म्यूचुअल फंड को लेकर सामने आई ये नई स्‍टडी, इन शहरों में बढ़ रही है मांग

सर्वे में भाग लेने वाले 60% उत्तरदाताओं को ईटीएफ के बारे में अच्छी समझ है.सर्वे में ये भी निकलकर सामने आया कि टियर-2 शहरों में ईटीएफ के लिए आकर्षण बढ़ा है.

Last Modified:
Wednesday, 06 December, 2023
Mutual Fund

भारत में तेजी से बढ़ रहे म्यूचुअल फंड को लेकर एक स्‍टडी सामने आई है. इस स्‍टडी में सामने आया है कि ईटीएफ को लेकर टियर 2 शहरों में ज्‍यादा लोगों में रुझान देखने को मिला है.  'डिकोडिंग ईटीएफ परसेप्शन' शीर्षक से 15 शहरों में रह रहे 2109 निवेशकों के बीच किए गए इस सर्वे में महानगरों के साथ-साथ टियर 2 शहर भी शामिल हैं, जिसमें दिलचस्प निष्कर्ष सामने आए हैं. इन निष्‍कर्षों का उपयोग भारत में ईटीएफ मार्केट का दायरा बढ़ाने के लिए किया जा सकता है. यह सर्वेक्षण मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड की ओर से विश्व प्रसिद्ध ग्लोबल पब्लिक ओपिनियन (वैश्विक जनमत) और डेटा कंपनी यूजीओवी इंडिया (YouGov India) द्वारा किया गया था.

सर्वेक्षण में ये निकलकर सामने आए हैं तथ्‍य 

इस सर्वेक्षण में कुछ दिलचस्प निष्कर्ष हैं, इनमें ये फंड टियर 2 शहरों में अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं और 36-45 साल के निवेशकों के बीच इनकी मांग ज्यादा बढ़ रही है.सर्वे में भाग लेने वाले 60 फीसदी से अधिक निवेशकों ने दावा किया कि उन्हें म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री द्वारा पेश किए गए ईटीएफ उत्पादों के बारे में अच्छी समझ है. अलग अलग मार्केट कैप उत्पादों में, लार्ज कैप और मिड कैप आधारित ईटीएफ की लोकप्रियता निवेशकों और निवेश की इच्छा रखने वाले लोगों के बीच अधिक है और उनमें से अधिकांश 1-3 साल की अवधि के साथ निवेश करना पसंद करते हैं.

बाजार के लिए लिक्विडिटी सबसे अहम है 

सर्वे में पाया गया कि बाजार में रिटर्न उत्पन्न करने और एक्टिव म्यूचुअल फंडों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद ईटीएफ में निवेश करने के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है. ईटीएफ का विकल्प चुनने वाले अधिकांश निवेशक समझदार होते हैं और अपने निवेश के लिए निवेश प्लेटफार्मों का उपयोग करते हैं. वे बड़े पैमाने पर पर्सनल फाइनेंस से जुड़े वेबसाइट पर भरोसा करते हैं, वहीं ओटीटी प्लेटफार्मों के बीच यूट्यूब को एक प्रमुख प्रभावशाली कारक माना जाता है. सर्वे के निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि लिक्विडिटी (तरलता), बाजार की गति और नए विचारों पर आधारित उत्पाद प्रमुख कारक हैं, जो ईटीएफ मार्केट को चला रहे हैं. जबकि छुपे हुए जोखिम और ज्ञान की सापेक्ष कमी ईटीएफ मार्केट के लिए प्रमुख बाधाएं हैं, जिन पर म्‍यूचुअल फंड इंडस्ट्री को ध्‍यान देने की जरूरत है.

क्‍या बोले कंपनी प्रेसीडेंट 

सर्वे के निष्कर्षों पर टिप्पणी करते हुए, मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और सीईओ, स्वरूप मोहंती का कहना है कि ईटीएफ में अपने शानदार ग्लोबल ट्रैक रिकॉर्ड के साथ मिरे एसेट पिछले कुछ साल में भारतीय निवेशकों के लिए नए विचारों पर आधारित निवेश का अनुभव लाने में सबसे आगे रहा है. इस रिपोर्ट से मिली सीख न केवल उन निवेशकों के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान करेगी जो पहले से ही ईटीएफ में निवेश कर रहे हैं, बल्कि यह भी सीखेंगे कि ईटीएफ प्रोवाइडर्स से इसमें निवेश करने की इच्छा रखने वाले क्या उम्मीद कर रहे हैं। इस सर्वेक्षण से भारत में ईटीएफ इंडस्‍ट्री को लाभ हो सकता है.