें जादुई रूप से ठीक हो जाएंगी, ये गंभीर राजनीति नहीं है. मैंने एक गलती की है, मैं जिम्मेदारी स्वीकार करती हूं और मैं इस्तीफा देती हूं. उन्होंने लिखा कि यह सभी के लिए साफ है कि हम एक कठिन समय से गुजर रहे हैं, मुझे इस सरकार के दिशा की चिंता है. हमने न केवल अपने मतदाताओं से किए गए वादों को तोड़ा है, बल्कि घोषणापत्र में की गई घोषणाओँ को पूरा करने के लिए इस सरकार की प्रतिबद्धता को लेकर भी चिंता है.

इस महीने के आखिर में सुएला ब्रेववर्मन के एक बयान की वजह से भारत और यूके के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) ठंडे बस्ते में चला गया. ब्रेववर्मन ने कहा था कि इस डील की वजह से ब्रिटेन में प्रवासियों की संख्या बढ़ जाएगी. यूके में अपने वीजा खत्म होने के बाद जो लोग ठहर जाते हैं, उनमें से ज्यादातर भारतीय हैं. ब्रेववर्मन के इस बयान पर भारत ने कड़ी आपत्ति जाहिर की थी और कहा था कि ब्रिटेन की सरकार ब्रेववर्मन के बयान से खुद को अलग कर ले.